इंग्लैंड एक ऐसा देश है जिसने पूरी दुनिया में कई जगह राज किया है। एक समय ऐसा था जब इंग्लैंड देश का पूरी दुनिया में खौफ था। सबसे अधिक और लंबा राज अगर उसने किसी देश पर किया था तो वह था भारत देश। इस देश ने अनेक देशों को लूटा। उन देश के लोगों पर अत्याचार किया। इंग्लैंड में कई राजाओं का उदय हुआ और उनका अस्त भी हुआ। इन सभी राजा और रानियों के साथ बहुत से कहानी और किस्से जुड़े हुए हैं। एक ऐसी ही कहानी ब्लडी मैरी से भी जुड़ी हुई है। ब्लडी मैरी की कहानी आज भी लोगों को डराती है। तो आइए आज हम पढ़ते हैं ब्लडी मैरी की कहानी।
यह बात बहुत पुरानी है। इंग्लैंड बहुत ही क्रूर राजाओं के शासन के लिए जाना जाता था। इन्हीं क्रूर राजाओं में से एक था राजा हेनरी। राजा हेनरी का जन्म 28 जून 1491 में हुआ था। राजा हेनरी बहुत महान शासक था। उसने 1509 से लेकर 1547 तक इंग्लैंड पर राज किया था। राजा हेनरी की बहुत सारी पत्नियां हुआ करती थी। उसने बहुत से विवाह किए थे। उसकी कई सारी संतानें हुई और उन में से बहुत सी तानें पैदा होने के बाद कोई ना कोई कारण से मर भी गई।
उसे संतान का सुख प्राप्त नहीं हो सका। इतनी सारी पत्नियों से हुए बच्चों में से अगर कोई जिंदा बचा तो वह दो बेटियां ही थी। उन दोनों बेटियों का नाम था एलिजाबेथ और मैरी। एलिजाबेथ बहुत ही नर्म स्वभाव की सीधी साधी राजकुमारी थी। वह अपने पिता राजा हेनरी का आँखों का तारा थी। वही दूसरी ओर राजकुमारी मैरी भी थी जो राजा हेनरी को ना जाने क्यों अच्छी नहीं लगती थी।
राजकुमारी एलिजाबेथ और मैरी दोनों ही राजा हेनरी की बेटियां थी। क्योंकि हेनरी को अपनी पहली पत्नी इतनी पसंद नहीं थी इसलिए वह अपनी पहली बेटी मैरी को भी पसंद नहीं करता था। वह मैरी से परायों जैसा व्यवहार करता था। हेनरी अपनी बेटी से खूब काम करवाता था।
मैरी इसी वजह से बहुत परेशान भी रहती थी। मैरी को लगता था कि उसमें ऐसी क्या कमी है कि राजा एलिजाबेथ को ज्यादा प्यार करते थे और उससे बिल्कुल भी नहीं। राजा की बेटी होते हुए भी उसे यह नहीं लगता था कि वह राजा की बेटी थी। उसके लिए यह सब प्रताड़ना से कम नहीं था। वह हमेशा सोचती थी कि कब उसके यह बुरे दिन कटेंगे। उसको अपने पिता के बर्ताव से बहुत दुख होता था। राजा हेनरी मैरी की कोई भी इच्छाओं को अधूरा रखा था।
एक दिन ऐसा भी आया जिसने मैरी के भाग्य को पलट कर रख दिया। दरअसल एक दिन राजा हेनरी 1547 में किसी बीमारी के चलते चल बसा। राजा के जाने से राजमहल एकदम सुना पड़ गया।क्योंकि राजा का कोई बेटा नहीं था इसलिए सभी को लगा कि अब राजा की ग़द्दी पर कौन बैठेगा। फिर सभी लोगों ने यह निर्णय लिया कि राजा की गद्दी पर राजा की सबसे बड़ी बेटी मैरी बैठेगी। लोगों के कहे अनुसार मैरी को राजगद्दी संभालने का मौका दे दिया। मैरी अब रानी बन गई थी। रानी बनते ही उसकी कई दबी हुई इच्छाएं भी पूरी हो गई। अब उसमें ग़ज़ब का आत्मबल आ गया था। मैरी अब बहुत खुश थी।
लेकिन रानी के भाग्य में आगे कई मुसीबतें लिखी थी। उसको नहीं पता था कि आगे उसके जीवन में क्या होने वाला है। मैरी के रानी बनने के कुछ दिन बाद ही इंग्लैंड में अराजकता फैलने लगी थी। दरअसल इंग्लैंड के लोग दो हिस्सों में बंटने लगे थे। एक समुदाय था जो कि कैथोलिक धर्म को ही मानता था। और दूसरा समुदाय ऐसा था जो कि प्रोटेस्टैंट धर्म को मानता था। दोनों समुदायों में लड़ाई बहुत ज्यादा बढ़ गई थी। रानी भी कैथोलिक धर्म की ही समर्थक थी इसलिए उसे प्रोटेस्टैंट धर्म से चिढ़ थी।
रानी ने प्रोटेस्टैंट धर्म के लोगों को बंदी बनाना शुरू कर दिया। वह इस धर्म के लोगों के साथ बहुत बुरी तरह से पेश आती थी। वह इन लोगों को जिंदा जलवाने लगी। प्रोटेस्टैंट धर्म के लोग रानी से बहुत ज्यादा ख़फ़ा रहने लगे। वह रानी को हर दिन बद्दुआ देने लगे। रानी तो इतनी ज्यादा क्रूर होती जा रही थी कि वह बहुत सी जवान लडकियों का अपहरण करवाकर उन्हें मार डालती थी। और फिर वह उन लड़कियों के खून से स्नान भी किया करती थी। वह सोचती थी कि उन लड़कियों का खून उसे पूरी उम्र जवान रखेगा।
रानी की कुछ ही दिनों में शादी भी हो गई थी। कुछ समय तो उसने अपने पति के साथ शादीशुदा जीवन को अच्छे से जिया। लेकिन कुछ ही समय बाद में रानी का व्यवहार और भी अजीब हो गया। वह बहुत ज्यादा चिड़चिड़ी हो गई थी। वह अपने पति से झगड़ती थी। कुछ समय बाद उसे पता चला कि वह प्रेगनेंट थी। उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। उसकी गर्भावस्था की खबर सुनकर पूरी प्रजा भी बहुत खुश हो गई।
लोगों ने सोचा कि अब इंग्लैंड को एक नया राजा मिल जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रानी की खुशी थोड़े ही दिनों में मर गई जब उसे पता चला कि वह गर्भवती ही नहीं हुई थी। फिर कुछ दिनों बाद में फिर से रानी को यह पता चला कि वह गर्भवती हो गई है। लेकिन कुछ दिन बाद ही उसे पता चला कि वह माँ नहीं बनने वाली थी। जब उसने कई तांत्रिकों से इस रहस्य का पता करवाया तो उसे पता चला कि उसके पेट में कोई बच्चा नहीं बल्कि भूत पल रहा था। लोगों ने रानी को एक नया नाम दे दिया था – ब्लडी मैरी। यह नाम लोगों ने उसे इसलिए दिया था क्योंकि वह हद से ज्यादा क्रूर थी। दूसरा कारण यह भी था कि रानी के पेट में भूत ने डेरा डाला था इसलिए लोगों ने उसे ब्लडी मैरी नाम दे दिया था।
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