पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) | PM Vishwakarma Scheme

Photo of author
Ekta Ranga

पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana)- भारत की सरकार हर साल हजारों अलग-अलग योजनाएं निकालती है। इन सभी योजनाओं का अपना-अलग महत्व होता है। 2023 का यह साल कई सारी नई योजनाएं भी लेकर आया। इन्हीं योजनाओं में से एक है पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana)। शायद सरकार कई समय से इस योजना पर काम कर रही होगी। तभी तो जब इस साल के फरवरी में बजट सत्र चल रहा था, तो वित मंत्री निर्मला सीतारमण ने विश्वकर्मा योजना शुरू करने की घोषणा की थी। लेकिन फिर 15 अगस्त 2023 को इस योजना को सही दिशा मिली। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस योजना की आधिकारिक घोषणा 15 अगस्त पर की।

पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana)

पीएम विश्वकर्मा योजना अपनी तरह की एक अलग ही योजना है जो कि भारत के शिल्पकारों और कारीगरों को उभरने का मौका देती है। भारत में ऐसे कई कारीगर हैं जो कि प्रतिभावान होते हुए भी अपनी प्रतिभा वैश्विक बाजार में नहीं दिखा सकते हैं। बढ़ई, सोनार, मूर्तिकार, कुम्हार आदि लोग इस योजना का फायदा उठा सकते हैं। पीएम विश्वकर्मा योजना का अन्य नाम पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना भी है। इसके नाम से ही पता चल रहा है कि यह योजना सभी योग्य और प्रतिभाशाली शिल्पकारों तथा कारीगरों के कौशल को अच्छे से निखारेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को इस योजना की सही मायने में घोषणा की थी।

पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Scheme)

पीएम विश्वकर्मा योजना की जानकारी संक्षिप्त में-

योजना का नामपीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना
यह योजना किसके द्वारा आरम्भ की गई थी वित मंत्री निर्मला सीतारमण
वर्ष 2023
कौन लाभार्थी हो सकते हैंदेश के पारंपरिक कलाकार
आवेदन की प्रक्रियाअभी तक मौजूद नहीं है
श्रेणीकेंद्र सरकारी योजनाएं
आधिकारिक वेबसाइटजल्द ही लांच होने वाली है
उद्देश्यसभी शिल्पकारों और कारीगरों को उभरने का मौका मिलेगा
लाभसभी शिल्पकारों के लिए लाभदायक

पीएम विश्वकर्मा योजना प्रस्तावना

हम सभी ने भगवान विश्वकर्मा का नाम सुना है। लेकिन क्या आपको पता है कि यह किसके देवता हैं? माना जाता है कि भगवान विश्वकर्मा दुनिया के पहले इंजीनियर और वास्तुकार थे। हमारे देश में शिल्पी (क्राफ्ट्समैंन) जाति के लोगों को विश्वकर्मा के नाम से जाना जाता है। इस साल 17 सितम्बर 2023 को भारत विश्वकर्मा जयंती के रूप में मनाएगा। इसी दिन के शुभ अवसर पर पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत होगी। सरकार ने 5 साल में 13,000 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान लगाया है। इस योजना के तहत भारत के कारीगरों को सरकार द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी। इस सहायता से वह अपना जीवन अच्छे से जी पाएंगे। इस योजना में 18 परंपरागत व्यवसायों को जोड़ा गया है। भारत में आज भी कई ऐसे शिल्पकार हैं जिनके उत्पादों और सेवाओं की पहुंच केवल सीमित दायरे तक ही है। इसी को ही देखते हुए भारत सरकार ने यह योजना चालू की है।

पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है?

केंद्रीय सरकार हर साल अनेकों योजनाओं को लेकर आती है। सरकार जो कोई भी योजनाएं लेकर आती है उन सभी से भारत के नागरिकों का कल्याण होता है। इस साल भी भारत सरकार एक शानदार योजना लेकर आई है जिसका नाम है विश्वकर्मा योजना। सरकार का लक्ष्य है कि भारत की इकोनॉमी और मजबूत हो। इसी लक्ष्य को देखते हुए पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू की गई। सरकार ने इस योजना के लिए 13000 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान निकाला है। इस योजना के तहत सभी शिल्पकारों को ट्रेनिंग दी जाएगी। 500 रुपये का भत्ता भी इसी प्रशिक्षण में शामिल है। सरकार ने यह तय किया है कि 100000 रुपये तक का कर्ज वह इस योजना के पहले चरण में देगी और इसी योजना के दूसरे चरण में 200000 तक का कर्ज शिल्पकारों को दिया जाएगा। इस तरह की योजना से हमारे देश की आर्थिक स्थिति भी बहुत मजबूत होगी। हमारे देश की अर्थव्यवस्था नई उड़ान भरेगी। इस योजना से सभी कारीगर भी लाभान्वित होंगे। उन कारीगरों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की विदेशों तक भी पहुंच बनेगी।

पीएम विश्वकर्मा योजना किसके लिए है?

पीएम विश्वकर्मा योजना से सभी प्रतिभाशाली शिल्पकार और कारीगर लाभान्वित होंगे। सरकार का दावा है कि वह 2024 से वित्त वर्ष 2028 तक तकरीबन 30 लाख शिल्पकारों को आर्थिक रूप से मजबूत बना देगी। यह योजना सभी शिल्पकारों के लिए है। इस योजना के तहत कारीगरों को सरकार द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। पीएम विश्वकर्मा योजना को दो भाग में बांटा गया है। पहले चरण में बेसिक ज्ञान दिया जाएगा और दूसरे चरण में एडवांस लेवल का ज्ञान दिया जाएगा। जब कारीगर यह दोनों चरण को पूरा कर लेंगे, तो उन सभी को सरकार की तरफ से सर्टिफिकेट दिया जाएगा। सरकार की तरफ से 15000 रुपए की आर्थिक राशि आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए कारीगरों को दी जाएगी। कुलमिलाकर यह योजना सभी परंपरागत व्यवसायों से जुड़े कारीगरों और शिल्पकारों के लिए वरदान के समान साबित होगी।

18 परंपरागत व्यवसायों से जुड़े परिवार इस योजना में शामिल

  • बढ़ई (सुथार)
  • नाव निर्माता
  • अस्त्र बनाने वाले
  • लोहार
  • हथौड़ा और टूल किट निर्माता
  • ताला बनाने वाले
  • गोल्डस्मिथ (सुनार)
  • कुम्हार
  • मूर्तिकार (पत्थर तराशने वाले)
  • मोची (चर्मकार)
  • मेसन (राजमिस्त्री)
  • टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/जूट बुनकर
  • गुड़िया और खिलौना निर्माता
  • नाई
  • माला बनाने वाले
  • धोबी
  • दर्जी
  • मछली पकड़ने का जाल आदि बनाने वाले

पीएम विश्वकर्मा योजना से मिलने वाले फायदे

  • यह योजना बधेल, बड़ीगर, बग्गा, विधानी, भरद्वाज, लोहार, बढ़ई, पंचाल जैसी जाति वाले लोगों को बहुत फायदा पहुंचाएगी।
  • सरकार यह योजना लागू करके विश्वकर्मा समुदाय के लोगों को आत्मनिर्भर बनाना चाहती है।
  • इस योजना के लागू होने से बहुत से शिल्पकारों और कारीगरों को नौकरी मिलेगी। जब इन सभी को नौकरी मिलेगी तो भारत में बेरोजगारी भी कम होगी।
  • इस योजना के तहत प्रशिक्षण लेने से विश्वकर्मा समुदाय के लोग आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगे।
  • इस योजना के पहले चरण में कारीगरों को 100000 रुपये तक का कर्ज मिलेगा।
  • इस योजना से सभी मेहनती और प्रतिभावान शिल्पकारों के सपनों को उड़ान मिलेगी।
  • इस योजना से कारीगरों को एमएसएमई मूल्य सीरीज से जुड़ने का भी मौका मिलेगा।
  • इस योजना के तहत जो कोई भी कारीगर अपना प्रशिक्षण पूरा करेंगे उन सभी को सरकार की ओर से एक सर्टिफिकेट प्राप्त होगा।
  • इस सर्टिफिकेट से उनको नौकरी मिलने में आसानी होगी।

पीएम विश्वकर्मा योजना के उद्देश्य

पीएम विश्वकर्मा योजना एक ऐसी योजना है जो कि भारत के कारीगरों और शिल्पकारों को फायदा पहुंचाएगी। इस योजना से विश्वकर्मा समुदाय को बहुत ज्यादा फायदा मिलने वाला है। हमारा देश आज भी परंपरागत व्यवसायों से जुड़ा हुआ है। भारत देश अपनी संस्कृति को सहेजकर रखना चाहता है। इसलिए हमारे देश में लोग आज भी पारंपरिक व्यवसाय को अपनाए हुए हैं। लेकिन आज हालात ये है कि बहुत से कारीगरों में प्रतिभा होते हुए भी उनको उचित काम नहीं मिल पाता है। उनकी प्रतिभा लोगों के सामने उजागर नहीं हो पाती है। ऐसे कारीगरों को मुंह मांगा पैसा नहीं मिल पाता है। ऐसे में वह समाज में उठने की बजाए निरंतर गिरते जाते हैं। उनकी प्रगति होने की बजाए दुर्गति होती जाती है। इन्हीं कारणों को देखते हुए सरकार ने विश्वकर्मा समुदाय के लिए यह योजना निकाली है। इस योजना को लागू करने के बाद विश्वकर्मा समुदाय की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और सभी कारीगरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ट्रेनिंग मिलने से इन कारीगरों का कौशल और भी ज्यादा निखरेगा।

विश्वकर्मा जयंती और पीएम विश्वकर्मा योजना

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2023 को यह घोषणा की थी कि विश्वकर्मा योजना को लागू किया जाएगा। इस योजना की घोषणा होते ही विश्वकर्मा समुदाय में मानो जैसे खुशी की लहर छा गई। यह योजना विश्वकर्मा समुदाय को बहुत ज्यादा फायदा पहुंचाएगी। आपको बता दे कि इस साल विश्वकर्मा दिवस 17 सिंतबर 2023 को मनाया जाएगा। इसी दिवस पर पीएम विश्वकर्मा योजना भी लागू की जाएगी। इस योजना से सभी कारीगर लाभान्वित होंगे। सरकार इन सभी शिल्पकारों और कारीगरों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाएगी।

पीएम विश्वकर्मा योजना की पात्रता

  • जो कोई भी पीएम विश्वकर्मा योजना की पात्रता चाहता है तो वह इस बात का ध्यान रखे कि आवेदक भारत का मूल निवासी हो।
  • आवेदन करने वाले के पास सभी प्रकार के महत्वपूर्ण और जरूरी दस्तावेज होने चाहिए।
  • इस योजना का लाभ उठाने के लिए यह बहुत जरूरी है कि आवेदनकर्ता एक शिल्पकार या फिर कारीगर होना चाहिए।

पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

15 अगस्त 2023 को इस योजना को लेकर घोषणा हुई थी। इस घोषणा का ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। इस योजना की घोषणा तो हो गई है लेकिन इस योजना के लिए अगर आप आवेदन करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए सरकार के अगले आदेश के आने का इंतजार करना होगा। अभी तक इस योजना की कोई आधिकारिक वेबसाइट लांच नहीं हुई है।

पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए जरूरी दस्तावेज

  • जाति प्रमाण पत्र
  • मोबाइल नंबर
  • आय प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • बैंक खाता विवरण आदि 
  • राशन कार्ड
  • पहचान पत्र

FAQs

Q1. पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है?

A1. केंद्रीय सरकार हर साल अनेकों योजनाओं को लेकर आती है। सरकार जो कोई भी योजनाएं लेकर आती है उन सभी से भारत के नागरिकों का कल्याण होता है। इस साल भी भारत की सरकार एक शानदार योजना लेकर आई है जिसका नाम है विश्वकर्मा योजना। सरकार का लक्ष्य है कि भारत की इकोनॉमी बहुत मजबूत हो। इसी लक्ष्य को देखते हुए पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू की गई। 

Q2. पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ कौन उठा सकता है?

A2. पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ शिल्पकार और कारीगर उठा सकते हैं।

Q3. पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना कब शुरू हुई?

A3. बजट सत्र 2023-24 के दौरान पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना शुरू हुई थी।

Q4. पीएम विश्वकर्मा योजना के उद्देश्य क्या है?

A4. पीएम विश्वकर्मा योजना एक ऐसी योजना है जो कि भारत के कारीगरों और शिल्पकारों को फायदा पहुंचाएगी। इस योजना से विश्वकर्मा समुदाय को बहुत ज्यादा फायदा मिलने वाला है। इस योजना को लागू करने के बाद विश्वकर्मा समुदाय की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। सभी कारीगरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ट्रेनिंग मिलने से इन कारीगरों का कौशल और भी ज्यादा निखरेगा।

पीएम विश्वकर्मा सम्मान योजना की आधिकारिक वेबसाइट- सरकार ने अभी तक इसे लांच नहीं किया है।

अन्य योजनाओं के लिएयहाँ क्लिक करें

Leave a Reply