उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना (Uttar Pradesh Viklang Pension Yojana)- इस देश में सामान्य नागरिकों के लिए अनेकों योजनाएं निकलती हैं। इसी देश में निशक्त लोगों के लिए भी योजना तैयार की जाती हैं। निशक्त लोग भी हमारे इस समाज का हिस्सा होते हैं। हमारे देश की सरकार ऐसे लोगों का भी सम्मान करती है। निशक्त जन के लिए भी अनेकों योजनाएं तैयार की जाती हैं ताकि वह किसी भी प्रकार की सुविधाओं से वंचित ना रहें। ऐसी ही एक योजना है विकलांग पेंशन योजना। इस योजना को शुरू करने का श्रेय उत्तर प्रदेश की सरकार को जाता है।
उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना 2023 (Uttar Pradesh Viklang Pension Yojana 2023)
विकलांग पेंशन योजना का शुभारंभ उत्तर प्रदेश की सरकार ने किया था। इस योजना के तहत निशक्त जनों को सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। देश में बहुत से दिव्यांग ऐसे हैं जिनके साथ भेदभाव किया जाता है। उन्हें समाज में इज्जत नहीं मिलती है। ऐसे में उन लोगों का आत्मविश्वास बहुत हद तक गिर जाता है। वह समाज में सिर उठाकर नहीं जी सकते हैं। इसी बात को गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश की सरकार ने विकलांग पेंशन योजना की शुरुआत की है। इस योजना को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शुरू किया गया है। इस योजना के अनुसार विकलांग लोगों को सरकार द्वारा पेंशन प्रदान की जाती है। सरकार हर महीने निशक्त लोगों को 500 ₹ पेंशन के रूप में देती है। आज का हमारा विषय उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना है। आज हम इस योजना के बारे में विस्तार से जानेंगे।
उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना 2023 (Uttar Pradesh Viklang Pension Yojana 2023) | UP Viklang Pension Scheme 2023
उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना की महत्वपूर्ण जानकारी संक्षिप्त में-
योजना का नाम | उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना |
उद्देश्य | निशक्त लोगों को आर्थिक सहायता देना |
आवेदन की अंतिम तारीख | कोई तिथि निर्धारित नहीं |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश के विकलांग लोग |
विकलांग पेंशन राशि | 500/- रुपये प्रति माह |
योजना की शुरुआत | वर्ष 2016 |
विभाग | सामाजिक कल्याण विभाग |
आधिकारिक वेबसाइट | sspy-up.gov.in/ |
आवेदन लिंक | नीचे से प्राप्त करें |
उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना प्रस्तावना
विकलांग लोग भी हमारे समाज का उस प्रकार ही हिस्सा हैं जैसे कि अन्य सामान्य लोग होते हैं। लेकिन हमारा समाज ऐसा नहीं मानता है। हमारे समाज में विकलांग लोगों को लेकर भेदभाव किया जाता है। विकलांग लोगों को लेकर समाज में मज़ाक बनाया जाता है। ऐसे में विकलांग लोगों के आत्मसम्मान को बहुत ठेस पहुंचती है। वह हर पल अपने आप को कमजोर महसूस करते हैं। उन्हें लगता है कि वह समाज में महत्वहीन हैं। उनको चारों ओर से डिप्रेशन का सामना करना पड़ता है। वह आत्मनिर्भर होने की बजाए कमजोर बनते जाते हैं। इसी समस्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश की सरकार ने साल 2016 में विकलांग पेंशन योजना का शुभारंभ किया था। इस योजना को शुरू करने का श्रेय योगी आदित्यनाथ को जाता है। इस योजना के तहत विकलांग लोगों को हर महीने 500 रुपए की पेंशन प्रदान की जाएगी। इस योजना के लिए विकलांग पुरुष-महिला दोनों ही आवेदन कर सकते हैं। सामाजिक कल्याण विभाग इस योजना का कार्यभार संभालता है। सरकार इस योजना से निशक्त लोगों को मजबूत बनाना चाहती है।
उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना क्या है?
विकलांग पेंशन योजना एक ऐसी योजना है जिसके तहत निशक्त लोगों को सरकार द्वारा पेंशन दी जाती है। इस योजना से विकलांग लोगों को मजबूती का एहसास होगा। वह अपने आपको सशक्त महसूस कर पाएंगे। विकलांग ऐसे लोग होते हैं जिनको हमारे सहारे की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। उन्हें हमसे बहुत उम्मीदें होती हैं। बहुत से परिवार ऐसे भी होते हैं जो अपने घर के विकलांग सदस्यों को महत्व नहीं देते हैं। वह विकलांग सदस्यों को बोझ से कम नहीं समझते हैं। उन्हें हर पल नीचा दिखाया जाता है। ऐसे में विकलांग लोग अपने आप को बहुत कमजोर महसूस करने लगते हैं। वह अपना जीवन महत्वहीन मानने लगते हैं। वह हर पल दुखी रहने लगते हैं। ऐसे लोगों का दुख भारत की सरकार समझती है। इसलिए ही तो उत्तर प्रदेश की सरकार ने अपने राज्य के विकलांग लोगों के लिए एक शानदार स्कीम शुरू की है जिसका नाम है उत्तर प्रदेश विकलांग योजना। इस योजना के तहत सरकार विकलांग लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना चाहती है और उनकी वित्तीय सुरक्षा भी सुनिश्चित करना चाहती है। इस योजना के माध्यम से विकलांग लोगों को हर महीने 500 रुपए दिए जाते हैं। इस पेंशन से इन लोगों की जरूरत का सारा सामान खरीदा जाता है। यह योजना विकलांग लोगों के लिए वरदान की तरह है।
उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना किसके लिए है?
विकलांग पेंशन योजना यूपी राज्य के उन तमाम लोगों के लिए है जो कि कोई ना कोई रूप से विकलांग हैं। विकलांगता कई प्रकार की हो सकती है। कोई जन्म से ही विकलांग होता है, तो कोई बड़े एक्सीडेंट के चलते भी विकलांग हो जाता है। कोई शारीरिक रूप से अक्षम होता है, तो कोई जन्म से ही सुन या देख नहीं सकता। ऐसे लोग अपने आप को बहुत कमजोर मानने लगते हैं। शारीरिक अक्षमता की वजह से ना तो वह समाज का हिस्सा बन पाते हैं और ना ही वह कमाई कर पाते हैं। ऐसे में वह समाज के लिए बोझ की तरह लगने लग जाते हैं। इस योजना से सरकार दिव्यांगजन को आय के रूप में विश्वसनीय स्रोत प्रदान करवाना चाहती है। सरकार चाहती है कि विकलांगों का कल्याण हो। समाज में उनकी गरिमा बढ़े और उनका सामाजिक समावेशन हो।
उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना के लाभ
- यह योजना उत्तर प्रदेश के विकलांग लोगों के लिए है।
- इस योजना को शुरू करने का श्रेय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है।
- इस योजना से राज्य के विकलांग लोगों को आर्थिक रूप से सहायता मिलेगी।
- सभी विकलांग लोगों को 500 रुपए प्रतिमाह की पेंशन मिलेगी।
- इस योजना के तहत मिलने वाली पेंशन से यूपी राज्य के निशक्त लोगों की जरूरत की चीजें पूरी होंगी।
- यह योजना सामाजिक समावेशन को बढ़ावा देने में सहायक होगी।
- इस योजना से विकलांग लोगों की दूसरे लोगों पर निर्भरता घटेगी।
- इस योजना के अनुसार यह जरूरी है कि एक इंसान को 40% तक विकलांग होना जरूरी है। तभी वह इस योजना का हिस्सा बन पाएंगे।
- सरकार चाहती है कि विकलांग लोगों को भी आम लोगों की ही तरह भोजन, आश्रय और स्वास्थ्य देखभाल उचित प्रकार से मिले।
- इस योजना की मदद से सरकार निशक्त लोगों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना चाहती है।
उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना का उद्देश्य
उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना का उद्देश्य यही है कि इस योजना के माध्यम से सरकार विकलांग लोगों को 500 रुपए की पेंशन प्रदान करवाए। सरकार चाहती है कि इस योजना से वह निशक्त लोगों को सशक्त महसूस करवा सके। इस योजना से प्राप्त होने वाली पेंशन से विकलांग लोगों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करवाई जाएंगी। सरकार चाहती है कि विकलांग लोग भी आम लोगों की ही तरह समाज में इज्जत के साथ अपनी जिंदगी जिएं। इस योजना से विकलांग लोगों को वित्तीय सुरक्षा मिलेगी। उनका सामाजिक विकास और कल्याण होगा। विकलांग लोगों को दूसरों पर आश्रित नहीं रहना पड़ेगा। जिस किसी भी व्यक्ति की उम्र 18 साल से ऊपर है वह इस योजना का हिस्सा बन सकता है।
उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना की पात्रता
- इस योजना का हिस्सा बनने के लिए यह जरूरी है कि आवेदक मूल रूप से उत्तर प्रदेश का निवासी हो।
- जो कोई भी आवेदक 18 वर्ष से ऊपर है वह सभी इस योजना में भाग ले सकते हैं।
- उत्तर प्रदेश के विकलांग लोगों के लिए यह जरूरी है कि वह करीब करीब 40% तक विकलांग हो। ऐसा होने पर ही वह इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- इस योजना में हिस्सा लेने के लिए यह बहुत जरूरी है कि आवेदक के पास गरीबी रेखा के नीचे का आय प्रमाण पत्र हो।
- वही लोग इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं जिनकी वार्षिक आय (₹ 56,460/-) से ज्यादा ना हो।
- आवेदन करने से पहले आवेदक यह ध्यान रखे कि वह पहले से अन्य किसी विकलांग योजना का हिस्सा ना हो।
- जो कोई भी विकलांग व्यक्ति कोई सरकारी नौकरी करता है, तो वह इस योजना का हकदार नहीं होगा।
उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
- विकलांग पेंशन योजना के लिए आवेदन करने के लिए सबसे पहले आवेदक को इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आगे आवेदक को आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर दिव्यांग एवं कुष्ठावस्था पेंशन का ऑप्शन दिखाई देगा। आवेदक को इसी ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- अब आगे आवेदक को ऑनलाइन आवेदन करें के बटन को दबना होगा।
- अगले स्टेप में आवेदन फॉर्म खुल जाएगा। उस फाॅर्म में व्यक्तिगत विवरण, बैंक का विवरण, आय का विवरण, दिव्यांगता का विवरण आदि जानकारी भरनी है।
- जानकारी भरने के साथ आवश्यक दस्तावेज भी जमा करवाने हैं। इसी के साथ ही कैप्चा कोड दर्ज करना होगा और आवेदन फार्म सबमिट करना होगा। आखिरकार विकलांग पेंशन योजना में आवेदन पूरा हो जाएगा।
ऑनलाइन आवेदन लिंक
उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना के लिए जरूरी दस्तावेज
- पहचान पत्र
- आवेदक का आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- आयु प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- विकलांगता प्रमाण पत्र
- बैंक अकाउंट पासबुक
- निवास प्रमाण पत्र
FAQs
A1. विकलांग पेंशन योजना एक ऐसी योजना है जिसके तहत निशक्त लोगों को सरकार द्वारा पेंशन दी जाती है। इस योजना से विकलांग लोगों को मजबूती का एहसास होगा। वह अपने आपको सशक्त महसूस कर पाएंगे। विकलांग ऐसे लोग होते हैं जिनको हमारे सहारे की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। इस योजना के माध्यम से विकलांग लोगों को हर महीने 500 रुपए दिए जाते हैं। इस पेंशन से इन लोगों की जरूरत का सारा सामान खरीदा जाता है। यह योजना विकलांग लोगों के लिए वरदान की तरह है।
A2. उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना यूपी राज्य की योजना है। इसे शुरू करने का श्रेय योगी आदित्यनाथ को जाता है।
उत्तर प्रदेश विकलांग पेंशन योजना की आधिकारिक वेबसाइट- sspy-up.gov.in
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