एनसीसी की फुल फॉर्म (NCC Full Form In Hindi)- जब भी आप एन.सी.सी. का नाम सुनते होंगे आपके ज़हन में एक जैसी वर्दी में खड़े युवाओं का विचार जरूर आता होगा। वर्तमान समय में बहुत कम लोग ही एन.सी.सी. के बारे में जानते होंगे। बात अगर ग्रामीण क्षेत्रों की करें तो वहाँ तो नाम ही शायद लोगों ने न सुना हो। इसके लिए दोषी कौन है? या तो लोग जागरूक नहीं है या उन तक एन.सी.सी. से जुड़ी जानकारियाँ पहुँचाई नहीं गई हैं। शहरों के विद्यालयों और महाविद्यालयों में एन.सी.सी. पूरी तरह से विद्यार्थियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है, इसकी मुख्य वजह आप वर्दी और भविष्य में मिलने वाले लाभ को मान सकते हैं। वहीं कुछ युवा एन.सी.सी. में देश प्रेम की भवना से शामिल होते हैं।
एनसीसी की फुल फॉर्म
आज-कल कई गाँवों में भी विद्यालय/महाविद्यालय/विश्वविद्यालय के माध्यम से युवाओं को एन.सी.सी. से जुड़ने का अवसर आसानी से प्राप्त हो रहा है। क्योंकि एन.सी.सी. का मुख्य उद्देश्य ज़्यादा से ज़्यादा युवाओं में देशभक्ति के मूल्यों को स्थापित करना है। साथ ही युवाओं में शारीरिक, सामाजिक और मानसिक कल्याण की भवना को बढ़ाना है ताकि उनका सर्वांगीण विकास हो सके। अब अधिकतर युवतियाँ भी एन.सी.सी. से जुड़ने लगी हैं। इस संगठन से जुड़ने के बाद विद्यार्थियों में धर्मनिरपेक्ष की दृष्टि उत्पन्न होती है। यही कारण है कि एन.सी.सी. के विद्यार्थियों के विचार धर्म को लेकर साधारण विद्यार्थियों से बहुत अलग और सराहनीय होते हैं। अगर आप भी एन.सी.सी. के बारे में विस्तार से जानना कहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ सकते हैं।
एन.सी.सी. क्या है?
एन.सी.सी. को भारतीय सैन्य कैडेट कोर कहा जाता है जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। यह विद्यालय और महाविद्यालयों में पढ़ने वाले युवाओ के लिए एक संगठन है जिसमें युवा अपनी मर्जी से शामिल हो सकते हैं। इस संगठन का मुख्य लक्ष्य सम्पूर्ण भारत में एकता और अनुशासन को बढ़ावा देना है। साथ ही अधिक से अधिक युवाओं में देशभक्ति की भावना को बढ़ाना एवं उनको मानसिक रूप से मजबूत बनाना है। एन.सी.सी. 15 से 24 वर्ष तक के सभी भारतीय युवाओं/युवतियों के लिए खुला है। इसमें छात्रों का प्रवेश दो स्तर पर आसानी से होता है। पहला विद्यालय स्तर पर और दूसरा स्नातक के शुरुआती समय में। इसके अलावा भी योग्यता के अनुसार आप एन.सी.सी. का हिस्सा बन सकते हैं। भर्ती के बाद छात्रों को कुछ हथियारों से संबंधित ट्रेनिंग भी दी जाती है। आपको बता दें कि इसमें तीनों तरह की सेना शामिल होती हैं-
- थल सेना
- नौसेना
- वायु सेना
एन.सी.सी. फुल फॉर्म
एन.सी.सी. का पूरा नाम हिंदी और अंग्रेजी में नीचे टेबल में पढ़ें-
एन.सी.सी. की फुल फॉर्म हिंदी में (NCC Full Form In Hindi) | एन.सी.सी. की फुल फॉर्म अंग्रेजी में (NCC Full Form In English) |
“राष्ट्रीय कैडेट कोर” (Rashtriy Cadet Corps) | “नेशनल कैडेट कोर” (National Cadet Corps) |
एन.सी.सी. का इतिहास
एन.सी.सी. की स्थापना वर्ष 1948 में युवाओं में देशभक्ति तथा सही मार्ग दर्शन के मूल्यों को स्थापित करने के उद्देश्य से की गई थी। यह एक ऐसा युवा संगठन है जो रक्षा मंत्रालय के अधीन रहकर कार्य करता है। जिसका आदर्श वाक्य “एकता एवं अनुशासन” है। राष्ट्रीय कैडेट कोर एक स्वयं सेवी संगठन है। कैडेट एन.सी.सी. पूरा करने के बाद सैन्य सेवा ले सकते हैं और अगर वह नहीं चाहते सैन्य सेवा लेना तो इसके लिए उन्हें छूट होती है। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य देश और अपने सदस्यों के बीच चरित्र निर्माण, भाईचारा, अनुशासन, नेतृत्व, धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण और साहस की भावना के साथ-साथ निस्वार्थ सेवा से जुड़े आदर्शों को बढ़ावा देना है। आपको बता दें कि कैडेटों द्वारा ही कई राष्ट्र अवसरों पर कैम्पिंग और लंबी पैदल यात्रा को सफल बनाया जाता है। आपने भी 26 जनवरी और 15 अगस्त के अवसर पर एन.सी.सी. के छात्र/छात्राओं को वर्दी पहने लंबी पैदल यात्रा करते हुए कभी न कभी जरूर देखा होगा। इसके अलावा कभी रक्तदान अभियान या वृक्षारोपण अभियान के समय भी इन्हें आम जनता की मदद करते हुए देखा होगा। आपमें से बहुत कम लोग यह जानते होंगे कि खुद में सैन्य शक्ति रखने वाले ये कैडेट आपदा राहत कार्यों में भी घायल लोगों की मदद करने के लिए हिस्सा लेते हैं। यही कारण है कि एन.सी.सी. को वर्ष 1960, 1965 तथा 1974 में तीन बार प्रतिष्ठित ‘राष्ट्रपति के मानक’ सम्मान से सम्मानित किया गया है।
एन.सी.सी. के बारे में आप संक्षेप में टेबल से जान सकते हैं-
श्रेणी | जुड़ाव |
एन.सी.सी. की फुल फॉर्म | “राष्ट्रीय कैडेट कोर” (National Cadet Corps) |
एन.सी.सी. स्थापना वर्ष | वर्ष 1948 |
एन.सी.सी. महानिदेशक | लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह |
एन.सी.सी. का गीत शीर्षक | हम सब भारतीय है |
एन.सी.सी. का सबसे अधिक लाभ | विद्यालय और महाविद्यालय के विद्यार्थी |
एन.सी.सी. का मुख्यालय | नई दिल्ली |
एन.सी.सी. का आदर्श वाक्य | एकता और अनुशासन |
एन.सी.सी. आधिकारिक वेबसाइट | indiancc.nic.in |
एन.सी.सी. के लिए योग्यता
- उम्मीदवार भारत या नेपाल का नागरिक होना चाहिए।
- अभ्यर्थी किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय, महाविद्यालय/विश्वविद्यालय का छात्र/छात्रा होना चाहिए।
- उम्मीदवार शारीरिक तथा मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए।
- आपकी न्यूनतम आयु 12 वर्ष और अधिकतम आयु 26 वर्ष होनी चाहिए।
- एन.सी.सी. के लिए आप दो बार आसानी से आवेदन कर सकते हैं। पहला 11वीं/12वीं के दौरान और दूसरा स्नातक के शुरुआती समय में।
- अगर आप जूनियर डिवीजन के लिए आवेदन करते हैं तो आपकी आयु 12 से साढ़े अट्ठारह वर्ष होनी चाहिए। इसकी ट्रेनिंग दो वर्ष की होती है। वहीं अगर आप सीनियर डिवीजन के लिए आवेदन करते हैं तो आपकी आयु 26 वर्ष के बीच होनी चाहिए। लेकिन इस डिवीजन के छात्र/छात्राओं को तीन वर्ष की ट्रेनिंग दी जाती है।
एन.सी.सी. के लाभ
- एन.सी.सी. करने से आपको सैन्य क्षेत्र में सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करने का अवसर सामान्य उम्मीदवारों से अधिक मिलता है।
- सरकारी नौकरी में कई क्षेत्रों में बेहतर छूट मिलती है।
- आपको भारतीय सेना और पुलिस के अलावा कई अन्य सरकारी सेवाओं में भी नौकरी मिलने में आसानी होती है।
- एन.सी.सी. किए हुए छात्र लगभग सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों और विदेशी शिविरों में भाग ले सकते हैं।
- विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं के साथ जुड़कर आप समाज और पिछड़े लोगों की मदद कर सकते हैं।
- युवाओं में नेतृत्व के गुण और जिम्मेदारियों की भावना विकसित होती है। आप देश के एक जिम्मेदार नागरिक बनते हैं।
- सबसे बड़ा लाभ विद्यार्थियों को यह होता है कि उनमें आत्मविश्वास और आत्मसम्मान की भवना विकसित होती है। इस तरह एक एन.सी.सी. का विद्यार्थी कई चुनौतियों के बीच एक सैनिक की तरह कार्य करता है।
- किसी भी सेवा से जुड़कर वर्दी का सम्मान पाना और अच्छे विचारों के साथ उसे धारण करना गर्व कि बात होती है। इस गर्व को एन.सी.सी. के छात्र बख़ूबी महसूस करते हैं।
एन.सी.सी. के लिए फॉर्म कैसे भरें?
- एन.सी.सी. का हिस्सा बनने के लिए सबसे पहले छात्र/छात्रा को फॉर्म भरना होता है। आप इसे अपने नजदीकी एन.सी.सी. कार्यालय से ऑफलाइन या एन.सी.सी. की ऑफिसियल वेबसाइट (indiancc.nic.in) पर जाकर ऑनलाइन भी फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं।
- प्राप्त किए हुए फॉर्म में दो पासपोर्ट साइज फोटो लगाएं। आपकी एक फोटो राजपत्रित अधिकारी (गजेटेड ऑफिसर) के द्वारा अवश्य सत्यापित होना चाहिए।
- पूरा फॉर्म भरने और आवश्यक दस्तावेजों के साथ सभी कागजों को अपने निकटतम एन.सी.सी. कार्यालय में जमा कर दें। इन आवश्यक दस्तावेजों में मुख्य रूप से आपके जन्म प्रमाण-पत्र की एक फोटोकॉपी, विद्यालय छोड़ने का प्रमाण-पत्र, आपके विद्यालय/महाविद्यालय/विश्वविद्यालय से प्रधानाध्यापक द्वारा प्रमाणित चरित्र प्रमाण-पत्र शामिल है।
- अगर आपका आवेदन स्वीकार हो जाता है, तो आपको एक चिकित्सा परीक्षा से गुजरना होता है।
- उसके बाद आपको राष्ट्रीय कैडेट कोर (एन.सी.सी.) में एक कैडेट के रूप में शामिल कर लिया जाएगा।
- इस तरह अंत में आपको आपकी पसंद के मुताबिक एन.सी.सी. की तीनों इकाई थल सेना, नौसेना एवं वायु सेना विंग को आवंटित किया जाएगा।
एन.सी.सी. परीक्षा सर्टिफिकेट्स
एन.सी.सी. परीक्षा के तहत छात्र/छात्राओं को तीन तरह के सर्टिफिकेट्स दिए जाते हैं-
- ‘ए’ सर्टिफिकेट- इस प्रमाण-पत्र को एन.सी.सी. की प्रथम वर्ष की ट्रेनिंग के बाद परीक्षा पास करने पर दिया जाता है। यह प्रमाण-पत्र 8वीं/9वीं के छात्र/छात्राओं को एन.सी.सी. के प्रथम वर्ष में तब दिया जाता है जब किसी ने एन.सी.सी. के प्रशिक्षण के दौरान 75% भाग लिया हो और परीक्षा पास किया हो।
- ‘बी’ सर्टिफिकेट- ‘बी’ सर्टिफिकेट एन.सी.सी. के दूसरे वर्ष के उस छात्र को प्राप्त होता है जिसने कक्षा 10वीं में एन.सी.सी. के प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष के कुल निर्धारित पाठ्यक्रम में और प्रशिक्षण में 75% भाग लिया हो। साथ ही छात्र/छात्रा को एन.सी.सी. के कैंप में भी शामिल होना पड़ेगा तभी यह सर्टिफिकेट प्राप्त होगा।
- ‘सी’ सर्टिफिकेट- यह एक उच्च स्तर का प्रमाण-पत्र होता है। जिसे एन.सी.सी. के तीसरे वर्ष में प्राप्त किया जाता है। इस प्रमाणपत्र को वही छात्र प्राप्त कर सकते हैं जिनके पास ‘ए’ और ‘बी’ सर्टिफिकेट होगा। छात्र 12वीं पास करने के बाद महाविद्यालय/विश्वविद्यालय के पहले वर्ष में एन.सी.सी. का ‘सी’ सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकता है लेकिन इसके उम्मीदवार को दोनों सर्टिफिकेट के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित करना होगा कि वह एन.सी.सी. शिविर में शामिल हुआ था।
एन.सी.सी. का मुख्य उद्देश्य क्या है?
एन.सी.सी. के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं-
- युवाओं में अनुशासन और राष्ट्र के प्रति भक्ति भावना विकसित करना है।
- भारत के युवाओं में चरित्र और नेतृत्व के गुणों को विकास करना है।
- बड़ी संख्या में सैन्य बलों के लिए प्रशिक्षित जनशक्ति तैयार करना।
- कैडेटों के माध्यम से जनता में राष्ट्रवाद और राष्ट्र सेवा की भावना उत्पन्न करना।
इसके अलावा एन.सी.सी. के कुछ माध्यमिक उद्देश्य भी हैं; जैसे-
- युवाओं के शारीरिक फिटनेस और मानसिक मजबूती को बढ़ावा देना।
- जनता के बीच नागरिक जिम्मेदारी की भावना उत्पन्न करना।
- देश और एन.सी.सी. के सदस्यों के बीच भाईचारे की भवना को सर्वोपरि रखना इत्यादि।
- बिना किसी चिंता के कड़ी मेहनत करना।
- किसी के साथ दुश्मनी न रखना और खुशी से अपने देश के प्रति सभी जिम्मेदारियों को निभाना।
एन.सी.सी. का झंडा
तीन रंगों का एन.सी.सी. झंडा वर्ष 1954 में भारत सरकार के द्वारा पेश किया गया था। जिसमें लाल, हल्का नीला और गहरा नीला रंग शामिल हैं। लाल रंग को भारतीय सेना का प्रतीक, हल्के नीले रंग को भारतीय नौसेना का प्रतीक और गहरे नीले रंग को भारतीय वायु सेना का प्रतीक माना जाता है। इसके अलावा इस झंडे में 17 कमल के फूलों की माला भी है, जो 17 निदेशालयों को सम्बोधित करती है। जब आप एन.सी.सी. के झंडे को देखेंगे, तो पाएंगे कि उस पर इसका आदर्श वाक्य ‘एकता और अनुशासन’ भी लिखा होगा।
केन्द्र द्वारा आयोजित एनसीसी शिविर
केंद्र द्वारा आयोजित शिविर निम्नलिखित हैं-
- नेतृत्व शिविर
- वायु सैनिक कैंप
- नौ सैनिक कैंप
- रॉक क्लाइंबिंग कैंप
- ट्रेकिंग कैंप
- राष्ट्रीय एकता शिविर (एनआईसी)
- थाल सैनिक कैंप (टीएससी)
- आर्मी अटैचमेंट कैंप (एएसी)
- एयरफोर्स अटैचमेंट कैंप (एएसी)
- गणतंत्र दिवस शिविर (आरडीसी)
- वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (एटीसी)
FAQs
उत्तर: एन.सी.सी. को भारतीय सैन्य कैडेट कोर कहा जाता है जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। यह विद्यालय और महाविद्यालयों में पढ़ने वाले युवाओ के लिए एक संगठन है जिसमें युवा अपनी मर्जी से शामिल हो सकते हैं। इस संगठन का मुख्य लक्ष्य सम्पूर्ण भारत में एकता और अनुशासन को बढ़ावा देना है।
उत्तर: “राष्ट्रीय कैडेट कोर” (National Cadet Corps)
उत्तर: एन.सी.सी. की स्थापना वर्ष 1948 में युवाओं में देशभक्ति तथा सही मार्ग दर्शन के मूल्यों को स्थापित करने के उद्देश्य से की गई थी। यह एक ऐसा युवा संगठन है जो रक्षा मंत्रालय के अधीन रहकर कार्य करता है।
उत्तर: दिल्ली में।
उत्तर: लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह।
उत्तर: इस प्रमाण-पत्र को एन.सी.सी. की प्रथम वर्ष की ट्रेनिंग के बाद परीक्षा पास करने पर दिया जाता है। यह प्रमाण-पत्र 8वीं/9वीं के छात्र/छात्राओं को एन.सी.सी. के प्रथम वर्ष में तब दिया जाता है जब किसी ने एन.सी.सी. के प्रशिक्षण के दौरान 75% भाग लिया हो और परीक्षा पास की हो।
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