संज्ञा किसे कहते हैं? (Sangya Kise Kahate Hain?): परिभाषा, प्रकार और उदाहरण

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Ekta Ranga

संज्ञा किसे कहते हैं? (Sangya Kise Kahate Hain?)- आज अगर हिंदी है तो ही हम हैं। हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है और हमारा अभिमान भी है। इसलिए हम सब हिंदी में कुछ नया सीखने को लालायित रहते हैं। और बिना व्याकरण के हिंदी अधूरी है। व्याकरण का उचित ज्ञान हमें इस भाषा में पारंगत बना सकता है। तो आज इसी व्याकरण के सिलसिले को आगे बढ़ाते हैं और चलते हैं संज्ञा के सफर पर। आज हम जानेंगे कि संज्ञा किसे कहते हैं, संज्ञा के कितने प्रकार हैं और अंत में जानेंगे इसके उदाहरण।

संज्ञा किसे कहते हैं?

संज्ञा एक ऐसा शब्द होता है जो एक विशेष प्रकार की वस्तु के समूह को प्रदर्शित करता है। यह कुछ भी हो सकता है जैसे कोई व्यक्ति विशेष, स्थान, किसी के कार्य या गुण। संज्ञा को हम एक प्रकार से विकारी शब्द भी बोल सकते हैं। आज आप देखते होंगे कि इस दुनिया में हर एक व्यक्ति या स्थान का एक विशिष्ट नाम होता है। सभी को हम उनके एक विशेष नाम के तौर पर ही जानते हैं। चलो एक उदाहरण के जरिए हम इसे और अच्छे से समझते हैं। उदाहरण के लिए, ‘पेड़ पर बैठे कबूतर झट से उड़ गए।’ यहां पर यह वाक्य जातिवाचक संज्ञा के बारे में समझा रहा है। यहां पर कबूतर ‘पक्षियों’ की जाति को दर्शा रहे हैं।

संज्ञा की परिभाषा

किसी व्यक्ति, वस्तु, जाति, द्रव्य, गुण, भाव, स्थान और क्रिया के नाम को संज्ञा कहते हैं।

संज्ञा के भेद या प्रकार

संज्ञा को पांच भागों में बांटा गया है। यह पांच प्रकार के होते हैं। द्रव्यवाचक संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, समूहवाचक संज्ञा, व्यक्तिवाचक संज्ञा और भाववाचक संज्ञा। तो आइए जानते हैं संज्ञा के पांच प्रकार के भेद।

1. द्रव्यवाचक संज्ञा

द्रव्यवाचक संज्ञा एक ऐसी संज्ञा है जो हमें किसी भी तरह के पदार्थ के द्रव्य का ज्ञात करवाती है।

द्रव्यवाचक संज्ञा के नाम- दूध, तेल, घी, पानी, दही, जूस, मोबिल, पेट्रोल, चाँदी, सोना, पीतल, प्लेटिनम, ताँबा, पीतल, ऑक्सीजन, धुआँ, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन इत्यादि।

द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण

  • आजकल चांदी के भाव बढ़ने लगे हैं।
  • दूध को ज्यादा उबालने पर वह घट गया।
  • घी का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।
  • सोने के आभूषण पहने हुए सुंदर दिखते हैं।
  • लोहा लोहे को काटता है।
  • मीना को ऑक्सीजन की कमी के चलते अस्पताल ले जाया गया।
  • दही मीठा होने पर ही स्वादिष्ट लगता है।
  • पानी हमारे जीवन के लिए अति आवश्यक चीज है।
  • केले का ज्युस स्वाद मेें अच्छा लगता है।
  • पेट्रोल मंहगा होता जा रहा है।

2. जातिवाचक संज्ञा

जातिवाचक संज्ञा एक ऐसी संज्ञा जो हमें किसी व्यक्ति, स्थान या फिर जगह आदि का ज्ञात करवाती है। यह संज्ञा हमें किसी की समस्त जाति के बारे में जानकारी देती है।

जातिवाचक संज्ञा के नाम – मनुष्य, लड़का, लड़की, सेना, बिल्ली, कुत्ता, मानव, घोड़ा, सभा, मकान, पहाड़, शहर, नदियां, स्कूल, गाँव, विद्यालय, भवन, मोबाइल, पुस्तकें, फर्नीचर , कार, मशीन आदि।

जातिवाचक संज्ञा के उदाहरण

  • मनुष्य ही मनुष्य के काम आ सकता है।
  • वह लड़का रेस में हार गया।
  • आजकल मोबाइल पर हर तरह की जानकारी उपलब्ध है।
  • पहाड़ों की खूबसूरती देखते ही बनती है।
  • मैंने अपनी मिजोरम यात्रा में देखा कि वहां के गांव बहुत ही साफ सुथरे हैं।
  • घोड़ा बहुत तेज दौड़ता है।
  • आज मेरे विद्यालय की तरफ से छूट्टी रखी है।
  • रमेश की कार बहुत ही सुंदर है।
  • पुस्तक हमें जीवन का ज्ञान देती है।
  • बिल्ली बारिश के चलते भीग गई।

3. समूहवाचक संज्ञा

जब भी संज्ञा किसी वस्तु या इंसान के ग्रुप या टोली को प्रदर्शित करती है तो वह समूहवाचक संज्ञा कहलाती है।

समूहवाचक संज्ञा के नाम – कक्षा, समाज, परिवार, भीड़, सेना, धर्म, चोर, पुस्तकालय, दल, टीम, दर्जन

समूहवाचक संज्ञा के उदाहरण

  • वह अपनी कक्षा में अव्वल आया।
  • समाज में रहने पर उसके हिसाब से काम करना पड़ता है।
  • शुक्ला परिवार बहुत बड़ा है।
  • धोनी के नेतृत्व में इंडिया टीम ने वर्ल्ड कप जीता था।
  • चोरों का गिरोह इन दिनों काफी सक्रिय है।
  • भगवान राम की सेना बहुत बड़ी थी।
  • उसका दल बड़ा था।
  • राम पांचवीं कक्षा में पढ़ता है।
  • हमारे शहर का पुस्तकालय बहुत बड़ा है।
  • सीता ने दर्जनभर केले खरीद लिए।

4. व्यक्तिवाचक संज्ञा

संज्ञा के शब्द जब हमें किसी विशेष इंसान, स्थान या वस्तु के बारे में बताते हैं उन्हें हम व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।

व्यक्तिवाचक संज्ञा के नाम – रवि, तुलसीदास, कालिदास, राम, सीता, कृष्ण, राधा, जयशंकर प्रसाद, जवाहरलाल नेहरु। यह हो गए व्यक्तियों के नाम।

भारत, श्रीलंका, अमेरिका, चीन, बिहार, बीकानेर, पंजाब, हरियाणा, पुष्कर, नासिक, अमरनाथ। यह हो गए स्थानों के नाम।

ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, रामायण, गीता, शिवपुराण इत्यादि। यह हो गए वस्तु के नाम।

व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण

  • भारत बड़ी जनसंख्या वाला देश है।
  • हम पिछले साल अमरनाथ की यात्रा पर गए थे।
  • गीता पढ़ने पर हमें जीवन का ज्ञान आता है।
  • मेरी दादी रामायण पढ़ती थी।
  • जवाहरलाल नेहरू भारत के प्रधानमंत्री थे।
  • माता सीता ने बहुत कष्ट झेले।
  • भगवान कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था।
  • नासिक बहुत सुंदर है।
  • शिवपुराण में भगवान शिव की महिमा बताई गई है।
  • रवि इधर-उधर उछलकूद कर रहा है।

5. भाववाचक संज्ञा

जिस संज्ञा शब्द से पदार्थों की अवस्था, गुण-दोष, भाव या दशा, धर्म आदि का बोध हो उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं।

भाववाचक संज्ञा के नाम- क्रोध, प्रेम, ईमानदारी, बुढ़ापा, बचपन, यौवन, सुख, दुख, लम्बाई, बुराई, बीमारी आदि।

भाववाचक संज्ञा के उदाहरण

  • बचपन हमारे सुनहरे दिनों की याद दिलाता है।
  • यौवन काल में शरीर में फुर्ती बनी रहती है।
  • बड़ों से प्रेम से बात किजिए।
  • दूसरों की बुराई की जगह उनकी अच्छाई देखो।
  • क्रोध हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
  • बीमारी होने पर भले से भले इंसान को भी नकारात्मकता घेर लेती है।
  • सुख और दुख इंसान के जीवन के साथी है।
  • मोहन की लम्बाई देखकर में दंग रह गया।

संज्ञा के उदाहरण

स्थान का नाम – दिल्ली, हुबली, न्यूयार्क, पेरिस, जोधपुर

गुण का नाम – कुरूपता, निर्धनता, दुर्बलता, ईमानदारी

वस्तु का नाम – पेन, पेंसिल, डंडा, मेज, टेबल

व्यक्ति का नाम- हितेंद्र, साहिल, पूजा, मोना, रूपा

भाव का नाम – दया, गुस्सा, थकान, जवानी, कड़वा

जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना

बूढ़ाबुढ़ापा
मनुष्य मनुष्यता
दासदासता
मित्रमित्रता
पुरूष पौरूष

सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा बनाना

ममममत्व
अपनाअपनत्व
निजनिजता
समसमता
अहम्अंहकार

विशेषण से भाववाचक संज्ञाएँ बनाना

आलसीआलस्य
ऊंचाऊंचाई
एकएकता
मीठामिठाई
कमकमी

क्रिया से भाववाचक संज्ञा बनाना

घटनाघटाव
बोलनाबोल
सीनासिलाई
लूटनालूट
लिखावट लिखा

निष्कर्ष- तो आज की इस पोस्ट में हमने यह समझा कि संज्ञा का अर्थ क्या होता है, संज्ञा के भेद क्या होते हैं और संज्ञा के उदाहरण क्या होते हैं। हमने यहाँ पर आसान शब्दों में संज्ञा का वर्णन किया है। आशा करते हैं कि आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आया होगा।

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