बीएड की फुल फॉर्म (B.Ed. Full Form In Hindi)- पहले अधिकतर लड़कियों को शिक्षक बनने की सलाह दी जाती थी क्योंकि समाज के लोगों का मानना था कि यह नौकरी महिलाओं के लिए हर तरह से सही और सुरक्षित है लेकिन आज इस विचारधारा में बहुत हद तक सुधार हुआ है। वर्तमान समय में लड़के और लड़कियाँ दोनों ही शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए बी.एड. कोर्स करते हैं। इसके पीछे एक कारण यह है कि उन्हें सरकारी नौकरी तक अपनी पहुँच बनानी होती है लेकिन कुछ अभ्यर्थी बच्चों को अच्छी शिक्षा देने उद्देश्य से भी सरकारी शिक्षक बनाने का सपना देखते हैं क्योंकि ऐसे अभ्यर्थी शिक्षा व्यवस्था में सुधार चाहते हैं। उनका मकसद सिर्फ सरकारी लाभ उठाना नहीं होता।
बीएड की फुल फॉर्म
आपने कई लोगों से सुना होगा कि अगर आपको कक्षा 5वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ना है, तो उसके लिए बी.एड. की डिग्री होनी आवश्यक है। इसके अलावा आपको टेट की परीक्षा भी पास करनी होगी तभी आप सरकारी शिक्षा क्षेत्र में शिक्षक बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं। शिक्षक बनने के लिए उम्मीदवारों को मेहनत के साथ-साथ सब्र रखने की सबसे ज़्यादा जरूरत होती है क्योंकि यह तो आप भी जानते हैं कि किसी भी सरकारी पद पर पहुँचने के लिए एक निश्चित समयावधि या उससे अधिक समय लग सकता है। अगर आपका भी सपना शिक्षा क्षेत्र में जाना है या आप भी एक सरकारी या गैर-सरकारी शिक्षक बनना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए सहायक साबित हो सकता है।
बी.एड. क्या है?
बी.एड. एक प्रकार का अंडरग्रेजुएट शैक्षणिक डिग्री कोर्स है। इस कोर्स को ज़्यादातर उन छात्रों द्वारा पूरा किया जाता है जो आगे भविष्य में शिक्षा क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है या शिक्षक बनना चाहते हैं। यह कोर्स किसी भी सरकारी या गैर सरकारी विद्यालय में शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य होता है। हालांकि कुछ गैर-सरकारी विद्यालय अनुभव के आधार पर भी शिक्षकों की भर्तियाँ करते हैं। इस कोर्स के माध्यम से सिर्फ विभिन्न शिक्षण विधियों को ही ज्ञान नहीं दिया जाता है बल्कि शिक्षा क्षेत्र में जाने वाले अभ्यर्थियों को छात्रों के मन को समझने के परामर्श के साथ-साथ अन्य कई कौशल भी सिखाए जाते हैं।
इस तरह यह कोर्स एक बेहतरीन शैक्षणिक प्रणाली के विकास में मदद करता है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद अभ्यर्थी इंटरमीडिएट तक के छात्रों को पढ़ा सकते हैं। पहले यह कोर्स दो वर्ष का था और स्नातक तीन वर्ष का। इस प्रकार इस कोर्स को पूरा करने में पाँच वर्ष का समय लगता था क्योंकि बी.एड. के लिए स्नातक डिग्री का होना अनिवार्य है लेकिन नई शिक्षा नीति-2023 के आने के बाद एक बदलाव आया है। इस नए प्रारूप के मुताबिक आपको चार वर्ष में ही शिक्षक डिग्री मिल जाएगी। पायलट प्रोजेक्ट के मुताबिक कहा गया था कि लगभग 41 विश्वविद्यालयों में चार वर्षीय बी.एड. कोर्स शुरू होगा जिसमें दाखिले के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगी।
बी.एड. फुल फॉर्म
बी.एड. का पूरा नाम हिंदी और अंग्रेजी में नीचे टेबल में पढ़ें-
बी.एड. की फुल फॉर्म हिंदी में (B.Ed. Full Form In Hindi) | बी.एड. की फुल फॉर्म अंग्रेजी में (B.Ed. Full Form In English) |
“शिक्षा में स्नातक” (Sikshaa Me Sanatak) | “बैचलर ऑफ एजुकेशन” (Bachelor of Education) |
ये फुल फॉर्म भी देखें
एमबीए की फुल फॉर्म (MBA Full Form In Hindi) |
इसरो की फुल फॉर्म (ISRO Full Form In Hindi) |
आईटीआई की फुल फॉर्म (ITI Full Form In Hindi) |
एनडीए की फुल फॉर्म (NDA Full Form In Hindi) |
बी.एड. कोर्स के विकल्प
बी.एड कोर्स पूरा करने के लिए विद्यार्थियों को अनेक प्रकार के कोर्स विकल्प प्रदान किए जाते हैं जिनमें से कुछ मुख्य बी.एड कोर्स निम्नलिखित हैं-
- हिंदी में बी.एड.
- अंग्रेजी में बी.एड.
- विज्ञान में बी.एड.
- गणित में बी.एड.
- राजनीती विषय में बी.एड.
- अर्थशास्त्र में बी.एड.
- कंप्यूटर विषय में बी.एड.
- सामाजिक विज्ञान में बी.एड.
- संस्कृत विषय में बी.एड.
- सूचना प्रौद्योगिकी में बी.एड.
- भूगोल में बी.एड.
- गृह विज्ञान में बी.एड.
- इतिहास में बी.एड.
- मनोविज्ञान में बी.एड.
बी.एड. कोर्स के लिए योग्यता
- बी.एड कोर्स करने के लिए अभ्यर्थी किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/महाविद्यालय से किसी भी विषय से स्नातक होना चाहिए।
- स्नातक में अभ्यर्थी के कम से कम 50% अंक होने अनिवार्य हैं। अगर किसी उम्मीदवार ने इंजीनियरिंग या टेक्नॉलॉजी में स्नातक किया है तो उन उम्मीदवारों के 55% अंक होने चाहिए।
- आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए सरकार द्वारा 5% रियायत बरती जाती है।
- इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से अधिक और 40 वर्ष से कम होनी चाहिए। उम्र सीमा विभिन्न संस्थानों के मुताबिक अलग-अलग हो सकती है।
बी.एड. कोर्स के लिए आवेदन कैसे करें?
- उम्मीदवार बी.एड. कोर्स करने के लिए अपने पसंद के मुताबिक भारत के किसी भी बी.एड. कोर्स कराने वाले विश्वविद्यालय/महाविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- अगर आप परीक्षा में अच्छे अंकों से पास हो जाते हैं तो आपको इस कोर्स में दाखिला मिल जाता है।
- इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप शिक्षक पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा डीएलएड (D.EL.ED) नाम का एक डिप्लोमा कोर्स भी है जिसमें स्नातक के साथ-साथ आपको शिक्षा में स्नातक की पढ़ाई कराई जाती है। इसके लिए भी प्रवेश परीक्षा होती है। इस कोर्स को करने के बाद भी आप शिक्षक बनने का अपना सपना पूरा कर सकते हैं। इस कोर्स को आप 12वीं के बाद कर सकते हैं।
बी.एड. प्रवेश परीक्षाओं की सूची
बी.एड. कोर्स के लिए निम्नलिखित उच्च कोटी की प्रवेश परीक्षाएँ आयोजित की जाती हैं-
क्रम संख्या | प्रवेश परीक्षा का नाम | राज्य का नाम |
1. | महाराष्ट्र बीएड कॉमन एंट्रेंस टेस्ट | महाराष्ट्र |
2. | आईपीयू- सीईटी | दिल्ली |
3. | बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, यूईटी | उत्तर प्रदेश |
4. | मध्य प्रदेश बी.एड प्रवेश परीक्षा | मध्य प्रदेश |
5. | गुजरात विश्वविद्यालय शिक्षा प्रवेश परीक्षा | गुजरात |
6. | उत्तर प्रदेश बीएड जेईई | उत्तर प्रदेश |
7. | पंजाब यूनिवर्सिटी बीएड प्रवेश परीक्षा | पंजाब |
8. | बिहार बीएड प्रवेश परीक्षा | बिहार |
9. | तेलंगाना राज्य शिक्षा आम प्रवेश परीक्षा | तेलंगाना |
11. | गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी बीएड प्रवेश परीक्षा | पंजाब |
12. | इग्नू शिक्षा प्रवेश परीक्षा | दिल्ली |
बी.एड. के लिए भारत के टॉप महाविद्यालय/विश्वविद्यालय
क्रम संख्या | टॉप महाविद्यालय/विश्वविद्यालय/संस्थान | राज्य का नाम |
1. | लेडी इरविन कॉलेज | दिल्ली |
2. | बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय | उत्तर प्रदेश |
3. | कस्तूरी राम कॉलेज ऑफ हायर एजुकेशन | दिल्ली |
4. | आंध्र विश्वविद्यालय | आंध्र प्रदेश |
5. | महाराजा सयाजीराव बड़ौदा विश्वविद्यालय | गुजरात |
6. | दिल्ली विश्वविद्यालय | दिल्ली |
7. | बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय | बिहार |
8. | कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय | हरियाणा |
9. | झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय | झारखंड |
10. | इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय | दिल्ली |
बी.एड. कोर्स फीस
अगर आप इस कोर्स को किसी सरकारी विश्वविद्यालय/महाविद्यालय से पूरा करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक वर्ष की फीस लगभग 30,000 से 50,000/– रु. तक जमा करनी होती है। यह फीस सरकारी और गैर-सरकारी विश्वविद्यालय/महाविद्यालय पर भी निर्भर करती है। साथ ही आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए सरकार द्वारा फीस में रियायत बरती जाती है। आपको बता दे कि गैर-सरकारी विश्वविद्यालय/महाविद्यालय की फीस सरकारी विश्वविद्यालय/महाविद्यालय से बहुत अधिक होती है।
बी.एड. कोर्स के बाद नौकरी
बी.एड. कोर्स करने के बाद आप निम्नलिखित पदों पर कार्य कर सकते हैं-
- शिक्षक
- पुस्तकालयाध्यक्ष
- प्रशिक्षक
- प्रशासनिक
- सहायक अध्यक्ष
- प्रधानाचार्य
- सैन्य प्रशिक्षक
- शिक्षा शोधकर्ता
- पाठ्यक्रम डिजाइनर
बी.एड. कोर्स पूरा करने के बाद वेतन
अगर बी.एड. कोर्स पूरा करने के बाद आपकी नौकरी सरकारी शिक्षक के पद पर लगती है, तो आपका मासिक वेतन लगभग 40,000/- रु. से 60,000/- रु. तक हो सकता है। इसके साथ ही शिक्षकों को कुछ दैनिक जरूरी भत्ते मिलते हैं। अनुभव और आगे की पढ़ाई के आधार पर वेतन 60,000/- रु. से अधिक भी हो सकता है।
बी.एड. के बाद किए जाने वाले कोर्स
बी.एड. के बाद पीजीटी परीक्षा पास करने के उपरांत योग्यता के मुताबिक निम्नलिखित कोर्स किए जा सकते हैं-
क्रम संख्या | कोर्स का नाम |
1. | एम.एड. (M.Ed.) |
2. | एम.ए. (M.A.) |
3. | एम.फिल. (M.Phil.) |
4. | पीएच. डी. (Ph. D.) |
बी.एड. कोर्स की विशेषताएँ
- बी.एड. कोर्स के बाद उम्मीदवार शिक्षक बनने के सभी आवश्यक गुणों व कौशलों को प्राप्त कर लेते हैं।
- इस कोर्स को पूरा करने के बाद अभ्यर्थी इंटरमीडिएट तक के विद्यालयों में शिक्षक बन सकते हैं।
- बी.एड. कोर्स किए बिना शिक्षा क्षेत्र में करियर बनाना मुश्किल होता है। इस कोर्स को करने के बाद ही आप किसी भी राज्य में आवेदन करने के बाद शिक्षक पद को प्राप्त कर पाएंगे।
- बी.एड कोर्स को अभ्यर्थी 40 वर्ष की आयु तक पूरा कर सकते हैं।
- सरकारी संस्थान से इस कोर्स को प्रवेश परीक्षा के बाद कम पैसों में किया जा सकता है क्योंकि इन संनस्थानों की वार्षिक फीस लगभग 30,000 से 50,000/- रु. के बीच रहती है जबकि गैर-सरकारी संस्थानों की वार्षिक फीस एक लाख या इससे अधिक होती है।
- इस कोर्स को आप सरकारी और गैर-सरकारी मान्यता प्राप्त संस्थानों से पूरा कर सकते हैं।
FAQs
उत्तर: इस नए प्रारूप के मुताबिक आपको चार वर्ष में ही शिक्षक डिग्री मिल जाएगी। पायलट प्रोजेक्ट के मुताबिक कहा गया था कि लगभग 41 विश्वविद्यालयों में चार वर्षीय बी.एड. कोर्स शुरू होगा जिसमें दाखिले के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगी।
उत्तर: अगर आप इस कोर्स को किसी सरकारी विश्वविद्यालय/महाविद्यालय से पूरा करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक वर्ष की फीस लगभग 30,000 से 50,000/– रु. तक जमा करनी होती है। यह फीस सरकारी और गैर-सरकारी विश्वविद्यालय/महाविद्यालय पर भी निर्भर करती है।
उत्तर: स्नातक की डिग्री।
उत्तर: शिक्षक, पुस्तकालयाध्यक्ष, प्रशिक्षक, प्रशासनिक, सहायक अध्यक्ष, प्रधानाचार्य, सैन्य प्रशिक्षक, शिक्षा शोधकर्ता, पाठ्यक्रम डिजाइनर इत्यादि।
उत्तर: अगर बी.एड. कोर्स पूरा करने के बाद आपकी नौकरी सरकारी शिक्षक के पद पर लगती है तो आपका मासिक वेतन लगभग 40,000/- रु. से 60,000/- रु. तक हो सकती है। इसके साथ ही शिक्षकों को कुछ दैनिक जरूरी भत्ते मिलते हैं। अनुभव और आगे की पढ़ाई के आधार पर वेतन 60,000/- रु. से अधिक भी हो सकता है।
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