एनसीवीटी की फुल फॉर्म (NCVT Full Form In Hindi)- आज के बदलते दौर में हर कोई अपने कार्य क्षेत्र में एक अच्छी नौकरी प्राप्त करना चाहता है। और लोग अपने पसंद की नौकरी प्राप्त करने के लिए कई परीक्षाएं उत्तीर्ण करते हैं, कई सरकारी संस्थाओं से ट्रेनिंग लेते हैं। इस तरह वह हर तरह की कोशिश करते हैं। एन.सी.वी.टी. आई.टी.आई. से जुड़ी उच्च स्तर की ट्रेनिंग है। जो अभ्यर्थी आई.टी.आई. से अपना ट्रेड कोर्स पूरा करते हैं, उन सभी विद्यार्थी को प्रमाणपत्र दिया जाता है, जिसे एन.सी.वी.टी. प्रमाणपत्र के नाम से जाना जाता है। यह प्रमाणपत्र आसानी से प्राप्त नहीं होता है, इसे पाने के लिए अभ्यर्थी कड़ी मेहनत करते हैं। इसको प्राप्त करने के बाद यह प्रमाणित हो जाता है कि आई.टी.आई. अभ्यर्थियों की स्कूली शिक्षा पूर्ण हो गई है।
एनसीवीटी की फुल फॉर्म
एन.सी.वी.टी. एक सलाहकार समूह के रूप में कार्य करता है। पहले इसे राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद (NCTVT) के नाम से जाना जाता था लेकिन बाद में वर्ष 1956 में एन.सी.वी.टी. की स्थापना कर दी गई। एन.सी.वी.टी. प्रशिक्षण और प्रमाणपत्र की सहायता से युवाओं के बेहतर कौशल तथा रोजगार में सुधार करने करने का प्रयास करता है। इस प्रशिक्षण के बाद अभ्यर्थी न केवल अच्छे कौशल को प्राप्त करते हैं बल्कि सरकारी और गैर-सरकारी उद्योगों में एक अच्छे पद पर नौकरी भी प्राप्त करते हैं। बहुत से विद्यार्थी 10वीं या 12वीं कि परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आई.टी.आई. कोर्स करते हैं लेकिन उससे जुड़ी कुछ विशेष जानकारी उनके पास नहीं होती है। आप ऐसी जानकारियों को परीक्षापॉइंट से पढ़ सकते हैं।
एन.सी.वी.टी. क्या है?
एन.सी.वी.टी. की स्थापना वर्ष 1956 में हुई थी। एन.सी.वी.टी. एक ऐसा संस्थान है जिसको भारत सरकार के द्वारा नियंत्रित किया जाता है। लगभग सभी आई.टी.आई. इसके अंतर्गत आते हैं। जो अभ्यर्थी आई.टी.आई. कोर्स को उत्तीर्ण करते हैं, उन्हें एन.सी.वी.टी. द्वारा आई.टी.आई. का प्रमाणपत्र दिया जाता है। कोर्स के दौरान अभ्यर्थी को हर पाठ्यक्रम और नौकरी के लिए परीक्षा में शामिल होना पड़ता है। सभी पेरीक्षाओं में उत्तीर्ण होने के बाद ही अभ्यर्थी को एन.सी.वी.टी. की तरफ से प्रमाणपत्र दिया जाता है।
एन.सी.वी.टी. फुल फॉर्म
एन.सी.वी.टी. का पूरा नाम हिंदी और अंग्रेजी में नीचे टेबल में पढ़ें-
एन.सी.वी.टी. की फुल फार्म हिंदी में (NCVT Full Form In Hindi) | एन.सी.वी.टी. की फुल फार्म अंग्रेजी में (NCVT Full Form In English) |
“राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद” (Rashtriya Vyavsayik Prashikshan Parishad) | “नेशनल काउंसलिंग ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग” (National Council of Vocational Training) |
ये फुल फॉर्म भी देखें
एमबीए की फुल फॉर्म (MBA Full Form In Hindi) |
इसरो की फुल फॉर्म (ISRO Full Form In Hindi) |
आईटीआई की फुल फॉर्म (ITI Full Form In Hindi) |
एनडीए की फुल फॉर्म (NDA Full Form In Hindi) |
एन.सी.वी.टी. का मुख्य उद्देश्य कया है?
इस संस्था का मुख्य उद्देश्य आई.टी.आई. के छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण देना और विषय के सभी जानकारियों से अवगत करना है। इस तरह एन.सी.वी.टी. अभ्यर्थियों को बेहतरीन व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करवाता है।
एनसीवीटी (NCVT) और एससीवीटी (SCVT) में अंतर
- जिस तरह “राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद” (NCVT) राष्ट्र स्तर पर आई.टी.आई. संस्थानों पर निगरानी रखती और उन्हें अपने लक्ष्य तक पहुँचाती है, ठीक उसी तरह “राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद” (SCVT) राज्य स्तर पर कार्य करती है।
- एन.सी.वी.टी. राष्ट्र स्तर के औद्योगिक परीक्षण के लिए कार्य करती है, जबकि एस.सी.वी.टी. राज्य स्तर के औद्योगिक परीक्षण के लिए कार्य करती है।
- पूरे भारत की सिर्फ एक एन.सी.वी.टी. होती है, जबकि हर राज्य की एस.सी.वी.टी. अलग-अलग होती है।
- नौकरियों में भर्ती के दौरान एस.सी.वी.टी. की तुलना में एन.सी.वी.टी. के अभ्यर्थियों की माँग अधिक की जाती है।
- एन.सी.वी.टी. के अभ्यर्थियों की पढ़ाई छमाही के मुताबिक होती है, जबकि एस.सी.वी.टी. के अभ्यर्थियों की पढ़ाई वार्षिक होती है।
एन.सी.वी.टी. के अंतर्गत आने वाले कोर्स
एन.सी.वी.टी. (NCVT) के अंतर्गत इंजीनियरिंग कोर्स और नॉन-इंजीनियरिंग कोर्स आते हैं। आप अपनी पसंद अनुसार किसी भी कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
एन.सी.वी.टी. के लिए योग्यता
- एन.सी.वी.टी. पाठ्यक्रम में प्रवेश पाने के लिए आपके पास 10वीं और 12वीं का प्रमाणपत्र होना आवश्यक है।
- अभ्यर्थी के पास किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से एन.सी.ए./एन.टी.सी. की डिग्री या डिप्लोमा होना चाहिए।
- इसके लिए अधिकतम आयु निर्धारित नहीं है।
- अभ्यर्थी भारतीय होना चाहिए।
एन.सी.वी.टी. पाठ्यक्रम के लिए आवेदन कैसे करें?
- अभ्यर्थी को सबसे पहले पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा करना होगा।
- उसके बाद अभ्यर्थी को प्रवेश फॉर्म भरना होगा।
- प्रवेश शुल्क का भुगतान ऑनलाइन एन.ई.एफ.टी. (NEFT) के माध्यम से करना होगा। भुगतान के सफल होते ही आपको एक रसीद मिलेगी जोकि भविष्य में आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती है। इसलिए उस रसीद को सहेजकर रखें।
एन.सी.वी.टी. सर्टिफिकेट को कैसे प्राप्त करें?
इसके लिए आपको आई.टी.आई. संस्थान में एडमिशन लेना होगा। वहाँ से आई.टी.आई. कोर्स पूरा करने के बाद आपको एन.सी.वी.टी. की तरफ से एक सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा। इस सर्टिफिकेट की मदद से आप राष्ट्रीय स्तर की नौकरी कहीं से भी प्राप्त कर सकते हैं। आपको बता दें कि इस सर्टीफिकेट को मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट की तरफ से मान्यता प्राप्त माना जाता है। जिसे देश भर में एक प्रमाणित कौशल के रूप में माना जाता है। आपको एक अच्छी नौकरी दिलाने में यह सर्टिफिकेट माध्यम बनता है, इसलिए ज्यादातर आई.टी.आई. के अभ्यर्थी इस सर्टिफिकेट को प्राप्त करना चाहते हैं।
एन.सी.वी.टी. एग्जाम पैटर्न
एन.सी.वी.टी. से संबंधित जितने भी आई.टी.आई. संस्थान हैं उन सभी में परीक्षाएँ सेमेस्टर के हिसाब से होती हैं। अगर किसी का कोर्स एक साल का है, तो उसके दो सेमेस्टर होंगे। पहली परीक्षा 6 महीने बाद होगी। दूसरी भी उसके 6 महीने बाद होगी। इसकी प्रकार अगर किसी अभ्यर्थी का कोर्स दो साल का है, तो उसके चार सेमेस्टर होंगे। यानि दो साल में आप चार बार परीक्षा देंगे।
एन.सी.वी.टी. से आई.टी.आई. कोर्स करने के फायदे
- क्योंकि यह एक राष्ट्रीय सर्टिफिकेट है, इसलिए आप राष्ट्रीय स्तर पर कहीं भी सरकारी और गैर-सरकारी नौकरी कर सकते हैं।
- एन.सी.वी.टी. से आई.टी.आई. आप बहुत कम समय में कर सकते हैं, लेकिन इसके अलावा जितने भी कोर्स हैं, उन्हें पूरा करने में तीन से पाँच साल का समय लग जाता है।
- एन.सी.वी.टी. से आई.टी.आई. करने के बाद आपके पास बहुत से विकल्प होते हैं, जिसकी सहायता से आप आसानी से नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
- सबसे बड़ा फायदा ये है कि आई.टी.आई. के लिए आप 10वीं के बाद ही योग्य बन जाते हैं।
एन.सी.वी. टी. के बाद वेतन
आप शुरुआत में लगभग 15 हजार से 30 हजार तक कमा सकते हैं, लेकिन अगर आपकी नौकरी सरकारी है, तो ये रकम बढ़ भी सकती है। वेतन के मामले में सबसे ज़्यादा फायदा आपको इस कोर्स को करने के बाद तब होगा, जब आप अपने कार्य-क्षेत्र में अनुभवी बन जाएंगे। कम समय में और कम आयु में किया जाने वाला ये एक ऐसा कोर्स है, जिसमें अनुभवी बनने के बाद लोग लाखों भी कमा सकते हैं।
FAQs
प्रश्न: एन.सी.वी.टी. की स्थापना कब हुई थी?
उत्तर: वर्ष 1956 में एन.सी.वी.टी. की स्थापना हुई थी।
प्रश्न: एन.सी.वी.टी. क्या है?
उत्तर: एन.सी.वी.टी. एक ऐसा संस्थान है, जिसको भारत सरकार के द्वारा नियंत्रित किया जाता है। लगभग सभी आई.टी.आई. एन.सी.वी.टी. के अंतर्गत आते हैं।
प्रश्न: हिंदी में एन.सी.वी.टी. की फुल फार्म बताएं?
उत्तर: “राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद।”
प्रश्न: एन.सी.वी.टी. का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: एन.सी.वी.टी. का मुख्य उद्देश्य आई.टी.आई. के छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण देना और विषय की सभी जानकारियों से अवगत करना है।
प्रश्न: एन.सी.वी.टी. (NCVT) और एस.सी.वी.टी. (SCVT) के बीच कोई एक अंतर बताइए?
उत्तर: एन.सी.वी.टी. राष्ट्र स्तर के औद्योगिक परीक्षण के लिए कार्य करती है, जबकि एस.सी.वी.टी. राज्य स्तर के औद्योगिक परीक्षण के लिए कार्य करती है।
प्रश्न: एन.सी.वी.टी. पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अधिकतम आयु सीमा कितनी है?
उत्तर: एन.सी.वी.टी. पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अधिकतम आयु निर्धारित नहीं है।
प्रश्न: एन.सी.वी.टी. सर्टिफिकेट पाने के बाद किस स्तर की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं?
उत्तर: सर्टिफिकेट की मदद से अभ्यर्थी राष्ट्रीय स्तर की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
अन्य फुल फॉर्म के लिए | यहाँ क्लिक करें |