पीसीएस की फुल फॉर्म (PCS Full Form In Hindi)- आधुनिक समय में युवाओं के पास रोजगार के लिए अनेक विकल्प मौजूद हैं लेकिन फिर भी अधिकतर युवा सरकारी नौकरी ही करना चाहते हैं। इसके पीछे का कारण सामाजिक दबाव या युवाओं की अपनी पसंद हो सकती है परंतु ये सच है कि सरकारी नौकरी सिक्योर होती है। इसलिए पी.सी.एस. परीक्षा को पास करने के लिए उम्मीदवार जी जान लगा देते हैं और सफल भी होते हैं। जिन उम्मीदवारों का एक बार में चयन नहीं होता वो पुनः मेहनत करने के बाद पी.सी.एस. परीक्षा को उत्तीर्ण करते हैं और राज्य सरकार द्वारा प्रतिष्ठित प्रशासनिक नौकरी को प्राप्त करते हैं।
पीसीएस की फुल फॉर्म
पी.सी.एस. पास करने के बाद मिलने वाले पदों का नाम सबसे अच्छी सरकारी नौकरियों की श्रेणी में आता है। इसके लिए हर वर्ष राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इस तरह विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए अगल-अलग राज्यों द्वारा पी.सी.एस. परीक्षाएँ आयोजित की जाती हैं। आई.ए.एस. परीक्षा की तरह पी.सी.एस. परीक्षा भी काफी कठिन होती है। इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए भी अभ्यर्थियों को बहुत ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है। कई बार उन्हें असफलताओं का भी सामना करन पड़ता है लेकिन जो अभ्यर्थी अपनी सभी कमियों को दूर करने के बाद परीक्षा देते हैं वे सफल भी होते हैं। अगर आप भी पी.सी.एस. अधिकारी बनना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए सहायक साबित हो सकता है।
पी.सी.एस. क्या है?
पी.सी.एस. परीक्षा को राज्य सरकार द्वारा आयोजित किया जाता है। हर वर्ष इस परीक्षा में अधिक संख्या में अभ्यर्थी हिस्सा लेते हैं। इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाले पी.सी.एस. अधिकारी राजस्व प्रशासन के संचालन एवं कानून व्यवस्था को बनाए रखने का कार्य करते हैं। इसेक अंतर्गत ग्रेड-ए और ग्रेड-बी के अधिकारी शामिल होते हैं जो अनुमंडल, जिला, संभाग तथा राज्य स्तर के विभिन्न पदों पर कार्य करने के लिए चुने जाते हैं। आपको बता दें कि इन उम्मीदवारों की नियुक्ति राज्यपाल द्वारा की जाती है। इस तरह उम्मीदवार अधिकारी बनने के बाद राज्य/जिले में कानून व्यवस्था और राजस्व प्रशासन व्यवस्था का संचालन करते हैं।
पी.सी.एस. फुल फॉर्म
पी.सी.एस. का पूरा नाम हिंदी और अंग्रेजी में नीचे टेबल में पढ़ें-
पी.सी.एस. की फुल फॉर्म हिंदी में (PCS Full Form In Hindi) | पी.सी.एस. की फुल फॉर्म अंग्रेजी में (PCS Full Form In English) |
“प्रांतीय सिविल सेवा” (Prantiya Sivil Seva) | “प्रोविंशियल सिविल सर्विस” (Provincial Civil Service) |
ये फुल फॉर्म भी देखें
एमबीए की फुल फॉर्म (MBA Full Form In Hindi) |
इसरो की फुल फॉर्म (ISRO Full Form In Hindi) |
आईटीआई की फुल फॉर्म (ITI Full Form In Hindi) |
एनडीए की फुल फॉर्म (NDA Full Form In Hindi) |
पी.सी.एस. का इतिहास
पी.सी.एस. का जुड़ाव ब्रिटिश औपनिवेशिक काल से है। अंग्रेजी सरकार ने अपनी नीतियों को लागू करने, कर इकट्ठा करने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए साथ ही भारतीय प्रांतों के शासन के लिए सिविल सेवा की एक पद्धति स्थापित की थी, जिसे भतीय सिविल सेवा (आईसीएस) के नाम से जाना जात था, जोकि ब्रिटिश सरकार की सभी नीतियों को संचालित करता था। स्वतंत्रता के बाद आईसीएस को दूसरी सेवाओं के बीच प्रतिस्थापित कर दिया गया। आज के समय में पी.सी.एस. परीक्षा संबंधित राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाती है। जिसमें दो परीक्षाओं के बाद साक्षात्कार को रखा गया है जिसे पी.सी.एस. परीक्षा की चयन प्रक्रिया कहते हैं। इस परीक्षा के लिए वही उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं जिनका स्नातक किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/संस्थान से पूरा हो।
पी.सी.एस. के लिए शैक्षणिक योग्यता
- पी.सी.एस. परीक्षा आवेदन के लिए उम्मीदवार किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/शिक्षण संस्थान से स्नातक होना चाहिए।
- अभ्यर्थी भारतीय मूल का होना चाहिए।
- लेखाधिकारी, सांख्यिकीय अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी आदि जैसे कुछ विशेष पदों के लिए विशेष शैक्षणिक योग्यता का निर्धारण किया गया है। जिसकी जाँच आप राज्य लोक सेवा आयोग की आधिकारिक वेबसाइट से कर सकते हैं।
पी.सी.एस. के लिए आयुसीमा
- उम्मीदवार की उम्र 21 वर्ष से 40 वर्ष तक होनी चाहिए।
- आरक्षित उम्मीदवारों के लिए सरकार द्वारा रियायत बरती जाती है।
- शारीरिक रूप से अक्षम और दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए भी आयु सीमा में सरकार द्वारा रियायत बरती जाती है।
- पी.सी.एस. परीक्षा में पुलिस उपाधीक्षक, अधीक्षक कारागार आदि विशेष पदों के लिए राज्य लोक सेवा आयोगों द्वारा शारीरिक मापदंड (लगभग 165 सेमी. से 167 सेमी. लंबाई) निर्धारित है।
- सामान्य वर्ग के उम्मीदवार को इस परीक्षा के लिए लगभग 20 अवसर मिल सकते हैं, वहीं आरक्षित वर्ग को 25 और दिव्यांग जन को 40 अवसर मिल सकते हैं।
पी.सी.एस. के लिए विषय
पी.सी.एस. के लिए अनिवार्य विषय निम्नलिखित हैं-
- सामान्य हिंदी
- निबंध लेखन
- सामान्य अध्ययन पेपर-1
- सामान्य अध्ययन पेपर- 2
पी.सी.एस. के लिए वैकल्पिक विषय निम्नलिखित हैं-
- हिंदी
- अंग्रेजी
- इतिहास
- विज्ञान
- भूगोल
- सामान्य विज्ञान
- आर्थिक और सामाजिक विकास
- भारतीय राजनीति और शासन
- पर्यावरण पारिस्थितिकी के सामान्य मुद्दे
- चिकित्सा विज्ञान
पी.सी.एस. परीक्षा के लिए आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट (uppsc.up.nic.in) पर जाएं।
- फिर होमपेज पर पी.सी.एस. मुख्य परीक्षा के लिंक पर क्लिक करें।
- उसके बाद वहाँ लॉगिन करें और पूर्ण विवरण दर्ज करें।
- विवरण जमा करने के बाद फॉर्म को पूरा भरें।
- उसके बाद माँगे गए अपने सभी दस्तावेज़ वहाँ अपलोड करें और अंत में शुल्क का भुगतान करें।
- भविष्य की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए एक प्रिंटआउट जरूर रख लें।
पी.सी.एस. चयन प्रक्रिया
पी.सी.एस. परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए अभ्यर्थी को तीन चरणों से गुजरना पड़ता है-
1. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)- प्रारंभिक परीक्षा के दौरान उम्मीदवार को कुछ पेपर पास करने होते हैं। इस परीक्षा में पेपर के लिए दो-दो घंटे निर्धारित होते हैं और प्रश्न वस्तुनिष्ठ तथा बहुविकल्पीय होते हैं। जो उम्मीदवार इस परीक्षा को पूर्ण रूप से उत्तीर्ण करते हैं वहीं मुख्य परीक्षा में भाग ले सकते हैं।
2. मुख्य परीक्षा (Mains Exam)- इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए अभ्यर्थियों को कुल 8 पेपर देने होते हैं। मुख्य परीक्षा में व्याख्यात्मक प्रश्न होते हैं और प्रत्येक प्रश्न-पत्र को हल करने के लिए तीन घंटे का समय दिया जाता है। अभ्यर्थियों को इस परीक्षा में सबसे अच्छे अंक प्राप्त करने होते हैं क्योंकि इन्हीं अंकों के आधार पर मेरिट बनती है। इस परीक्षा को पास करने वाला अभ्यर्थी ही अगले चरण के लिए योग्य माना जाता है। मुख्य परीक्षा के सभी पेपर और उनके अंक आप टेबल से देख सकते हैं-
पेपर | अंक |
हिंदी | 150 |
निबंध | 150 |
सामान्य अध्ययन- 1 | 200 |
सामान्य अध्ययन- 2 | 200 |
सामान्य अध्ययन- 3 | 200 |
सामान्य अध्ययन- 4 | 200 |
वैकल्पिक विषय पेपर- 1 | 200 |
वैकल्पिक विषय पेपर- 2 | 200 |
3. साक्षात्कार (Interview)- साक्षात्कार पी.सी.एस. परीक्षा का अंतिम चरण है। अभ्यर्थी का साक्षात्कार 100 अंकों का होता है। जो अभ्यर्थी साक्षात्कार पास करते हैं, उनका चयन पी.सी.एस. के लिए हो जाता है। फिर उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है और ट्रेनिंग पूरी होने के बाद पोस्टिंग होती है।
पी.सी.एस. के बाद मिलने वाली पोस्ट
पी.सी.एस. परीक्षा पास करने के बाद अभ्यर्थी जिन पदों पर कार्य करते हैं, उनमें से कुछ के नाम इस प्रकार हैं-
- खंड विकास अधिकारी/बीडीओ (Block Development Officer)
- उप पुलिस अधीक्षक/डीएसपी (Deputy Superintendent of Police)
- सहायक रोजगार अधिकारी (Assistant Employment Officer)
- जिला खाद्य विपणन अधिकारी (District Food Marketing officer)
- सहायक चीनी आयुक्त (Assistant Sugar Commissioner)
- उप सचिव माध्यमिक शिक्षा (Deputy Secretary Madhayamik Shiksha)
- सांख्यिकी अधिकारी (Statistical Officer)
- जिला विकलांग कल्याण अधिकारी (District Handicapped Welfare Officer)
- जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी (District Backward Class Welfare Officer)
- वाणिज्यिक कर अधिकारी (Commercial Tax Officer)
- जिला कमांडेंट होमगार्ड (District Commandant Home guards)
- जेल अधीक्षक (Jail Superintendent)
- नामित अधिकारी (Designated Officer)
- उप संग्रही (Deputy Collector)
- सहकारी समितियों का सहायक रजिस्ट्रार (Assistant Registrar Cooperative Societies)
- जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी (District Minority Welfare Officer)
- जिला बागवानी अधिकारी (District Horticulture Officer)
- जिला समाज कल्याण अधिकारी (District Social Welfare Officer)
- जिला आपूर्ति अधिकारी ग्रेड 2 (District Supply Officer Grade 2)
- जिला पंचायत राज अधिकारी (District Panchayat Raj Officer)
- जिला प्रशासनिक अधिकारी (District Administrative Officer)
- जिला कल्याण अधिकारी (District Welfare Officer)
- जिला सहकारी अधिकारी (District Cooperative Officer)
- जिला पंचायत अधिकारी (District Panchayat Officer)
- जिला विकास अधिकारी (District Development Officer)
- जिला पंचायत राज अधिकारी (District Panchayat Raj Officer)
- सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (Assistant Regional Transport Officer)
पी.सी.एस. की तैयारी कैसे करें?
- सबसे पहले पी.सी.एस. परीक्षा के पाठ्यविवरण को समझें।
- सही और उच्च कोटी की पुस्तकों का चयन करें।
- हर दिन समय से पढ़ाई करने के लिए एक समय-सारणी तैयार करें।
- समय-सारणी के मुताबिक अपने विषयों का गहन अध्ययन करें।
- किसी भी विषय पर लिखने का प्रयास करें, लिखने की शुरुआत अपने पसंद के विषयों से करें।
- पिछले तीन-चार साल पुराने प्रश्न-पत्रों को हल करने की कोशिश करें।
- परीक्षा की तैयारी के दौरान आत्मविश्वास और सकारात्मकता को बनाए रखें।
पी.सी.एस. अधिकारी का वेतन
पी.सी.एस. परीक्षा पास करने के बाद एक विशेष अधिकारी का वेतन लगभग 78,800/- रु. से 2,18,200/- रु. प्रति माह तक हो सकता है। इसके अलावा विशेष अधिकारियों को पद के अनुसार ए-ग्रेड की सरकारी सुविधाएँ भी दी जाती हैं। वहीं अभ्यर्थियों को जूनियर स्तर के पदों के लिए 9,300/- रु. से 34,800/- रु. तक वेतन दिया जाता है।
FAQs
उत्तर: राज्य लोक सेवा आयोग।
उत्तर: उम्मीदवार पी.सी.एस. अधिकारी बनने के बाद राज्य/जिले में कानून व्यवस्था और राजस्व प्रशासन व्यवस्था का संचालन करते हैं।
उत्तर: प्रांतीय सिविल सेवा (Provincial Civil Service)
उत्तर: पी.सी.एस. परीक्षा में तीन चरण होते हैं।
1. प्रारंभिक परीक्षा
2. मुख्य परीक्षा
3. साक्षात्कार
उत्तर: उम्मीदवार की उम्र 21 से 40 वर्ष तक होनी चाहिए। आरक्षित उम्मीदवारों, शारीरिक रूप से अक्षम और दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए आयु सीमा में सरकार द्वारा रियायत बरती जाती है।
उत्तर: पी.सी.एस. परीक्षा आवेदन के लिए उम्मीदवार किसी भी मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालय/शिक्षण संस्थान से स्नातक होना चाहिए।
उत्तर: पी.सी.एस. परीक्षा पास करने के बाद एक विशेष अधिकारी का वेतन लगभग 78,800/- रु. से 2,18,200/- रु. प्रति माह हो सकता है। इसके अलावा विशेष अधिकारियों को पद के अनुसार ए-ग्रेड की सरकारी सुविधाएँ भी दी जाती हैं। वहीं अभ्यर्थियों को जूनियर स्तर के पदों के लिए 9,300/- रु. से 34,800/- रु. तक वेतन दिया जाता है।
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