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PFMS Full Form In Hindi: पी.एफ.एम.एस. क्या है, शुरुआत, उद्देश्य, लाभ

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Mamta Kumari
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पीएफएमएस की फुल फॉर्म (PFMS Full Form In Hindi)- भारत सरकार समय-समय पर नागरिकों की आर्थिक और सामजिक रूप से सहायता करने के लिए कई योजनाएँ चलाती रहती है। ऐसा करने के पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य गरीब लोगों को आर्थिक मजबूती प्रदान करना और बेहतर सुविधाएँ मुहैया कराना है लेकिन हैरानी की बात यह है कि कुछ योजनाएँ कागजों तक ही सीमित रह जाती हैं या दफ्तरों तक ही सिमटकर रह जाती हैं। आम जनता तक कुछ योजनाएँ पहुँचती ही नहीं है और पहुँचती भी हैं तो बहुत कम लोगों को ही इसका लाभ मिल पता है। ऐसी ही कई समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पी.एफ.एम.एस. के बारे में विचार किया गया था।

पीएफएमएस की फुल फॉर्म

पी.एफ.एम.एस. को केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय के महालेखा नियंत्रक द्वारा विकसित किया गया है। यह एक सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली है। वर्ष 2009 में शुरू होने वाला यह एक वेब पोर्टल है जिसका हेल्पलाइन नंबर 1800 118 111 है और इसकी आधिकारिक वेबसाइट pfms.nic.in है। यह एक ऐसा ऑनलाइन सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है जिसे भारत सरकार और वित्त मंत्रालय द्वारा विकसित किया गया है। इस पोर्टल का मुख्य कार्य सरकार की लगभग सभी योजनाओं के माध्यम से दी जाने वाली सहायता राशि का सुरक्षित ब्योरा रखना है। इस पोर्टल के माध्यम से कोई भी व्यक्ति सरकार द्वारा दी गई अपनी सहायता राशि को ऑनलाइन आसानी से देख सकता है। अगर आप पी.एफ.एम.एस. के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ सकते हैं।

पी.एफ.एम.एस. क्या है?

पी.एफ.एम.एस. सरकार द्वारा चलाई गई एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा सरकार अपने कई उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए वित्तीय संसाधनों से जुड़ी कई योजनाएँ बनाती है और उनके प्रबंधन की व्यवस्था करती है जिसमें बजट की तैयारी, निष्पादन तथा नियंत्रण, एकाउंटिंग, वित्तीय रिपोर्टिंग, आंतरिक तथा बाहरी सेवा सहित अनेक तरह की गतिविधियों की एक विशाल श्रृंखला शामिल है। पी.एफ.एम.एस. नागरिकों को एक ऐसी सुविधा प्रदान करता है जिसकी सहायता से सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता धन राशि तथा इससे जुड़े सभी धन लाभों को सीधे नागरिकों के बैंक खाते में डाला जाता हैं। भारत सरकार द्वारा नियंत्रित यह एक बेहतरीन प्रणाली है क्योंकि इसके कारण सभी वित्तीय लाभों के बीच होने वाली धोखाधड़ी काफी हद तक कम हुई है। इस प्रणाली का उद्देश्य सार्वजनिक धन का कुशलतापूर्वक उपयोग करना और इसका हिसाब पारदर्शी तथा जवाबदेह तरीके से किया जाना है।

पी.एफ.एम.एस. फुल फॉर्म

पी.एफ.एम.एस. का पूरा नाम हिंदी और अंग्रेजी में नीचे टेबल में पढ़ें-

पी.एफ.एम.एस. की फुल फॉर्म हिंदी में (PFMS Full Form In Hindi)पी.एफ.एम.एस. की फुल फॉर्म अंग्रेजी में (PFMS Full Form In English)
“सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली” (Sarvajanik Vittiya Prabandhan Pranali)“पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम” (Public Financial Management System)

ये फुल फॉर्म भी देखें-

एमबीए की फुल फॉर्म (MBA Full Form In Hindi)
इसरो की फुल फॉर्म (ISRO Full Form In Hindi)
आईटीआई की फुल फॉर्म (ITI Full Form In Hindi)
एनडीए की फुल फॉर्म (NDA Full Form In Hindi)

पी.एफ.एम.एस. की शुरुआत

वर्ष 2009 में पी.एफ.एम.एस. को देश में सभी वित्तीय लेन-देन की वास्तविक समय रिपोर्टिंग के लिए मुख्य मंच के रूप में तैयार किया गया था। पहले पी.एफ.एम.एस. को केंद्रीय योजना निगरानी प्रणाली (सीपीएसएमएस) के नाम से जाना जाता था। वर्तमान समय में यह सिस्टम अन्य सरकारी प्रणालियों एवं संस्थानों के साथ कार्य करता है, जिसमें ग्रामीण विकास मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और राज्य कोषागार आदि शामिल हैं। कई सालों से नागरिकों के हित से जुड़े कार्यक्रमों को शामिल करने के लिए पी.एफ.एम.एस. के दायरे को लगातार बढ़ाया जा रहा है।

पी.एफ.एम.एस. का उद्देश्य

  • सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली भारत सरकार की एक ऐसी पहल है जिसका उद्देश्य देश में वित्तीय प्रबंधन प्रक्रियाओं को व्यवस्थित और केंद्रीकृत करना है।
  • यह प्रबंधन बजट तैयार करना, वित्तीय रिपोर्टिंग, धन का संवितरण और व्यय का पता लगाना जैसे विभिन्न बिंदुओं को समेटता है ताकि सरकारी संसाधनों का प्रभावी ढंग से एवं बिना हेरफेर के कुशलता से उपयोग किया जाए।
  • भारत के नागरिकों को ऑनलाइन घर बैठे ही सरकार द्वारा दी जाने वाली साहायता राशि की पूरी जानकारी सरलता से चेक करने की सुविधा प्रदान करना।
  • आर्थिक रूप से कमजोर नागरिकों की कुछ हद तक स्थितियाँ सुधारने के लिए सरकार द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान करना ताकि वह बिना किसी आर्थिक समस्या के बेहतर जीवन व्यतीत कर सके।
  • इस प्रबंध के माध्यम से नागरिक घर बैठे ऑनलाइन योजना से प्राप्त अपनी धनराशि का स्टेटस आसानी से देख सकते हैं। इसी उद्देश्य से पी.एफ.एम.एस. पोर्टल को जारी किया गया है। इसी वजह से अब सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी धनराशि ऑनलाइन उपलब्ध कर दी गई है।

पी.एफ.एम.एस. पेमेंट स्टेटस ऑनलाइन कैसे देखें?

पी.एफ.एम.एस. पेमेंट स्टेटस ऑनलाइन देखने के लिए सबसे पहले पी.एफ.एम.एस. की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और निर्धारित विशेष क्षेत्र में अपनी पी.एफ.एम.एस. ट्रैकिंग आईडी दर्ज करें। उसके बाद वर्तमान की सूची में अपने भुगतान की स्थिति देखें। आपके पास दूसरा विकल्प भी है, आप संबंधित विभाग से संपर्क करके भी इस जानकारी को प्राप्त कर सकते हैं।

पीएफएमएस एनएसपी पेमेंट को कैसे ट्रैक करें?

  • सबसे पहले अपने पंजीकृत साख का उपयोग करें और पी.एफ.एम.एस. पोर्टल पर लॉगिन करें।
  • उसके बाद “ट्रैक एन.एस.पी. भुगतान” के विकल्प को चुने और उसपर क्लिक करें।
  • अब दिख रहे आवश्यक विवरणों को दर्ज करें; जैसे- आपका बैंक खाता नंबर तथा अन्य उल्लेखित जानकारियाँ।
  • आप अब डैशबोर्ड पर अपने भुगतान का स्टेटस देखें।
  • अगर भुगतान सफल हो जाता है तो आपको आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक वेरिफिकेशन संदेश भी प्राप्त होता है।

पी.एफ.एम.एस. पोर्टल पर फीडबैक कैसे दर्ज करें?

  • इसके लिए आपको सबसे पहले पी.एफ.एम.एस. की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • फिर आपको होम पेक पर फीडबैक नाम से एक विकल्प मिलेगा।
  • अब फीडबैक के विकल्प पर क्लिक कर दें। क्लिक करते ही आपके सामने एक फीडबैक का फॉर्म खुलेगा। उस फॉर्म में पूछी गई सारी जानकारियाँ सही-सही भर दें। उसके बाद कैप्चा कोड भरकर उसे जमा (Submit) कर दें।
  • इस तरह आप घर बैठे पी.एफ.एम.एस. पोर्टल पर फीडबैक दर्ज कर सकते हैं।

पी.एफ.एम.एस. के लाभ

  • सरकार को बजट योजना और निष्पादन में मदद मिलती है।
  • पी.एफ.एम.एस. के माध्यम से सरकारी वित्त से जुड़ी पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
  • कोई भी नागरिक घर बैठे ऑनलाइन पी.एफ.एम.एस. पोर्टल के द्वारा अपने जमा पैसे को देख सकता है।
  • इस पोर्टल के उपयोग से नागरिकों के समय की बचत होती है। अब नागरिकों को दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
  • इसके उपयोग से सरकारी पैसे से जुड़े भ्रष्टाचार में कमी आयी है।
  • पी.एफ.एम.एस. सभी सरकारी संगठनों को एक समान मंच प्रदान करता है।
  • पी.एफ.एम.एस. के उपयोग से वित्तीय संस्थाओं के कार्यों में पारदर्शिता आएगी।
  • इसकी सहायता से नागरिकों को तुरंत और समय पर सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा।
  • इसमें डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के तहत सीधे नागरिकों के बैंक खाते में धनराशि भेजा जाता है।
  • यह इलेक्ट्रॉनिक पेमेंड सिस्टम पर आधारित है इसलिए इसमें हर तरह के धोखाधड़ी से बचा जा सकता है।

पी.एफ.एम.एस. योजना सब्सिडी

यह तो आप जान ही गए है कि पी.एफ.एम.एस. के माध्यम से ही सरकारी योजनाओं से मिलने वाला पैसा सीधे नागरिकों के बैंक खाते में जाता है। नागरिकों को ये लाभ निम्नलिखित योजनाओं से प्राप्त होता है-

  • वृद्धा पेंशन योजना
  • प्रधानमंत्री आवास योजना
  • किसान को कर्जमाफी पर मिलने वाले पैसे
  • छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति (स्कॉलरशिप)
  • मनरेगा (MNREGA) के तहत मिलने वाला श्रमिकों/मजदूरों का पैसा
  • गैस सिलिंडर पर दी जाने वाली सब्सिडी
  • वर्तमान समय में सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं से प्राप्त लाभ।

FAQs

प्रश्न: पी.एफ.एम.एस. की स्थापना कब हुई थी?

उत्तर: वर्ष 2009 में।

प्रश्न: पी.एफ.एम.एस. किसने लागू किया?

उत्तर: पी.एफ.एम.एस. को केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय के महालेखा नियंत्रक द्वारा विकसित किया गया है। यह एक सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली है।

प्रश्न: पी.एफ.एम.एस. का हेल्पलाइन नंबर क्या है?

उत्तर: पी.एफ.एम.एस. का हेल्पलाइन नंबर 1800118111 है।

प्रश्न: पी.एफ.एम.एस. की आधिकारिक वेबसाइट क्या है?

उत्तर: pfms.nic.in

प्रश्न: पी.एफ.एम.एस. क्या है?

उत्तर: पी.एफ.एम.एस. सरकार द्वारा चलाई गई एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा सरकारें अपने कई उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए वित्तीय संसाधनों से जुड़ी कई योजनाएँ बनाती हैं और उनके प्रबंधन कि व्यवस्था करती है। जिसमें बजट की तैयारी, निष्पादन तथा नियंत्रण, एकाउंटिंग, वित्तीय रिपोर्टिंग, आंतरिक तथा बाहरी सेवा सहित अनेक तरह की गतिविधियों की एक विशाल श्रृंखला शामिल होती है।

प्रश्न: पी.एफ.एम.एस. की फुल फॉर्म हिंदी में बताएं?

उत्तर: “सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली”।

प्रश्न: पी.एफ.एम.एस. का पुराना नाम क्या था?

उत्तर: पी.एफ.एम.एस. का पुराना नाम केंद्रीय योजना निगरानी प्रणाली (सीपीएसएमएस) था।

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