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Computer Full Form In Hindi: कंप्यूटर क्या है, परिभाषा, इतिहास, कोर्स, प्रकार, उपयोग

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Mamta Kumari
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कंप्यूटर की फुल फॉर्म (Computer Full Form In Hindi)- आधुनिक युग में कंप्यूटर का जाल जिस तरह वैश्विक स्तर पर फैला हुआ है, उसे देखकर हैरान नहीं हुआ जा सकता क्योंकि समय की यही माँग है। इसलिए आज हर कोई इस यंत्र से परिचित है। आप चाहे जिस क्षेत्र में भी देख लीजिए, वो चाहे सरकारी क्षेत्र हो, गैर-सरकारी क्षेत्र, मनोरंजन क्षेत्र हो, कोई संस्थान हो या फिर औद्योगिक क्षेत्र सभी जगहों पर अधिकतर कार्य कंप्यूटर के सहयोग से ही किए जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके माध्यम से हर तरह के डाटा को सुरक्षित करके रखा जा सकता है और यही कारण है कि ज़्यादातर कंपनियाँ अपने डाटा को कंप्यूटर में सुरक्षित करके रखने लगी हैं।

कंप्यूटर की फुल फॉर्म

आज अधिकतर विद्यार्थी कंप्यूटर से जुड़े ज्ञान को कई जगहों से प्राप्त करते हैं। आपने किसी भी विषय से पढ़ाई क्यों न की हो लेकिन कंप्यूटर से जुड़ी बेसिक चीजों का ज्ञान होना आवश्यक है। कंप्यूटर का बेसिक ज्ञान होना इसलिए भी जरूरी है ताकि आपको किसी भी नई चीज को समझने में ज़्यादा मुश्किलों का सामना न करना पड़े क्योंकि आज हर क्षेत्र बाजार बन चुका है और बाजार कंप्यूटर आधारित है। जितना महत्व हमारे जीवन में इस यंत्र का है उतना ही महत्वपूर्ण और रोचक इसका इतिहास भी है। ये सच है कि हर नई खोज और नई सोच इंसान के लिए एक नई राह खोलती है साथ ही सुव्यवस्थित तरीके से कार्य करने का अवसर प्रदान करती है। आज कंप्यूटर ने मनुष्य की भाग-दौड़ भरी जिंदगी को आसान बनाने का कार्य किया है। कभी-कभी संघर्ष भरे जीवन में व्यक्ति को ऐसे समय या दुर्घटनाओं का भी सामना करना पड़ता है जिसके कारण उसके कई कार्य ठप्प पड़ जाते हैं। उस दौरान कंप्यूटर आपके जीवन में एक अहम भूमिका निभाता है।

कंप्यूटर क्या है?

कंप्यूटर एक ऐसा यंत्र है जिसका हिंदी नाम संगणक है। जो व्यक्ति द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार ही कार्य करता है। यह स्वतंत्र रूप से कार्य नहीं कर सकता। यह जटिल तकनीक होने के बाद भी सबसे सरल सिद्धांतों पर कार्य करता है। इस दौरान पहले कंप्यूटर को निर्देश प्राप्त होता है फिर वह निर्देश के अनुसार संसाधन की खोज या उस पर प्रक्रिया करता है उसके बाद आपके सामने परिणाम दिखाता है। यह एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जिसका उपयोग किसी भी तरह की सूचना तथा डेटा को सुरक्षित करने, संचारित करने या फिर प्राप्त करने और हेरफेर करने के लिए किया जा सकता है। कंप्यूटर मुख्य रूप से तीन तरह के होते हैं-

  • एनालॉग
  • डिजिटल
  • हाइब्रिड

कंप्यूटर फुल फॉर्म

कंप्यूटर का पूरा नाम हिंदी और अंग्रेजी में नीचे टेबल में पढ़ें-

कंप्यूटर की फुल फॉर्म हिंदी में (Computer Full Form In Hindi)कंप्यूटर की फुल फॉर्म अंग्रेजी में (Computer Full Form In English)
सी (C)- आम तौर पर
ओ (O)- संचालित
एम (M)- मशीन
पी (P)- विशेष रूप से
यू (U)- प्रयुक्त
टी (T)- तकनीकी
ई (E)- शैक्षणिक
आर (R)- अनुसंधान
C- Commonly
O- Operating
M- Machine
P- Particularly
U- Used
T- Technical
E- Educational
R- Research

ये फुल फॉर्म भी देखें

एमबीए की फुल फॉर्म (MBA Full Form In Hindi)
इसरो की फुल फॉर्म (ISRO Full Form In Hindi)
आईटीआई की फुल फॉर्म (ITI Full Form In Hindi)
एनडीए की फुल फॉर्म (NDA Full Form In Hindi)

कंप्यूटर का इतिहास

पहले समय में मनुष्य गणना के लिए अपनी उंगलियों और पत्थरों का उपयोग करता था लेकिन बाद में लगभग 2400 ई.पू. में एक चीनी व्यक्ति द्वारा एक यांत्रिक डिवाइस का आविष्कार किया गया जिसका नाम अबेकस (ABACUS) रखा गया। जोकि एक लकड़ी की फ्रेम होती थी। उस समय इसका उपयोग कुछ नियमों को देखते हुए मुख्य रूप से जोड़, गुणा, घटाव, विभाजन, वर्गमूल और घनमूल इत्यादि तरह की गणना के लिए किया जाता था। आप यह जानकर हैरान हो सकते हैं कि वर्तमान समय में इसका सबसे ज़्यादा इस्तेमाल बच्चे करते हैं और इसकी गणना प्रक्रिया सीखते हैं। वर्ष 1942 से 1944 के बीच गणितज्ञ-दार्शनिक ब्लेज़ पास्कल ने भी एक यांत्रिक कैलकुलेटर (mechanical calculator) का आविष्कार किया था जिसका नाम पासक्लीन कैलकुलेटर रखा गया था। दरअसल उन्होंने इस यंत्र का आविस्कार अपने पिता कि मदद करने के उद्देश्य से किया था क्योंकि उस समय उनके पिता रूआन में कर लेखाकार के पद पर कार्य करते थे। वर्ष 1880 से 1882 के बीच चार्ल्स बैबेज ने एक ऐसे यांत्रिक कंप्यूटर का निर्माण किया जिसे भाप से चलाया जाता था। उन्होंने इसका निर्माण गणित की बड़ी-बड़ी गणनाओं को हल करने के लिए किया था।

कंप्यूटर की परिभाषा

कंप्यूटर छोटे-छोटे विद्युत घटकों से परिचालित होने वाली एक ऐसी मशीन है, जो नियत आँकड़ों पर दिए गए निर्देशों की शृंखला के मुताबिक प्रोसेस करके परिणाम प्रस्तुत करता है। जिसका उपयोग सबसे ज़्यादा तकनीकी और शैक्षिक अनुसंधान में किया जाता है।

कंप्यूटर के प्रकार

कंप्यूटर के प्रकार निम्नलिखित हैं-

  • एनालॉग कंप्यूटर- यह कंप्यूटर मापने लायक मात्राओं द्वारा डेटा को दर्शाता है।
  • डेस्कटॉप कंप्यूटर- इसे व्यक्तिगत कंप्यूटर भी कहा जाता है जिसे डेस्क पर फिट किया जाता है। इसका उपयोग ज़्यादातर व्यवसाय या गेमिंग के लिए किया जाता है।
  • डिजिटल कंप्यूटर- यह कंप्यूटर व्यक्त संख्याओं के साथ अंकों के रूप में कार्य करता है।
  • हाइब्रिड कंप्यूटर- इसका कार्य एनालॉग तथा डिजिटल कंप्यूटर की विशेषताओं को जोड़ना है।
  • लैपटॉप- लैपटॉप जिसे निजी कंप्यूटर भी कहा जाता है। जिसका रख-रखाव करना सरल होता है। इसके दो भाग होते है और दोनों ही आपस में जुड़े होते हैं।
  • मेनफ्रेम कंप्यूटर- यह कंप्यूटर से काफी छोटा होता है। जिसका उपयोग बड़े पैमाने पर कंप्यूटिंग के लिए किया जाता है।
  • माइक्रो कंप्यूटर- इसे मुख्य रूप से निजी कंप्यूटर (पी.सी.) के नाम से जाना जाता है जिसमें एकल एकीकृत अर्धचालक चिप माइक्रोप्रोसेसर का इस्तेमाल होता है।
  • मिनी कंप्यूटर- इस कंप्यूटर के माध्यम से एक साथ कई लोग कार्य कर सकते हैं। यह मेनफ्रेम से छोटा और माइक्रो कंप्यूटर से बड़ा होता है।
  • नोटबुक- यह लैपटॉप का एक छोटा रूप है जो जिसे कम शक्तिशाली संस्करण में शामिल किया जाता है।
  • सुपर कंप्यूटर- यह सबसे ज़्यादा उच्च कोटी के प्रदर्शन वाला कंप्यूटर है जो सबसे तेज गति से कार्य करता है।
  • टैबलेट कंप्यूटर- इस कंप्यूटर को टैबलेट पीसी भी कहा जाता है। यह एक प्रकार का टच स्क्रीन और वायरलेस पर्सनल कंप्यूटर होता है। इसे विशेष रूप से तकनीकी और वैज्ञानिक कार्यों को अंजाम तक पहुँचने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

कंप्यूटर का लाभ/उपयोग

  • कंप्यूटर आपकी कार्य क्षमता को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होता है।
  • यह शिक्षा के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाता है। कोरोना-काल के दौरान इसके उपयोग से ऑनलाइन क्लास, ई-लर्निंग और ई-पुस्तकों ने शिक्षा क्षेत्र में जिस तरह मदद की उससे कोई बेखबर नहीं है।
  • यह यंत्र वैज्ञानिकों के लिए सबसे अधिक सहायक सिद्ध हुआ है। चाँद तक पहुँच बनाने में कंप्यूटर की भूमिका को छोटा नहीं आँका जा सकता है।
  • यह निर्देश अनुसार डाटा/जानकारियों को व्यवस्थित रूप में सुरक्षित रखता है।
  • इंसान ने कंप्यूटर को बनाया है कंप्यूटर ने इंसान को नहीं फिर इसको डाटा की बेहतर समझ है क्योंकि इसका निर्माण ही मनुष्य द्वारा इस तरह से किया गया है।
  • कंप्यूटर इंटरनेट के माध्यम से आपको घर बैठे दुनिया से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है।
  • इसके माध्यम से लोग हर दिन कई नई चीजें सीखते हैं।
  • वर्तमान समय में कंप्यूटर ने लोगों के लिए नए-नए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए हैं।

कंप्यूटर से जुड़े कोर्स

कंप्यूटर से जुड़े कोर्स निम्नलिखित हैं-

  • बेसिक कंप्‍यूटर कोर्स (बीसीसी)
  • डिप्लोमा इन कंप्‍यूटर एप्लीकेशन (डीसीए)
  • डिप्लोमा इन कंप्‍यूटर प्रोग्रामिंग (डीसीपी)
  • पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन कंप्‍यूटर एप्लीकेशन (पीजीडीसीए)
  • माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस/एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कोर्स (माइक्रोसॉफ्ट वर्ड-एक्सेल-पावरप्वाइंट-एक्सेस आदि)
  • टैली बेस्‍ट कंप्‍यूटर कोर्स
  • डिजिटल मार्केटिंग कोर्स

कंप्यूटर कोर्स करने के बाद करियर

आज कल हर सरकारी दफ्तरों में ‘डाटा एंट्री ऑपरेटर’ की जरूरत होती है। अगर आप भी डाटा एंट्री ऑपरेटर बनना चाहते हैं तो आपको बारहवीं कक्षा पास करने के बाद डाटा एंट्री का कोर्स या स्टेनोग्राफी कोर्स करना होगा। इसके अलावा सरकारी और गैर-सरकारी क्षेत्रों में कंप्यूटर से जुड़े कई ऐसे कार्य होते हैं, जिन्हें आप कंप्‍यूटर कोर्स करने के बाद या अनुभव के आधार कर सकते हैं; जैसे-

  • कंप्यूटर अकाउंटिंग
  • वेब डिजाइनिंग
  • हार्डवेयर और नेटवर्क से जुड़े कार्य
  • प्रोग्रामिंग कार्य
  • ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग
  • डिजिटल विपणन (मार्केटिंग) से जुड़े कार्य

कंप्यूटर का विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग

पहले कंप्यूटर का उपयोग ज़्यादातर दफ्तर के कार्यों के लिए ही किया जाता था। लेकिन अब दैनिक जीवन में भी इसका उपयोग बढ़ चुका है। शिक्षा के क्षेत्र में कंप्यूटर ने जो भूमिका निभाई है उससे हर कोई परिचित है। आज के समय में कई विद्यालयों में इसकी सहायता से शिक्षा व्यवस्था को आसान बनाया जा रहा है और आप ने भी देखा होगा अब ज़्यादातर बड़ी-बड़ी प्रवेश परीक्षाएँ कंप्यूटर की सहायता से ही आसानी संचालित कराई जा रही हैं। इसेक अलावा रिपोर्ट कार्ड तैयार करने, प्रोजेक्ट या असाइनमेंट बनाने में भी यह यंत्र सबसे ज़्यादा सहायक सिद्ध हुआ है।

इस समय को आधुनिक नाम ऐसे ही नहीं मिला है। इस युग में कंप्यूटर ने चिकित्सा क्षेत्र में रोगी के सिटी स्कैन, एक्स-रै, नेत्र परीक्षण और सर्जरी इत्यादि को सरल बनाया है। आज कई बड़े-बड़े नाजुक व जानलेवा अस्त्र उपचार (ऑपरेशन) को भी आधुनिक कंप्यूटर की सहायता से डॉक्टर आसानी से सफल बना रहे हैं। बैंकिंग क्षेत्र में भी इस यंत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। दरअसल ए.टी.एम. जिससे आप पैसे निकालते हैं वह भी एक तरह का कंप्यूटर ही है, जो आपके निर्देश अनुसार ही कार्य करता है। वर्तमान समय में मीडिया क्षेत्र में कंप्यूटर का ही बोलबाला है जिसे कोई भी अस्वीकार नहीं कर सकता है। इसलिए आज लोग दैनिक अखबारों को पढ़ने की जगह न्यूज वेबसाइट और ब्लॉग से समाचार पढ़ना पसंद करने लगे हैं। औद्योगिक क्षेत्र में इस यंत्र की क्या भूमिका है इससे तो हर कोई परिचित है। इसी तरह मनोरंजन क्षेत्र, विज्ञान संस्थान आदि क्षेत्रों में भी कंप्यूटर अहम भूमिका निभा रहा है।

कंप्यूटर का भविष्य कैसा होगा?

कैलकुलेटर से शुरू होने वाला कंप्यूटर आज टच स्क्रीन और वायरलेस पर्सनल कंप्यूटर तक पहुँच चुका है। जिस तरह सभी क्षेत्रों और पूरे संसार में कंप्यूटर ने अपने पैर जमाये हैं उस हिसाब से यह कहना गलत नहीं न होगा कि आने वाले समय में कंप्यूटर मनुष्यों पर राज करेगा। भले ही यह पढ़ने और सुनने में अजीब लगे क्योंकि कंप्यूटर को मनुष्यों द्वारा ही आज यहाँ तक पहुँचाया गया है लेकिन सच को अस्वीकार भी नहीं किया जा सकता। वर्तमान समय में ए.आई. इसका सबसे सटीक उदाहरण है। एक ऐसा रोबोट तैयार करना जिसमें कृतिम रूप से बौद्धिक क्षमता को विकसित किया जा सके, यह कोई आम बात नहीं और शायद कंप्यूटर न होता तो ऐसा संभव भी न हो पाता। लेकिन यह भी सच है कि अगर आने वाले समय में इंसान कंप्यूटर से अपरिचित रहा तो शायद उसे उतने अवसर प्राप्त न हो जितने कंप्यूटर से जुड़े लोगों को हो।

FAQs
प्रश्न: पसक्लीन का आविष्कार क्यों किया गया?

उत्तर: पास्कल ने इस यंत्र का आविस्कार अपने पिता की मदद करने के उद्देश्य से किया था क्योंकि उस समय उनके पिता रूआन में कर लेखाकार के पद पर कार्य करते थे।

प्रश्न: चार्ल्स बैबेज ने कंप्यूटर क्यों बनाया?

उत्तर: उन्होंने कंप्यूटर निर्माण गणित की बड़ी-बड़ी गणनाओं को हल करने के लिए किया था।

प्रश्न: कंप्यूटर का हिन्दी नाम क्या है?

उत्तर: कंप्यूटर का हिन्दी नाम संगणक है।

प्रश्न: कंप्यूटर की पूरी परिभाषा क्या है?

ऊतर: कंप्यूटर छोटे-छोटे विद्युत घटकों से परिचालित होने वाली एक ऐसी मशीन है, जो नियत आँकड़ों पर दिए गए निर्देशों की शृंखला के मुताबिक प्रोसेस करके परिणाम प्रस्तुत करता है। जिसका उपयोग सबसे ज़्यादा तकनीकी और शैक्षिक अनुसंधान में किया जाता है।

प्रश्न: कंप्यूटर से पहले लोग गणना कैसे करते थे?

उत्तर: पहले समय में लोग गणना के लिए अपनी उंगलियों और पत्थरों का उपयोग करते थे लेकिन बाद में लगभग 2400 ई.पू. में एक चीनी व्यक्ति द्वारा एक यांत्रिक डिवाइस का आविष्कार किया गया जिसका नाम अबेकस (ABACUS) रखा गया जोकि एक लकड़ी का फ्रेम होता था। उस समय इसका उपयोग कुछ नियमों को देखते हुए मुख्य रूप से जोड़, गुणा, घटाव, विभाजन, वर्गमूल और घनमूल इत्यादि तरह की गणना के लिए किया जाता था।

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