बसंत ऋतु पर निबंध (Spring Season Essay In Hindi)

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Ekta Ranga

बसंत ऋतु पर निबंध (Spring Season Essay In Hindi) – हमारे भारत देश में बसंत ऋतु का मौसम थोड़ा अलग ही होता है। बसंत ऋतु आपके मिजाज़ को खुशनुमा बना देता है। अपने स्कूल के दिनों में मैं बसंत ऋतु के आगमन का बेसब्री से इंतजार किया करती थी। सोचती थी कि कब जाड़े का मौसम खत्म हो रहा है और कब बसंत का मौसम आ रहा है। उस मौसम में स्कूल के गार्डन की हरियाली देखने को बनती थी। वह रंग बिरंगे फूल। पेड़ की ड़ाली पर वह कोयल की कूक मन को प्रफुल्लित कर देती थी। एक खेत भी था स्कूल के एकदम पास में। वहां पर पीली सरसों खिल उठती थी। आइये नीचे फिर basant ritu par nibandh पढ़ना शुरू करें।

Essay On Spring Season In Hindi

भारत देश में अलग-अलग त्यौहार और ऋतुएं आती हैं। भारत की ऋतुएं छह प्रकार की होती है। ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत, शिशिर और वसंत ऋतु। यह सारी ऋतुएं अपना अपना महत्व रखती है। यह मौसम हर किसी को बहुत प्रिय होता है फिर चाहे वह इंसान हो या पशु-पक्षी। सभी को यह त्यौहार बहुत ही लुभावना लगता है। इस मौसम को देखकर इंसान की सारी चिंता गायब हो जाती है। पेड़ की शाखाओं पर जब नन्ही कोंपल फूटती है तो प्रकृति का सौंदर्य और भी बढ़ जाता है। प्रकृति की हरियाली एक सुंदर ओढ़ने की तरह लगती है। खेतों की लहलहाती सरसों किसी महिला के आभूषणों से कम प्रतीत नहीं होती। कोयल और पपीहा अपने मधुर संगीत के चलते तानसेन से कम नहीं लगते। तो आज का हमारा टॉपिक बसंत ऋतु (spring season) पर आधारित है। आज हम बसंत ऋतु पर (spring season essay in hindi) हिंदी में निबंध पढ़ेंगे।

प्रस्तावना

देखो वसंत बहार आई

प्रकृति में खुशियां है छाई।

पेड़ो पर पक्षियों ने डाला है डेरा

उदय हुआ है नया सवेरा।

कवि गीत मल्हार गाए

प्रेमी प्रेम के रंग में गोता खाए।

कोयल की कूक से मन हर्षित हो उठे

भंवरे की गुंजन से तरंगे जाग उठे।

धरती फसलों के आभूषण से सज उठती

नकारात्मकता अपने आप दूर जा हटती।

प्रकृति एक ही संदेशा लाई

देखो वसंत बहार आई।

एकता रंगा

यह कविता एकाएक ही मेरे दिमाग में तैर गई। किसका मन प्रफुल्लित नहीं होता बसंत ऋतु को देखकर। सर्दी का मौसम हमारे शरीर के अंदर आलस भर देता है। हम सभी को यही इंतजार रहता है कि कब जाड़े का मौसम खत्म होगा और कब बसंत का सुंदर त्यौहार आएगा। बसंत ऋतु अपने साथ लाती है नई उम्मीदें और उमंग। हमारे देश में बसंत मार्च के महीने में शुरू होती है और अप्रैल महीने तक चलती है। यह मौसम हमें नए परिवर्तनों के बारे में सचेत करता है। यह हमें बताता है कि अब मौसम ने अपना रुख बदला है इसलिए अब हमें भी बदल जाना चाहिए। इस मौसम में पेड़ पौधों को नाचते झूमते हुए देखना बहुत ही अच्छा लगता है। यह ऋतु हर एक मनुष्य के ऊपर प्रेम का बाण छोड़ देती है।

बसंत ऋतु का अर्थ क्या है?

हमारे देश की ऋतुएं छह प्रकार की होती है जैसे कि ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत, शिशिर और वसंत ऋतु। सभी मौसमों का अपना अलग महत्व और आनंद होता है। लेकिन जो बात बसंत के मौसम में है वह और किसी मौसम में कहां। बसंत ऋतु का अर्थ उस ऋतु से है जिसमें मौसम लगभग एक समान ही रहता है। इस ऋतु में जो बड़े बदलाव हमें देखने को मिलते हैं वह है फूलों का खिल आना। बागों में बहार का आ जाना। मौसम का अनुकूल हो जाना। पशु पक्षियों का और अधिक ऊर्जावान हो जाना। यह ऋतु प्राय मार्च महीने में शुरू होती है जो अप्रैल महीने तक चलती है। इसी बसंत के मौसम में खूब सारे त्यौहारों की बौछार भी आ जाती है। यह ऋतु नवीनता और प्रफुल्लता की प्रतीक है। इस मौसम को सभी ऋतुओं में ऊंचा स्थान दिया गया है।

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बसंत ऋतु का महत्व क्या है?

बसंत ऋतु अपने आप में एकदम अलग ही होती है। यह मनभावन मौसम हर किसी को प्रिय होता है। लोग बसंत ऋतु के स्वागत में बेसब्री से इंतजार में खड़े रहते हैं। इस ऋतु का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। इस ऋतु से जुड़ी बहुत सी कहानियां प्रसिद्ध है। सबसे ज्यादा प्रसिद्ध दो कहानियां है।

पहली कथा श्री कृष्ण से जुड़ी हुई है। इस कथा के अनुसार श्री कृष्ण भागवत पुराण में कहते हैं कि कृष्ण ही बसंत है और बसंत ही कृष्ण है। जब श्री कृष्ण बांसुरी बजाते हैं तो पूरी दुनिया में मानो चेतना सी फैल जाती है। दूसरी कथा काम के देवता कामदेव से जुड़ी है। जब कामदेव काम का बाण छोड़ते हैं तो सारे संसार में प्रेम का संचार फैल जाता है। इसी कारण से यह ऋतु प्रजनन काल के लिए श्रेष्ठ मानी जाती है।

बसंत ऋतु का मौसम वातावरण में सकारात्मकता की रोशनी फैला देती है। यह ऋतु आते ही मौसम में परिवर्तन हो जाता है। लोगों को जाड़े के मौसम से छुटकारा मिल जाता है। यह ऋतु कवियों, किसानों और प्रेमियों के लिए भी बहुत खास होती है। इस समय कवि अपनी कलम और कागज को थामकर नई रचनाएं करते हैं। किसान अपनी पकी हुई फसल को काटते हैं। प्रेमी और प्रेमिका प्रेम की दुनिया में कहीं दूर खो जाते हैं।

बसंत ऋतु की विशेषताएं

1) बसंत ऋतु अपने आप में श्रेष्ठ ऋतु मानी जाती है। इस ऋतु के आगमन से कड़कड़ाती ठंड खत्म हो जाती है। लोग रज़ाई का इस्तेमाल बंद कर देते हैं।

2) जैसे ही बसंत ऋतु आती है दिन और रात में बदलाव होना शुरू हो जाता है। इस मौसम में दिन बड़े हो जाते हैं और रात थोड़ी छोटी होनी शुरू हो जाती है। दिन बड़े होने से हमारे काम भी बड़ी ही आसानी से हो जाते हैं।

3) बसंत ऋतु में सकारात्मकता का माहौल फैल जाता है। इस समय पशु- पक्षी और मनुष्य बहुत ऊर्जावान महसूस करते हैं। इस मौसम में वह अपना आलस्य त्याग देते हैं।

4) इस मौसम में प्रकृति हरियाली के वस्त्र धारण कर लेती है। चारों तरफ नजारा बहुत ही सुंदर हो जाता है। हर जगह खेत लहलहा उठते हैं। इस समय वातावरण बहुत ही रमणीय हो जाता है।

5) इस मौसम में किसानों की फसल एकदम पक जाती है। वह अपनी फसल को पका हुआ देखकर हर्षित हो उठते हैं।

6) यह मौसम शरीर को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। इस मौसम में व्यायाम करना हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद रहता है।

7) इस मौसम में प्रजनन क्षमता बहुत मजबूत होती है। इस मौसम में प्रजनन करना बहुत ही फायदेमंद होता है।

बसंत को ऋतुओं का राजा क्यों कहा जाता है?

भारत में छह तरह की ऋतुएँ होती है। सभी ऋतु बहुत ही अपने आप में अच्छी होती है। लेकिन बसंत जैसा मौसम अपने आप में बहुत खास होता है। बसंत को हमारे देश में ऋतुओं का राजा माना जाता है। इस ऋतु के आने से पूरे जगत में परिवर्तन होते हैं। इस ऋतु में वातावरण बहुत ही खुशनुमा बन जाता है। सर्दी से पीले और मुरझाए हुए फूल बसंत के आते ही जैसे खिलने लगते हैं। इसी ऋतु में त्यौहारों की शुरुआत होती है।

बसंत के मौसम में अनेकों त्यौहार आते हैं जैसे होली, शीतलाष्टमी, गणगौर, बसंत पंचमी आदि। यह ऋतु सक्रियता और सकारात्मकता का प्रतीक मानी जाती है। इस ऋतु में किसान की फसल भी अच्छे से पक कर तैयार हो जाती है। हमारे ऋषि मुनियों के हिसाब से यह मौसम शारीरिक गतिविधि और कसरत के लिए बहुत ही फायदेमंद रहता है। इस मौसम में आलस्य मानो कहीं छूमंतर हो जाता है। यह मौसम प्रकृति को बहुत ही रमणीय बना देता है।

बसंत ऋतु के त्यौहार

हमारा देश पूरे विश्व में त्यौहारों को लेकर बहुत प्रसिद्ध है। बारह महीने और खूब सारे त्यौहार। हर त्यौहार का अपना अलग महत्व और अलग आनंद होता है। हर त्यौहार के पीछे कोई ना कोई महत्व जुड़ा होता है। मतलब हर त्यौहार की अपनी अलग कहानी है। आज हम त्यौहार मनाते हैं इसलिए हमारी संस्कृति भी अस्तित्व में बनी हुई है। जैसे ही नया साल शुरू होता है वैसे ही नए त्यौहारों की लंबी लिस्ट भी शुरू हो जाती है।

नए साल के आगमन के साथ मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाता है। इसके ठीक बाद बसंत ऋतु का भी आगमन हो जाता है। बसंत ऋतु में कई त्यौहार आते हैं। पर जो सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है वह है होली, बसंत पंचमी, शीतलाष्टमी, गणगौर, शिवरात्रि आदि। इन सारे त्यौहारों में होली सबसे ज्यादा प्रसिद्ध त्यौहार है। होली को रंगों का त्यौहार माना जाता है। होली के दिन सारे लोग पुराने गले शिकवे भूलकर इस त्यौहार को धूमधाम से मनाते हैं।

होली का माहौल एकदम अलग ही हो जाता है। होली के बाद जो बड़ा त्यौहार आता है वह है बसंत पंचमी और शिवरात्रि। बसंत पंचमी पर माता सरस्वती की पूजा की जाती है। यह दिन सभी विद्यार्थियों के लिए सबसे उत्तम दिन होता है। बसंत पंचमी के बाद तीसरा बड़ा त्यौहार शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भगवान शिव को अर्पित होता है। इस दिन शिवजी और पार्वती जी की पूजा-अर्चना की जाती है।

बसंत में खिलने वाले फूल

पैन्सीप्रिमरोज़
पिटुनियास्नैपड्रैगन फूल
गेंदाकैलेंडुला
एग्रेटमकॉर्नफ्लावर
जीनियाकॉसमॉस
सदाबहारडायनथस
स्वीट एलिसमबालसम
स्वीट पीगजानिया
ल्यूपिनएक्रोक्लिनियम
डैफोडिलट्रिलियम
वर्बेनाअफ्रीकी डेजी
एस्टर फूलक्रोकस
कैमेलियाट्यूलिप

बसंत ऋतु पर निबंध 100 शब्दों में

बसंत ऋतु बड़ी ही खूबसूरत ऋतु में से एक मानी जाती है। इस ऋतु में चारों तरफ का नजारा देखकर मन खुशी से झूम उठता है। बसंत ऋतु के समय वातावरण बहुत अनुकूल रहता है। इस ऋतु में हमें ना तो ज्यादा गर्मी की चिंता सताती है और ना ही ज्यादा सर्दी की। इस खुशनुमा मौसम में पशु और पक्षी बहुत ही प्रफुल्लित नजर आते हैं। बसंत ऋतु से ही त्यौहारों की रौनक शुरू होती है। इस ऋतु के कुछ प्रसिद्ध त्यौहार है होली, बसंत पंचमी, गणगौर आदि। बसंत की ऋतु मार्च महीने से शुरू होती है और अप्रैल तक चलती है।

बसंत ऋतु पर निबंध 200 शब्दों में

सर्दियों का मौसम हमारे शरीर में आलस्य पैदा कर देता है। इस मौसम में हमें रज़ाई में ही दुबके रहने का मन करता है। कोई भी काम करने की इच्छा नहीं होती। लेकिन जैसे ही फरवरी का महीना आता है तो यह अपने साथ लाता है एक खुशनुमा मौसम। इस मौसम में वातावरण एकदम सुंदर हो जाता है। खेत लहलहा उठते हैं। कोयल के कूक की आवाज चारों तरफ सुनाई पड़ती है। पशु मदमस्त हो जाते हैं। हमारे देश में बसंत को ऋतुओं का राजा माना जाता है। यह मौसम कवियों और प्रेमियों का भी प्रिय मौसम होता है।

इस मौसम में कवियों के दिमाग में खूब सारी रचनाएं उमड़ उमड़ घुमड़ के आती हैं। वह इन सारी रचनाओं को शब्दों के माध्यम से कागज के टुकड़े पर पिरो देते हैं। अगर हम बात करें प्रेमियों की तो वह भी इस मौसम का आनंद उठाते हुए प्रेम के गहरे सागर में डूब जाते हैं। इस मौसम में नदियां और झरने देखने में अत्यंत ही खूबसूरत लगते हैं। इस मौसम में किसान वर्ग भी हर समय आनंद में रहता है क्योंकि इस समय इनकी फसल पक कर अच्छे से तैयार हो जाती है। यह समय फसल काटने के लिहाज से बहुत ही उपयुक्त होता है। इस ऋतु में चारों तरफ सकारात्मकता फैली रहती है।

बसंत ऋतु पर 10 लाइनें

1) बसंत ऋतु भारत की सबसे खूबसूरत ऋतुओं में से एक मानी जाती है।

2) बसंत के इस मौसम में प्रकृति हरियाली की चुनरी ओढ़ लेते हैं।

3) इस मौसम में मधुमक्खियों और भंवरों को फूलों के आसपास मंडराता देख बहुत ही अच्छा लगता है।

4) हमारे देश के सभी धर्म पंथ के लोग बसंत ऋतु के त्यौहार को धूमधाम से मनाते हैं।

5) बसंत ऋतु पर माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है।

6) बसंत पंचमी पर सभी विद्यार्थी माँ सरस्वती की पूजा करके माँ से ज्ञान और विद्या का वरदान मांगते हैं।

7) बसंत ऋतु में कोयल की आवाज सुनने में बहुत ही मधुर लगती है। वह सकारात्मकता का संदेश देती है।

8) बसंत की ऋतु को सभी अन्य ऋतु की तुलना में बहुत बड़ा दर्जा दिया जाता है।

9) इस ऋतु में मौसम बड़ा ही अनुकूल रहता है।

10) बसंत के मौसम में सभी लोग आम और लीची जैसे स्वादिष्ट फलों का सेवन बड़े ही चाव के साथ करते हैं।

निष्कर्ष

आज के इस निबंध के माध्यम से हमने यह जाना कि बसंत ऋतु क्या होती है और इसका महत्व क्या होता है? हमने इस निबंध के जरिए इस विषय पर और भी खूब सारी जानकारी इकठ्ठी की। जैसे कि हमने जाना कि बसंत ऋतु में कितने तरह के त्यौहार आते हैं। बसंत ऋतु में कौन से फूल उगते हैं। और हम कौन से फलों का सेवन करते हैं। हमने यह भी जाना कि इस ऋतु को सभी ऋतुओं का राजा क्यों कहा जाता है। भारत के सभी ऋतुएँ अपने आप में बहुत खास होती है। सभी ऋतुओं की अपनी-अपनी मान्यताएं हैं। हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह निबंध पसंद आया होगा। हमने इस निबंध को एकदम सरल शब्दों में लिखकर इसे पाठकों के लिए आसान बनाने की कोशिश की है।

FAQs
Q1. बसंत ऋतु में कौन से त्यौहार मनाए जाते हैं?

A1. बसंत ऋतु में होली, शीतलाष्टमी, गणगौर, शिवरात्रि आदि त्यौहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाए जाते हैं।

Q2. बसंत ऋतु में कौन से जानवर निकलते हैं?

A2. बसंत ऋतु में भालू, चमगादड़, और कुछ गिलहरी जैसे जानवर अपने घरों से बाहर निकलते हैं।

Q3. बसंत ऋतु में कौन सा पक्षी बोलता है?

A3. बसंत ऋतु में कॉपरस्मिथ बारबेट अर्थात ठठेरा बसंता पक्षी और कोयल बोलते हैं। यह मौसम इन पक्षियों को बहुत प्रिय होता है।

Q4. बसंत ऋतु को किसका प्रतीक माना जाता है?

A4. बसंत ऋतु को सकारात्मकता, खुशहाली और यौवन का प्रतीक माना जाता है। इस मौसम में सभी बहुत खुश नजर आते हैं।

Q5. बसंत ऋतु का अर्थ क्या है?

A5. बसंत ऋतु का अर्थ उस ऋतु से है जिसमें मौसम लगभग एक समान ही रहता है। इस ऋतु में जो बड़े बदलाव हमें देखने को मिलते हैं वह है फूलों का खिल आना। बागों में बहार का आ जाना। मौसम का अनुकूल हो जाना। पशु पक्षियों का और अधिक ऊर्जावान हो जाना।

Q6. लोग बसंत का मौसम क्यों पसंद करते हैं?

A6. लोग बसंत का मौसम इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि इस मौसम में वह हर समय से ज्यादा अपने आप को अधिक ऊर्जावान महसूस करते हैं। इस मौसम में उनका आलस्य कहीं दूर भाग जाता है।

Q7. भारत में बसंत ऋतु कब आता है?

A7. भारत में बसंत ऋतु मार्च में शुरू होती है और मई महीने तक चलती है।

Q8. बसंत ऋतु में लोग कौन से फल खाना पसंद करते हैं?

A8. बसंत के मौसम में सभी लोग आम और लीची जैसे स्वादिष्ट फलों का सेवन बड़े ही चाव के साथ करते हैं।

Q9. बसंत ऋतु को हम और किस नाम से जानते हैं?

A9. बसंत ऋतु को हम ऋतुराज के नाम से भी जानते हैं।

Q10. क्या बसंत के मौसम में फूल खिलते हैं?

A10. जी हां, बसंत के मौसम में हमें अनेकों फूलों की बहार देखने को मिलती है।

Q11. बसंत के समय खिलने वाले फूलों के नाम बताइए?

A11. बसंत के समय खिलने वाले फूलों के नाम है ट्यूलिप, डैफोडिल, लिली के फूल, ब्लूबेल, जलकुंभी, और एलियम आदि।

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