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गर्मी के मौसम पर निबंध (Summer Season Essay In Hindi)

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Ekta Ranga

गर्मी के मौसम पर निबंध (Summer Season Essay In Hindi)- यह दुनिया जितनी खूबसूरत है, उतने ही सुंदर हैं इस धरती के मौसम। इस दुनिया की सृष्टि करते वक्त भगवान ने अनेक प्रकार की ऋतुओं का भी निर्माण कर दिया। पूरे संसार में चार प्रकार की ऋतुएं होती हैं। ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु और हेमन्त ऋतु। इन सभी ऋतुओं की अलग-अलग खूबियां होती हैं। किसी को शरद ऋतु पसंद होती है तो किसी को वर्षा ऋतु। मुझे भी दो ऋतुएं बहुत अच्छी लगती हैं, एक वर्षा ऋतु और दूसरी ग्रीष्म ऋतु।

Essay On Summer Season In Hindi

खस, चंदन और गुलाब का शरबत। इनके बारे में सोचते ही गर्मियों की याद आ जाती है। जब मैं छोटी थी तब गर्मी के मौसम में मेरी दादी बहुत ही स्वादिष्ट शर्बत बनाया करती थीं। मुझे खस का शर्बत सबसे ज्यादा पसंद था। इसे पीते ही शरीर की सारी गर्मी खत्म हो जाती थी। और दिमाग बिल्कुल तरोताजा हो जाता था। गर्मी के मौसम का अपना अलग मजा हुआ करता है। स्कूल के बच्चों को दो महीने की छुट्टियां बिताने में आनंद की अनुभूति होती है। इन्हीं दो महीनों में बच्चे जी भरकर खेलते-कूदते, अपने ननिहाल जाते और कहीं बाहर घूमने की योजना भी बनाते है। ग्रीष्मावकाश के चलते ही बच्चों को गर्मी का मौसम अच्छा लगता है। गर्मी के मौसम में हर पल ठंडी चीजों को खाने का मन करता है। तो आज का हमारा विषय गर्मी के मौसम पर आधारित है। आज हम इस विषय पर निबंध पढ़ेंगे।

ग्रीष्म ऋतु पर निबंध

मनुष्य जब इस धरती पर आता है तो वह हर प्रकार की चीजों का आनंद लेना चाहता है। आप इस बात को एक उदाहरण के तौर पर समझ सकते हैं। आप जरा सोचकर देखिए कि आपको कैसा लगे कि अगर आपको एक ही प्रकार का खाना खाने के लिए दिया जाए। एक ही तरह के पकवान से किसी का भी जीवन बहुत नीरस हो सकता है। जीवन में हर जगह परिवर्तन देखना अच्छा लगता है।

प्रस्तावना

प्रकृति में भी कई तरह के परिवर्तन होते हैं। जो सबसे बड़ा परिवर्तन होता है वह होता है मौसम में बदलाव। प्रकृति चार तरह के मौसम की गवाह बनती है। गर्मी, सर्दी, बारिश और बसंत। इन सभी ऋतुओं में ग्रीष्म ऋतु सबसे अलग मानी जाती है। गर्मी में धरती का वातावरण कुछ अलग ही होता है। लोगों को ठंडे पानी से नहाना अच्छा लगता है। ठंडे पेय पीने अच्छे लगते हैं। गर्मी से पहले बसंत ऋतु आती है। बंसत के बाद ग्रीष्म ऋतु आती है। विज्ञान के मुताबिक गोलार्ध के सूर्य की दिशा की ओर बढ़ने से प्रकृति में ग्रीष्म ऋतु का आगमन हो जाता है।

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ग्रीष्म ऋतु का अर्थ

ग्रीष्म ऋतु एक बहुत ही सुंदर ऋतु है। इस मौसम में वातावरण अलग रहता है। ग्रीष्म ऋतु बसंत ऋतु के बाद ही शुरू होती है। गर्मी का मौसम अप्रैल से लेकर जुलाई तक रहता है। लेकिन प्रचंड गर्मी का एहसास मई-जून के महीने में होता है। मई-जून के महीने में लू के जबरदस्त थपेड़े पड़ते हैं। विज्ञान के मुताबिक गर्मी के मौसम में प्रचंड गर्मी इसलिए पड़ती है क्योंकि इस ऋतु में सूर्य हमारी धरती के बहुत नजदीक आ जाता है। गर्मी के महीने में बच्चों को सबसे ज्यादा आनंद आता है। ग्रीष्म ऋतु में धरती का तापमान भी बढ़ जाता है। ज्येष्ठ और आषाढ के महीने सबसे ज्यादा गर्म होते हैं। ग्रीष्म ऋतु में हर किसी को ठंडा पानी पीना अच्छा लगता है। ठंडे पानी से नहाना अच्छा लगता है। इस मौसम में सूर्य का प्रकाश बहुत ज्यादा तेज रहता है।

ग्रीष्म ऋतु की विशेषताएं

दुनिया में चार प्रकार की ऋतुएं होती हैं। लोगों को सभी तरह की ऋतुएं पसंद होती है। गर्मी का मौसम अपने साथ लेकर आता है लू के थपेड़े और चिलचिलाती धूप। ऐसे कई लोग होते हैं जिनसे चिलचिलाती धूप सहन नहीं होती है। गर्मी के मौसम में किसान खेती तो करते हैं लेकिन ऐसे कई किसान होते हैं जिनकी खेती प्रचंड धूप के चलते खराब हो जाती है। यह सभी किसान फसल खराब होने से दुखी हो जाते हैं। गर्मी के मौसम में लू लगने की संभावना बहुत अधिक होती है।

इस मौसम में लोग कई बार डिहाइड्रेशन के शिकार हो जाते हैं। गर्मी के मौसम में तरल पदार्थ लेने की सलाह दी जाती है। उत्तर भारत के जितने भी क्षेत्र हैं उनमें मिट्टी के गुबार वाली आंधी चलती रहती है। खासकर के दिल्ली और राजस्थान में। इस मौसम में हमें तरबूज और नारियल पानी लेने की सलाह दी जाती है। गर्मी के मौसम में सर्दी के मौसम के समान शरीर में शिथिलता नहीं रहती है। गर्मी का मौसम बच्चों को भी बहुत अच्छा लगता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बच्चों को ग्रीष्मकालीन अवकाश का लुत्फ उठाने का अवसर मिलता है।

अनेक प्रकार की ऋतुएं

परिवर्तन ही इस धरती का नियम है। परिवर्तन से ही दुनिया चलती है। हमारी पृथ्वी पर भी अनेकों बदलाव होते रहते हैं। सबसे बड़ा बदलाव होता है प्रकृति में। प्रकृति में हम सभी यह देखते हैं कि इस धरती पर भी मौसम के रूप में बदलाव होते हैं। प्रकृति में चार प्रकार के मौसम देखन को मिलते हैं। ग्रीष्म ऋतु, शीत ऋतु, वर्षा ऋतु और वसंत ऋतु। यह सभी चार प्रकार की महत्वपूर्ण ऋतुएं हैं।

ग्रीष्म ऋतु मतलब होता है गर्मी का मौसम। वर्षा ऋतु में हर समय बारिश का माहौल देखने को मिलता है। बारिश का मौसम तपती गर्मी से राहत पहुंचाता है। शीत ऋतु में हमें सर्दी का एहसास होता है। हम हर पल स्वेटर और शाॅल पहने रखते हैं। हम सभी के शरीर में ढीलापन बना रहता है। और वसंत ऋतु सबसे अलग होती है। वसंत के मौसम में हमारा मन हर पल प्रफुल्लित रहता है। बागों में बहार आ जाती है। लेकिन आज का हमारा विषय गर्मी के मौसम पर आधारित है। गर्मी के मौसम में धरती धूप से बहुत ज्यादा तपने लगती है। गर्मी के मौसम में सूरज और धरती में निकटता बहुत ज्यादा हो जाती है।

ग्रीष्म ऋतु के त्योहार

यूं तो गर्मी का मौसम थोड़ा सा सूना ही होता है। गर्मी के मौसम में दिन भर गर्मी लगती रहती है। गर्मी के मौसम में जबरदस्त लू के थपेड़े चलते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि इस मौसम में कोई त्योहार नहीं आता है। गर्मी के मौसम में भी त्योहार मनाए जाते हैं जैसे कि निर्जला एकादशी, वट सावित्री व्रत, शीतलाष्टमी, देवशयनी एकादशी और गुरु पूर्णिमा आदि। यह सभी त्योहार लोगों में उत्सुकता जगाते हैं। ग्रीष्म ऋतु की तपती दोपहरी के बीच भी यह सभी त्योहार लोगों को सुकून पहुंचाते हैं।

गर्मी के मौसम में उगने वाले फूल

बसंत के मौसम में जब हम हमारे चारों ओर सुंदर खिले हुए फूल देखते हैं तो हमारा मन प्रफुल्लित हो उठता है। रंग बिरंगे फूल हर किसी के मन को सुकून प्रदान करते हैं। जब हमारा मन उदास होता है तो हमें कुछ भी अच्छा नहीं लगता है। लेकिन जैसे ही हम बाग बगीचे में जाते हैं और वहां की हरियाली तथा रंग बिरंगे फूल देखते हैं तो इससे हमारे दिमाग पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बंसत को हरियाली का प्रतीक माना जाता है। बसंत के ठीक बाद आता है गर्मी का मौसम। यह माना जाता है कि गर्मी के मौसम में हरियाली कम हो जाती है। इस मौसम में फूल कम देखने को मिलते हैं। ऐसा नहीं है कि हम इस मौसम में फूल उगा ही नहीं सकते हैं। गर्मी के मौसम में भी हम फूल उगा सकते हैं जैसे कि- गुलमेंहदी, ग्लेडियोलस, सूरजमुखी, गंद्धराज, मोगरा, रजनीगंधा आदि।

ग्रीष्म ऋतु पर निलय उपाध्याय की कविता

जेठ का एक दिन

मेरा गला सूख गया है
पसीने से भर गई है देह
उमस उगल रही है धरती
साँस में
लपटें समा जाती हैं हर बार
मुझे ज़ोरों से लगी है प्यास
पेड़ की जड़ों में होगा जल
कुएँ की तलों में
कौन…
कौन देगा मुझे एक घूँट पानी
मेरे पास कोई स्रोत नहीं है
रेत के
किस खोलक में छुप
बचा लूँ यह जीवन तरबूज़-सा
देहरी के जौ
मिट्टी के घड़े के नीचे अँकुरते हैं
गाय का दूध खूँटे के बल कूदते हैं बछड़े
तुम्हीं कहो
कहो मेरे मालिक
कहाँ हैं मेरे जीवन की जड़ें
मेरे हिस्से की नमी।

गर्मी के मौसम पर निबंध 200 शब्दों में

भारत में चार प्रकार के मौसम देखने को मिलते हैं। ग्रीष्म ऋतु, वसंत ऋतु, शीत ऋतु और वर्षा ऋतु। सारी ऋतुओं का अपना अलग महत्व होता है। हमारा विषय आज गर्मी के मौसम पर आधारित है। गर्मी के मौसम में वातावरण अलग ही प्रकार का होता है। इस मौसम में हमें देखने को मिलता है कि रातें दिन के मुकाबले छोटी होती हैं। दिन बहुत लंबा होता है। दिन के समय में खूब गर्म लू के थपेड़े सताते हैं। बार-बार पसीना आता रहता है।
बहुत बार ऐसा भी होता है जब धूलभरी आंधियां भी चलती हैं। लोगों को धूल से परेशानी होने लगती है। इसी गर्मी के मौसम में लोगों को लू लगने की समस्या भी होती है। लू को अंग्रेजी में हीट स्ट्रोक (Heatstroke) कहते हैं। गर्मी में लू से बचने के लिए नारियल पानी और छाछ जैसी चीजों को पीने की सलाह दी जाती है। वैसे गर्मी का मौसम बच्चों के लिए वरदान से कम नहीं होता है। गर्मी के मौसम में स्कूल के बच्चों की दो महीने की छुट्टियां होती हैं। बच्चे गर्मी की छुट्टियों में अनेक प्रकार की गतिविधियां सीखते हैं। वह छुट्टियों में कहीं ठंडे इलाकों में घूमने भी जाते हैं।

गर्मी के मौसम पर 10 लाइनें

(1) गर्मी का मौसम अप्रैल से लेकर जुलाई तक चलता है।

(2) गर्मी के मौसम में लू लगने की आशंका बहुत अधिक हो जाती है।

(3) ग्रीष्म ऋतु बच्चों के लिए एक प्रिय ऋतु है। वह गर्मी की छुट्टियों का भरपूर आनंद उठाते हैं।

(4) गर्मियों में सूर्य पृथ्वी के बहुत करीब आ जाता है। इसके कारण धरती का तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है।

(5) गर्मी के मौसम में रातें दिन के मुकाबले छोटी होती हैं।

(6) गर्मी के मौसम में लोगों को पानी के संकट को भी झेलना पड़ता है।

(7) गर्मी के मौसम में लोग आम खाना बहुत ज्यादा पसंद करते हैं।

(8) गुलमेंहदी, ग्लेडियोलस, सूरजमुखी, गंद्धराज, मोगरा, रजनीगंधा आदि सभी फूल गर्मियों में उगाए जाते हैं।

(9) गर्मी के मौसम में ठंडे-ठंडे पानी से नहाने में बहुत मजा आता है।

(10) निर्जला एकादशी, वट सावित्री व्रत, शीतलाष्टमी, देवशयनी एकादशी और गुरु पूर्णिमा आदि सभी व्रत गर्मी के मौसम में आते हैं।

FAQs
प्रश्न 1. गर्मी का मौसम कब आता है?

उत्तर- भारत में गर्मी का मौसम आमतौर पर अप्रैल से लेकर जुलाई तक रहता है। ग्रीष्म ऋतु बसंत ऋतु के बाद आती है।

प्रश्न 2. गर्मी के मौसम में कौन-से फल मिलते हैं?

उत्तर- गर्मी में आम, संतरा, अंगूर, लीची, तरबूज, जामुन, खरबूजा आदि फल मिलते हैं।

प्रश्न 3. ग्रीष्म ऋतु की विशेषता क्या है?

उत्तर- गर्मी के मौसम में लू लगने की संभावना बहुत अधिक होती है। इस मौसम में लोग कई बार डिहाइड्रेशन के शिकार हो जाते हैं। गर्मी के मौसम में तरल पदार्थ लेने की सलाह दी जाती है। उत्तर भारत के जितने भी क्षेत्र हैं उनमें मिट्टी के गुबार वाली आंधी चलती रहती है। खासकर के दिल्ली और राजस्थान में। इस मौसम में हमें तरबूज और नारियल पानी लेने की सलाह दी जाती है।

प्रश्न 4. ग्रीष्म ऋतु हमें कैसे नुकसान पहुंचा सकती है?

उत्तर- ग्रीष्म ऋतु में धरती का तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है। तापमान के बढ़ने से पूरे उत्तर भारत में प्रचंड गर्मी पड़ती है। लोगों को लू लगने की आशंका कई गुना अधिक बढ़ जाती है। इसी मौसम में हमें सूखा पड़ने की समस्या से भी जूझना पड़ता है।

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