एक बच्चा था जो कि बहुत ही बदमाश था। उसका नाम चिंटू था। पढ़ाई लिखाई में उसका मन बिल्कुल भी नहीं लगता था। वह घर और स्कूल में हर समय बदमाशियां करता रहता था। उसको पढ़ाने वाले कई शिक्षक थे। किंतु एक ही शिक्षक पूरे मन से चिंटू की गतिविधियों पर ध्यान रखता था। अन्य शिक्षक तो उसे बहुत डांटते थे। लेकिन वह शिक्षक चिंटू को सभी बातें प्यार और धैर्य के साथ समझाता। फिर धीरे-धीरे चिंटू उस शिक्षक (teacher) के सही मार्गदर्शन के चलते जल्द ही अपनी कक्षा का होनहार छात्र बन गया। उसे उसकी दिशा मिल गई थी।
ऊपर दी गई यह लघु कहानी यह दर्शाती है कि जब एक विद्यार्थी को शिक्षक द्वारा सही मार्गदर्शन मिल जाए तो ऐसे में विद्यार्थी का जीवन में सफल होना तय है। लेकिन आज की स्कूलों में वह बात नहीं रही जो पहले हुआ करती थी। आज के समय में शिक्षक और विद्यार्थियों का रिश्ता भी वैसा प्रगाढ़ नहीं रहा जैसा पुराने समय में हुआ करता था। आज का विद्यार्थी ना तो अपने गुरु को आदर सम्मान देता है और ना ही शिक्षक उसे उचित मार्गदर्शन दिखाता है। गुरु के बिना हमारा भविष्य ही नहीं है। बचपन में हमारे माँ-बाप के बाद में अगर कोई हमें उचित शिक्षा कोई दे सकता है तो वह है गुरू। तो आज का हमारा टॉपिक शिक्षक (teacher) पर आधारित है।
शिक्षक का महत्व क्या होता है?
आमतौर पर आपने यह देखा होगा कि जब भी कोई बच्चा अपनी कक्षा या फिर बोर्ड एग्जाम को अच्छे नंबरों से पास करता है तो सबसे पहले लोग उसके शिक्षक के बारे में ही पूछते है। शिक्षक के अच्छे मार्गदर्शन के चलते ही वह बच्चा अच्छा प्रदर्शन कर दिखाता है। हमारे जीवन में शिक्षक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
वह हमें सही और गलत रास्ते में फर्क करना सीखाते हैं। जब हम शिक्षक से उचित सलाह लेते हैं तो हम सफलता की सीढ़ियां चढ़ जाते हैं। शिक्षक हमें सही सांचे में ढाल सकता है। शिक्षक हमें अंधेरे से निकालकर उजाले की ओर ले जाता है। जैसे कोई प्यासा कुंए से पानी प्राप्त कर सकता है ठीक उसी प्रकार भटका हुआ छात्र उचित शिक्षक से सही ज्ञान प्राप्त कर सकता है।
हमारे देश के बच्चों का भविष्य अच्छे शिक्षकों पर टिका है। एक शिक्षक की कड़ी मेहनत के चलते ही वह हमें डॉक्टर, इंजीनियर और पायलट आदि का रास्ता दिखाते हैं। एक अच्छा शिक्षक भगवान की तरह होता है। वह हमारे जीवन की नैया पार लगा देता है।
शिक्षक की विशेषताएं
1) आदर्श व्यक्तित्व – एक अच्छे शिक्षक वह होता है जो अपने विद्यार्थियों को एक अच्छा नागरिक बनाने में मदद करे। आदर्श शिक्षक को भविष्य के लिए तैयार करता है। उनका व्यक्तित्व ऐसा होता है जिससे सभी बच्चे आकर्षित हो जाते हैं। अच्छे व्यक्तित्व वाले वाले शिक्षकों से बच्चे प्रेरणा पाकर वैसा ही बनना चाहते हैं।
2) समय के पाबंद- एक अच्छा और आदर्श शिक्षक वही हो सकता है जो समय का सही तरह से पालन करे। वह हमेशा सही समय पर सोता है। सही समय पर जागता है। और सही समय पर स्कूल पहुंचता है। वह उचित समय पर कक्षा में सारे पाठयक्रम को पूरा करवा देता है।
3) अच्छे शिक्षक को अपने व्यवसाय के प्रति रुचि होती है- एक अच्छा और सच्चा शिक्षक वही होता है जो अपने व्यवसाय को लेकर बहुत उत्साहित रहे। ऐसा शिक्षक ही अपने विद्यार्थियों को उचित ज्ञान दे सकता है। अगर कोई सिर्फ पैसा कमाने के हेतु ही टीचर बनता है तो वह आदर्श शिक्षक की श्रेणी में नहीं आता है।
4) छात्र को दोस्त की तरह समझे- एक अच्छा शिक्षक अपने छात्रों को अपने दोस्त की तरह मानते हैं। वह उनको डांटने फटकारने की बजाए अपने छात्रों से प्रेमपूर्वक बात करते हैं। आज के समय में छात्र अपने शिक्षक से अच्छे व्यवहार की उम्मीद करते हैं।
5) अपने सभी विद्यार्थियों को समानता की नजरों से देखें- एक अच्छा शिक्षक अपनी कक्षा के होनहार छात्र और कमजोर छात्रों के बीच कोई भी तरह का भेदभाव नहीं करता। वह दोनों को समान रुप से शिक्षा प्रदान करवाता है। अगर शिक्षक कमजोर और होनहार छात्रों में फर्क़ करता है तो कमजोर छात्र हमेशा दबकर रह जाता है।
6) वह बच्चों को अनोखे अंदाज में पढ़ाएं- एक शिक्षक अपने विद्यार्थियों का चहेता तब ही बन सकता है जब वह बच्चों को पाठयक्रम बड़े ही रोचक तरीके से पढ़ाएं। शिक्षकों का पढ़ाने का तरीका ऐसा होना चाहिए कि बच्चों को सब कुछ समझ भी आए। और पढ़ाई में उनकी रुचि बढ़ती जाए।
7) शिक्षक अपने विद्यार्थियों से जीवन के अनुभव भी बाँटे- यह एक सामान्य सी बात है कि एक शिक्षक भी अपने जीवनकाल में कभी छात्र रह चुका होता है। इसलिए ही वह बहुत अनुभवी भी होता है। उसे अपने छात्रों के साथ अपने छात्र जीवन के अनुभव बांटने चाहिए।
शिक्षक के दायित्व क्या होते हैं?
1) एक शिक्षक को अपने विषय पढ़ाने वाले विषय में पूरी रुचि होनी चाहिए। उसे हर प्रकार की शिक्षा संबंधित नई जानकारियों से अवगत होना चाहिए।
2) एक शिक्षक को शिक्षा का अच्छा नियोजन होना चाहिए। उसे नवीनतम से लेकर पुराने शिक्षा के तरीके और पाठ्यक्रम की पूरी जानकारी होती है। इसी विशेषता के चलते वह समय से पहले ही पूरे साल कक्षा में होने वाले कार्यक्रमों की पूरी तैयारी कर लेता है।
3) एक शिक्षक का यह दायित्व होता है कि वह अपने विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए हर समय प्रोत्साहित करते रहे। यह एक शिक्षक के हाथ में होता है कि उसका विद्यार्थी उजाले की ओर जा रहा है या फिर अंधकार की ओर।
4) एक अच्छा शिक्षक वही होता है जो अपने छात्रों की समस्याओं को दूर करे। वह छात्रों के साथ हर एक कदम पर खड़ा रहता है। वह उनकी पढ़ाई संबंधित सारी समस्याओं को बिल्कुल दूर भगा देता है।
5) एक अच्छे शिक्षक का यह फर्ज बनता है कि वह अपने विद्यार्थी को इस प्रकार तैयार करे कि वह वर्तमान और भविष्य में कहीं भी जाए तो वह निडरता के साथ हर एक क्षेत्र में नेतृत्व की कमान अच्छे से संभाल सके।
6) यह भी एक शिक्षक का ही दायित्व बनता है कि वह अपने छात्र को एक अच्छा नागरिक बनाने में मदद करे। क्योंकि एक अच्छा नागरिक ही आने वाले भविष्य को सुधार सकता है।
7) यह बात शिक्षक को हमेशा याद रहे कि वह अपने विद्यार्थी को केवल किताबी ज्ञान तक ही सीमित ना रखे। वह छात्रों को दुनिया की अन्य चीजों से भी परिचित करवाए। क्योंकि अक्सर किताबी ज्ञान पाने वाला छात्र सिर्फ एक दायरे तक ही सीमित रह जाता है।
भारत के इतिहास में प्रसिद्ध शिक्षक
हमारा देश बहुत सी चीजों के लिए दुनियाभर में विख्यात है। हमारे देश ने दुनिया को बहुत सी अनमोल चीजें दी है। उनमें से एक है शिक्षा का विस्तार भी। हमारे देश ने ऐसे महान शिक्षक भी दिए है जिन्होंने लोगों के जीवन को एक नया आयाम दे दिया। हम कुछ भारत के प्रसिद्ध शिक्षकों पर नजर डालते हैं।
1) डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन – डॉ राधाकृष्णन भारत के महान शिक्षकों में से एक आते हैं। डॉ राधाकृष्णन हमारे देश के उप राष्ट्रपति और राष्ट्रपति के तौर पर काम कर चुके हैं। वह बच्चों के बीच भी लोकप्रिय थे। उनका जन्मदिन 5 सितंबर को मनाया जाता है।
2) डॉक्टर ए.पी.जे.अब्दुल कलाम – अब्दुल कलाम को भारत के मिसाइल मैन के नाम से जाना जाता है। वह बच्चों को बहुत पसंद करते थे। बच्चे भी उनको खूब पसंद करते थे। वह छात्रों के सुनहरे भविष्य के लिए खूब सोचते थे। वह हमारे देश के राष्ट्रपति रह चुके हैं और एक महान वैज्ञानिक भी।
3) आचार्य चाणक्य– चाणक्य को कौन नहीं जानता है। वह भारत के महान शिक्षकों में से एक गिने जाते हैं। उनके द्वारा लिखी गई नीतियां आज भी खूब पढ़ी जाती है। वह चन्द्रगुप्त मौर्य के गुरु माने जाते हैं। उनका जन्म पाटलिपुत्र में एक ब्राह्मण के घर हुआ था। उनकी शिक्षा इतनी शानदार थी कि उस शिक्षा ने चन्द्रगुप्त मौर्य को सम्राट बन दिया।
4) आदि शंकराचार्य– अगर कोई एक ऐसा शिक्षक या गुरु है जिसकी वजह से हमारी संस्कृति आज भी महक रही है तो वह है आदि शंकराचार्य। आदि शंकराचार्य को साक्षात भगवान का ही रूप कहा जाए तो ही सही रहेगा। वह भारत के महान दार्शनिक माने जाते हैं। वह अपने पूरे जीवनकाल में संन्यासी ही रहे। उनके द्वारा दी गई शिक्षा को आज भी हम अनुसरण कर रहे हैं।
एक अच्छा शिक्षक कैसे बने?
एक अच्छा शिक्षक बनने के लिए हमें बहुत मेहनत करनी पड़ती है। अच्छा शिक्षक वो होता है जो हमेशा अपने काम को निपुणता से करे। वह निडर होता है। वह बड़े से बड़े निर्णय लेने में घबराता नहीं। एक अच्छा शिक्षक हमेशा ही बढ़िया सलाहकार की तरह काम करता है।
वह ईमानदारी के साथ अपने शिक्षक होने का फर्ज निभाता है। उसका व्यवहार अपने सभी विद्यार्थियों के लिए एक समान होता है। एक अच्छा शिक्षक अपने व्यवसाय के प्रति समर्पित होकर काम करता है। वह अपने हर काम को सादगी से निभाता है। उसके अंदर आत्मसम्मान की भावना प्रबल मात्रा में होती है।
वह अपने विद्यार्थियों की बातों को अच्छे से सुनता है। वह कभी भी उनपर गुस्सा नहीं करते हैं। वह धैर्यवान बने रहता है। वह हमेशा विनम्र बना रहता है। वह हमेशा एक अच्छा कम्युनिकेटर होता है। एक अच्छा शिक्षक वह नहीं होता जो अपने विद्यार्थियों को केवल किताबी ज्ञान से ही भविष्य के लिए तैयार करे। बल्कि एक अच्छा शिक्षक वह होता है जो उन्हें भविष्य के लिए सही संस्कारों के साथ तैयार करे।
शिक्षक पर निबंध 100 शब्दों में
जब हम छोटे होते हैं तो हमारे माता पिता हमें स्कूल भेजने की तैयारी करते हैं। वह चाहते हैं कि हम हमारे जीवन में खूब उन्नति करे। फिर वहां स्कूल पहुंचकर हमें शिक्षकों का साथ मिलता है। शिक्षक हमें सही रास्ता दिखाते हैं। शिक्षक हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऐसा नहीं है कि हमारे शिक्षक केवल स्कूल की तरफ वाले ही होते हैं। हमारे शिक्षक भी हमारे अभिभावक हो सकते हैं। यह इसलिए है क्योंकि हमारे माता पिता हमें बचपन से अच्छी शिक्षा देना चालू कर देता है। हमारे शिक्षक हमें इस प्रकार का ज्ञान देता है जिससे हमें अपने जीवन में आगे बढ़ने का मौका मिलता है।
शिक्षक पर 10 लाइनें
- हमारे जीवन में शिक्षकों का बहुत ज्यादा महत्व होता है।
- एक शिक्षक अपने विद्यार्थियों का जीवन सुधार सकता है और उसे बिगाड़ भी सकता है।
- हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- एक शिक्षक हमारा सही मार्गदर्शन करता है।
- शिक्षक वह होते हैं जो अपने विद्यार्थियों को निस्वार्थ भाव से शिक्षा देते हैं।
- हमारे शिक्षक हमारे सच्चे मार्गदर्शक और गुरु की तरह होते हैं।
- भारत के गुरूओं ने दुनियाभर में शिक्षा का अच्छा प्रचार प्रसार किया।
- हमारे शिक्षक भगवान का दिया हुआ सबसे अनमोल तोहफा होता है।
- हम अपने भविष्य में जो कुछ भी बनते हैं वह अपने शिक्षकों की बदौलत ही बनते हैं।
- एक शिक्षक हमें अंधकार से उजाले की ओर ले जाते हैं।
निष्कर्ष
हमारे जीवन में शिक्षक बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। वह हमें हर मुश्किल रास्तों से निकाल लेते हैं। वह हमारे भविष्य के प्रति सजग और चिंतित रहते हैं। वह हमें हर तरह की मुश्किलों से उबरना सीखाते हैं। वह हमारे सच्चे मार्गदर्शक होते हैं।वह हमारी छोटी से छोटी बात को भी अच्छे से सुनते हैं। जैसा आदर और समर्पण वाला भाव हम भगवान के लिए रखते हैं। ठीक उसी प्रकार की भावना हमें हमारे गुरूओं के लिए भी रखनी चाहिए।
ये भी पढ़ें | |
शिक्षा का महत्त्व पर निबंध | मेरा प्रिय लेखक पर निबंध |
मेरे स्कूल पर निबंध | समय का सदुपयोग पर निबंध |
शिक्षक पर आधारित FAQs
शिक्षक की परिभाषा क्या होती है?
एक अच्छा शिक्षक वह होता है जो अपने हर कार्य को निपुणता के साथ पूरा करें। वह शिक्षक बड़े से बड़े निर्णय लेने में घबराता नहीं। एक अच्छा शिक्षक हमेशा ही बढ़िया सलाहकार की तरह काम करता है। वह ईमानदारी के साथ अपने शिक्षक होने का फर्ज निभाता है। उसका व्यवहार अपने सभी विद्यार्थियों के लिए एक समान होता है।
शिक्षक में कौन से गुण होने चाहिए?
एक आदर्श शिक्षक में जो गुण होने चाहिए वह है – निष्ठावान और समर्पित, जिम्मेदार और देखभाल करने वाला, अपने विद्यार्थियों के प्रति निष्पक्ष व्यवहार, अच्छा सम्प्रेषण कौशल, विद्यार्थियों के हित का अच्छे से ध्यान रखना।
हमारे देश के कुछ प्रसिद्ध शिक्षकों के नाम बताइए?
हमारे देश के कुछ प्रसिद्ध शिक्षकों के नाम है- ए पीजे अब्दुल कलाम, चाणक्य, स्वामी विवेकानंद, रामकृष्ण परमहंस, राधाकृष्णन आदि।
शिक्षक को भगवान का दर्जा क्यों दिया जाता है?
शिक्षक को भगवान का दर्जा इसलिए दिया जाता है क्योंकि एक शिक्षक ही हमें सही रास्ते पर लेकर जाते हैं। वह हमारे सच्चे मार्गदर्शक की तरह काम करते हैं। वह जानते हैं कि हमारे लिए क्या चीज सही है और क्या गलत है। हमारे शास्त्रों में भी गुरु को भगवान का दर्जा प्राप्त है।