मिश्र वाक्य (Mishra Vakya)- मनुष्य का दिमाग विचारों का समुद्र है। इस दिमाग में हर दिन एक नया विचार आता है। जब हमारे दिमाग में यह विचार उत्पन्न होते हैं तब यह शब्दों के रूप में उत्पन्न होते हैं। क्योंकि हम हिंदी भाषी हैं इसलिए विचार भी सबसे पहले हिंदी में ही आते हैं। इन शब्दों से ही बनते हैं अनेक वाक्य। यह वाजिब सी बात है कि जो विचार आते हैं उन्हें हम केवल शब्द में ही बयां नहीं कर सकते हैं। वह सारे शब्द एक वाक्य में बदल जाते हैं। वाक्य मनुष्य के विचारों को सही तरीके से व्यक्त करने में मददगार होते हैं।
मिश्र वाक्य (Mishra Vakya)
वाक्य मनुष्य के वह विचार हैं जिसके माध्यम से वह अपने आप को व्यक्त करता है। दो या दो से अधिक पदों के सार्थक समूह को, जिसका पूरा पूरा अर्थ निकलता है, वाक्य (Vakya) कहते हैं। वाक्य को सही तरीके से लिखने पर ही उसका सही अर्थ निकलता है। वाक्य को सही और स्पष्ट रूप से लिखने पर ही वह सार्थक होता है। उदाहरण के लिए अगर हम लिखें की खाता आम राम है तो वह बिल्कुल भी सही नहीं होगा। इसका सही वाक्य होगा कि राम आम खाता है। रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते हैं- सरल वाक्य, मिश्र वाक्य और संयुक्त वाक्य। तो आज का हमारा विषय है कि मिश्र वाक्य (Mishr Vakya) क्या होता है और उसको मिश्र वाक्य से सरल वाक्य में कैसे परिवर्तित किया जाता है। तो आइये हम आज की इस पोस्ट में जानते हैं कि मिश्र वाक्य क्या होता है।
मिश्र वाक्य किसे कहते हैं?
वाक्य मनुष्य के विचार ही हैं जिन्हें वह व्यक्त करते हैं। वाक्य से हमें यह पता चलता है कि एक व्यक्ति क्या बताना चाहता है। वाक्य के तीन भेद होते हैं और उन्हीं में से एक है मिश्र वाक्य। तो आखिर यह मिश्र वाक्य है क्या? सरल भाषा में समझें तो मिश्र वाक्य एक ऐसा वाक्य है जहां पर एक मुख्य उपवाक्य होता है और दूसरे उपवाक्य उस पर आश्रित होते हैं। इसमें मुख्य उद्देश्य के अलावा समापिका क्रियाएँ भी मौजूद रहती है।
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मिश्र वाक्य की परिभाषा
ऐसे वाक्य जिनमें सरल वाक्य के साथ-साथ कोई दूसरा उपवाक्य भी शामिल हो, तो ऐसे में वह मिश्र वाक्य कहलाया जाता है। जब भी मिश्र वाक्य में उपवाक्य इस्तेमाल होते हैं तो उनमें व्याधिकरण योजक शब्द जुड़ते हैं। उदाहरण के लिए- कि, जो, क्योंकि, जितना, उतना, जैसा, वैसा, जब, तब, जहाँ, वहाँ, जिधर, उधर, यद्यपि, यदि, अगर, तो, जिसने आदि।
मिश्र वाक्य के उदाहरण
1 ) अगर लंबे समय के लिए जीना है तो कसरत करो।
2 ) मैंने एक महिला को देखा जो भिखारिन थी।
3 ) तुम जहां पर भी जाओगे वह तुम्हारा पीछा करेगा।
4 ) आज जिधर भी देखो वहां असहिष्णुता है।
5 ) मुझे पता है कि तुम इन दिनों बीमार हो।
6 ) जैसे ही शाम हुई पंछी अपने घर की ओर रवाना हो गए।
7 ) उस विद्यार्थी को बुलाओ जिसने कक्षा में उत्पात मचाया।
8 ) जितना हो सके उतना ही मेहनत का कार्य करो।
9 ) अगर तुमने फिर से कोई गुस्ताखी की तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा।
10 ) मुझे यह पता है कि तुम मेरी माँ हो।
11 ) द्वारिका वही जगह है जहां पर एक समय कृष्ण जी का राज था।
12 ) जब काली घटाएं छा गई तब मेघ बरसने लगे।
13 ) ज्यों ही मेला खत्म हुआ त्यों ही लोग अपने घर चले गए।
14 ) जैसे ही स्कूल की छुट्टी हुई वैसे ही बच्चे भाग निकले।
15 ) उतना ही खर्च करो जितना तुम वहन कर सको।
मिश्र वाक्य का परिवर्तन
मिश्र वाक्य से सरल वाक्य
1 ) मिश्र वाक्य – जैसे ही स्कूल की छुट्टी होती है, बच्चे झूम उठते हैं।
सरल वाक्य – स्कूल की छुट्टी होते ही बच्चे झूम उठे।
2 ) मिश्र वाक्य – जब बारिश बंद हो गई तब सब दुकानें खुल गई।
सरल वाक्य – बारिश बंद होने पर सब दुकानें खुल गई।
3 ) मिश्र वाक्य – जो कड़ी मेहनत करते हैं वह सफल होते हैं।
सरल वाक्य – कड़ी मेहनत करने वालों को सफलता मिलती है।
4 ) मिश्र वाक्य – जो कसरत करते हैं, वह स्वस्थ रहते हैं।
सरल वाक्य – कसरत करने वाले स्वस्थ रहते हैं।
5 ) मिश्र वाक्य – जब विपत्ति आती है तब इंसान सब कुछ भूल जाता है।
सरल वाक्य – विपत्ति आने पर इंसान सब कुछ भूल जाता है।
6 ) मिश्र वाक्य – रमेश ने उस व्यक्ति को सहारा दिया जो निर्धन था।
सरल वाक्य – रमेश ने निर्धन व्यक्ति को सहारा दिया।
7 ) श्री रामचंद्र जी ने जहाँ-जहाँ पाँव रखें वह जगह पावन हो गई।
सरल वाक्य – श्री रामचंद्र जी के पाँव रखते ही कई जगह पावन हो गई।
8 ) यही वह जगह है, जहां पर गाँधी जी ने सत्याग्रह किया था।
सरल वाक्य – इसी जगह पर कभी सत्याग्रह हुआ था।
मिश्र वाक्य से संयुक्त वाक्य
1 ) मिश्र वाक्य – तुम्हारे आते ही घर में बहार आ गई।
संयुक्त वाक्य – तुम आए और घर में बहार आ गई।
2 ) मिश्र वाक्य – मैं स्कूल नहीं गई क्योंकि माँ को बुखार था।
संयुक्त वाक्य – माँ को बुखार था, अत: मैं स्कूल नहीं गई।
3 ) मिश्र वाक्य – जब बारिश हुई तब जाकर राहत मिली।
संयुक्त वाक्य – बारिश हुई, और राहत मिली।
4 ) मिश्र वाक्य – जैसे ही अमित ने पहाड़ पर चढ़ना शुरू किया, उसका पैर फिसल गया।
संयुक्त वाक्य – अमित ने पहाड़ चढ़ना शुरू किया और उसका पैर फिसल गया।
5 ) मिश्र वाक्य – भगत सिंह इसलिए महान थे क्योंकि वह देशभक्त थे।
संयुक्त वाक्य – भगत सिंह थे क्योंकि वह देशभक्त थे।
निष्कर्ष
तो आज की हमारी इस पोस्ट के माध्यम से हमने यह सीखा कि मिश्र वाक्य का अर्थ क्या होता है। हमने अपनी इस पोस्ट में आज यह भी सीखा कि मिश्र वाक्य के उदाहरण क्या होते हैं। मिश्र वाक्य को संयुक्त और सरल वाक्य में बदलना भी हमने इसी पोस्ट में सीखा। हम यह आशा करते हैं कि आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई होगी।
FAQ’S
Q1. मिश्र वाक्य किसे कहते हैं?
A1. मिश्र वाक्य एक ऐसा वाक्य है जहां पर एक मुख्य उपवाक्य होता है और दूसरे उपवाक्य उस पर आश्रित होते हैं। इसमें मुख्य उद्देश्य के अलावा समापिका क्रियाएँ भी मौजूद रहती हैं। जब भी मिश्र वाक्य में उपवाक्य इस्तेमाल होते हैं तो उनमें व्याधिकरण योजक शब्द जुड़ते हैं। उदाहरण के लिए- कि, जो, क्योंकि, जितना, उतना, जैसा, वैसा, जब, तब, जहाँ, वहाँ, जिधर, उधर, यद्यपि, यदि, अगर, तो, जिसने आदि।
Q2. मिश्र वाक्य के दो उदाहरण बताइए?
A2. 1 ) सुरेश ने कहा कि वह खेल रहा है। 2 ) जैसी करनी वैसी भरनी।
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