हमारी धरती बहुत सुंदर है। इस धरती पर अनेकों प्रकार के फल-फूल और पेड़-पौधे हैं। हरियाली हर किसी का मन मोह लेती है। जरा सोचकर देखिए कि अगर पूरी धरती बिना हरियाली के होती तो कैसी लगती। बेशक, बिना हरियाली के धरती बिल्कुल ही सुनी सी प्रतीत होती। पेड़ हमारी धरती के लिए बहुत आवश्यक है। बिना पेड़-पौधों के हमारा जीवन नामुमकिन है। पेड़ हमारी धरती को हर पल हरा भरा रखते हैं। और यह हमें ऑक्सीजन भी प्रदान करवाते हैं। पेड़ एक सच्चे मित्र की तरह हर पल हमारे साथ खड़े रहते हैं।
मैं नैनिताल के भ्रमण पर गई थी। वहां की खूबसूरती ने मेरा मन मोह लिया। चारों ओर ऊंचे-ऊंचे पेड़ और कल-कल बहती नदियां। यह सारा वातावरण देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो मैं स्वर्ग में आ गई हूं। लेकिन वहीं दूसरी ओर एक और दृश्य ने मेरे दिमाग को खराब कर दिया। कहीं दूर पहाड़ियों में लोग पेड़ काटने का काम कर रहे थे। यह दृश्य देखकर मेरा दिल दुखी हो उठा। यह पेड़ हमें ऑक्सीजन देते हैं और हम इनके ही दुश्मन बनकर इनको काट रहे हैं। लेकिन क्या हम ऐसा करके सही कर रहे हैं। प्रकृति हमें इतना सब कुछ प्रदान कर रही है। लेकिन बदले में हम कुदरत को दिन-प्रतिदिन नुकसान पहुंचा रहे हैं। पेड़ हमारी धरती के लिए बहुत मूल्यवान हैं। पेड़ों से हमारी धरती का शृंगार बढ़ता है।
इस पोस्ट में हमने वृक्षारोपण पर निबंध एकदम सरल, सहज और स्पष्ट भाषा में लिखने का प्रयास किया है। वृक्षारोपण पर निबंध के माध्यम से आप जान पाएंगे कि वृक्षारोपण का अर्थ क्या है, वृक्षारोपण का क्या महत्व है, पेड़ के क्या लाभ हैं, वनों की कटाई के आने वाले समय में क्या नुकसान हो सकते हैं आदि। तो चलिए हम निबंध पढ़ना शुरू करते हैं।
प्रस्तावना
पहले के समय में यातायात के साधन ऊंटगाड़ी और बैलगाड़ी हुआ करते थे। इसी के चलते ही पहले वायु प्रदूषण ना के समान था। और अगर हम आज की बात करें तो चीजें काफी बदल गई हैं। आज के दौर में गाड़ियां बहुत अधिक हो गई हैं। और बढ़ती गाड़ियों ने प्रदूषण का स्तर बहुत अधिक बढ़ा दिया है। इस बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए पेड़ों का सहारा लिया जा सकता है।
पेड़ हमारे वातावरण से हानिकारक वायु को हटाते हैं और शुद्ध हवा को वातावरण में फैलाने में मददगार साबित होते हैं। हम बात करते हैं कि जल है तो कल है। ठीक यही बात लागू होती है पेड़ों के लिए भी। पेड़ हमारे जीवन के लिए बहुत आवश्यक चीज है। बिना पेड़ के हम में से कोई भी जिंदा नहीं रह सकता है। पेड़ हमें अनेकों संसाधन प्रदान करवाते हैं।
वृक्षारोपण का अर्थ क्या है?
वृक्षारोपण का अर्थ है वृक्ष को रोपित करना। जब हम पेड़ को रोपते हैं तो ऐसे में यह प्रक्रिया वृक्षारोपण कहलाती है। वृक्षारोपण हमारी धरती के लिए अति आवश्यक चीज है। वृक्षारोपण का लक्ष्य यह होता है कि उसमें अनेकों पेड़ रोपे जाते हैं। वृक्ष को लगाना एक प्रकार से पुण्य का काम होता है। पेड़ लगाने से हमारी पृथ्वी हरी-भरी रहती है। वातावरण में चारों ओर पेड़ होने से हमारी वायु शुद्ध रहती है। हमारी पृथ्वी हरी भरी रहती है। हमारे आस-पास के माहौल में पेड़ होने चाहिए। ऐसा होने से हम हर पल खुशी महसूस करते हैं। अगर आज वृक्ष है तो ही हमारा आने वाला कल है।
वृक्षारोपण का महत्व क्या है?
वृक्ष हमारे जीवन में हमेशा से ही एक वरदान की तरह रहे हैं। वृक्ष हमारे लिए प्राण की तरह होते हैं। आज अगर हम सांस ले पा रहे हैं तो वह सिर्फ वृक्ष की वजह से ही है। पेड़ हमें दवाई, फल और लकड़ी प्रदान करते हैं। लेकिन आज के समय में पेड़ हर दिन काटे जा रहे हैं। आज मानवों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। बढ़ती जनसंख्या की वजह से संसाधनों की मांग बढ़ती ही जा रही है। लोगों के मकान और जमीन की जरूरत बहुत अधिक बढ़ गई है।
मकान बनाने के लिए हमें लकड़ी की जरूरत पड़ती है। यह लकड़ी हमें केवल पेड़ से ही प्राप्त हो सकती है। इसके अलावा पेड़ से हमें मीठे फल भी खाने को मिलते हैं। हमारे आसपास के माहौल में ज्यादा से ज्यादा पेड़ होने से हमें ही फायदा मिलता है। ज्यादा पेड़ होने से ग्लोबल वार्मिंग जैसी जटिल परिस्थिति पर भी नियंत्रण पाया जा सकता है। पेड़ मानवों के अलावा पक्षियों को भी आवास प्रदान करवाता है। पेड़ से हमें शीतल हवा मिलती है। जब भयंकर गर्मी पड़ रही होती है तो उस समय हम पेड़ के नीचे खड़े होकर छांव प्राप्त कर सकते हैं।
पेड़ से होने वाले लाभ
(1) पेड़ हमारे सच्चे दोस्त के समान होते हैं। पेड़ हमारे लिए शुद्ध हवा प्रदान करवाते हैं।
(2) पेड़ धरती पर कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को सोखने में मदद करते हैं।
(3) धरती पर ज्यादा मात्रा में पेड़ होने पर बारिश की संभावना भी बहुत अधिक बढ़ जाती है।
(4) पेड़ हमारे लिए आवास प्रदान करवाते हैं। और साथ ही साथ वह पक्षियों को भी निवास प्रदान करवाते हैं।
(5) पेड़-पौधों और हरियाली के बीच रहने पर हमें मानसिक शांति की प्राप्ति होती है।
(6) पेड़ों के आसपास रहने से हमारा मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है।
(7) पेड़ से हमारा दिल भी बहुत सुरक्षित रहता है।
(8) जब हमारे आस-पास के माहौल में खूब सारे पेड़ होते हैं तो ऐसे में हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत बनती है।
(9) अगर आप अवसाद में हैं तो आप पेड़ों के नजदीक रहिए। फिर देखिए कि आपकी सोच कितनी सकारात्मक बन जाती है।
(10) पेड़ स्वयं धूप झेल कर हमें ठंडी छांव प्रदान करते हैं।
वनों की कटाई एक बड़ी समस्या
धरती पर दिन प्रतिदिन मानवों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। मानव की जरूरतें भी ज्यादा ही बढ़ गई हैं। उनको फल, दवाई, अनाज, किताबें, रहने के लिए आवास आदि चाहिए। बढ़ती जनसंख्या आज एक गंभीर समस्या बन चुकी है। आज इसी आबादी ने धरती को बहुत अधिक प्रदूषित कर दिया है। हमारी धरती के वन भी प्रभावित हुए हैं। इंसान अपना आशियाना बनाने के चक्कर में यह तक भूल जाते हैं कि वह दिन प्रतिदिन वनों को खत्म कर रहे हैं। वह इतना भी नहीं सोचते कि उनका जीवन उन वनों से ही जुड़ा है।
ज्यादा लकड़ी और ईधन पाने के लालच में वह हजारों की संख्या में पेड़ काट डालते हैं। इसका परिणाम यह हो रहा है कि हमारी धरती धीरे-धीरे बंजर होने की कगार पर आ गई है। अगर यही सिलसिला चलता रहा तो आने वाले समय में हम पेड़ों को केवल किताबों में देखने के लायक बचेंगे। पेड़ों के घटने से प्राकृतिक आपदाएँ भी बढ़ेंगी। इसलिए हमें वन को लेकर जागरूक होना पड़ेगा। पेड़ हमारे लिए जीवनदाता की तरह है। बिना वनों के मानव का अस्तित्व भी संकट में पड़ जाएगा। इसलिए समय आ गया है जागने का।
उपसंहार
वृक्ष को हमारे शास्त्रों में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। लेकिन आज घटते पेड़ों ने पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। जलवायु परिवर्तन पर खूब चर्चा की जा रही है। लेकिन क्या केवल चर्चा कर लेने से हम पेड़ बचा पाएंगे। नहीं, ऐसा मुमकिन नहीं है। हमें घटते वनो को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलानी होगी। एक पेड़ की जगह सौ और पेड़ उगाने का वचन लेना होगा। पेड़ और जल का समान रूप से संरक्षण करना होगा।
वृक्षारोपण पर निबंध 200 शब्दों में
प्रकृति और मानव का गहरा रिश्ता है। मानव की हर जरूरत और समस्या का समाधान प्रकृति में छुपा है। आज हम सुबह उठते ही जो सांस लेते हैं वह भी हमें कुदरत से ही प्राप्त होती है। कुदरत हमारे लिए वरदान के समान है। हमें प्रकृति के लिए आभारी होना चाहिए। लेकिन आज इसके विपरीत ही हो रहा है। लोग अपने स्वार्थ को पूरा करने के चक्कर में प्रकृति के बारे में भूल ही जाते हैं। आज अंधाधुंध तरीके से पेड़ों की कटाई की जा रही है। जो पेड़ कभी छांव दिया करते थे अब उन पेड़ों पर केवल सूखी टहनियाँ ही बची है। परिंदे इंसानों से पूछना चाहते हैं कि वह अपना घरौंदा कहां बनाए।
सब कुछ उजड़ रहा है। एक समय ऐसा भी आएगा जब पूरी धरती रेगिस्तान में तब्दील हो जाएगी। ऐसा भविष्य किसी अंधकार से कम नहीं लगता। तो अगर हमें अपना आने वाला कल सुनहरा बनाना है तो इसके लिए वनों का संरक्षण करना पड़ेगा। हम सभी को जागरूक होना पड़ेगा कि हम अपने आसपास के माहौल में ज्यादा से ज्यादा पेड़ उगाएं। पेड़ हमें जीवन की सबसे बहुमूल्य चीज ऑक्सीजन प्रदान करते हैं। आज के समय में पेड़ की कीमत पांच करोड़ रुपए से ज्यादा है। जिस प्रकार जल से हमारा कल है, ठीक उसी प्रकार पेड़ पर भी हमारा कल टिका हुआ है।
वृक्षारोपण पर 10 लाइनें
- वृक्ष हमारे दोस्त के समान होते हैं।
- वृक्ष ईश्वर द्वारा दिया गया सबसे अनमोल तोहफा है।
- हमें हर साल खूब सारे पेड़ उगाने का प्रण लेना चाहिए।
- पेड़ हमारे वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को सोखने में बहुत सहायक होते हैं।
- जब बहुत ज्यादा गर्मी पड़ती है तो पेड़ हमें छांव प्रदान करते हैं।
- पेड़ मनुष्यों के साथ-साथ पक्षियों के लिए भी आवास प्रदान करते हैं।
- जब हम बीज को बोकर एक ही स्थान पर खूब सारे पेड़ उगाते हैं तो उसे हम वृक्षारोपण कहते हैं।
- वृक्ष हमारे मानसिक संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं।
- हमारे वातावरण में वृक्ष होने पर हम हर पल खुश रहते हैं।
- बरगद का पेड़ बहुत ही धार्मिक पेड़ माना जाता है। यह हमें ताज़ी हवा प्रदान करता है।
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वृक्षारोपण से सम्बंधित FAQs
प्रश्न 1. वृक्षारोपण क्या है?
उत्तर- वृक्षारोपण का अर्थ है वृक्ष को रोपित करना। जब हम पेड़ को रोपते हैं तो ऐसे में यह प्रक्रिया वृक्षारोपण कहलाती है। वृक्षारोपण हमारी धरती के लिए अति आवश्यक चीज है।
प्रश्न 2. वृक्षारोपण का महत्व क्या है?
उत्तर- ज्यादा पेड़ होने से ग्लोबल वार्मिंग जैसी जटिल परिस्थिति पर भी नियंत्रण पाया जा सकता है। पेड़ मानवों के अलावा पक्षियों को भी आवास प्रदान करवाता है। पेड़ से हमें शीतल हवा मिलती है। पेड़ हमारे लिए सुनहरा भविष्य तैयार करते हैं।