एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 12 अग्नि पथ

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छात्र इस आर्टिकल के माध्यम से कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 12 अग्नि पथ के एनसीईआरटी समाधान प्राप्त कर सकते हैं। छात्रों के लिए इस आर्टिकल पर सरल भाषा में एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 12 अग्नि पथ बनाये गए हैं। आपको हमारी वेबसाइट parikshapoint.com पर कक्षा 9 हिंदी के सभी पुस्तकों के एनसीईआरटी समाधान भी मिल जायेंगे। छात्र कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 12 अग्नि पथ के प्रश्न उत्तर (hindi sparsh class 9 chapter 12 question answers) नीचे से प्राप्त कर सकते हैं। स्पर्श भाग 1 कक्षा 9 के प्रश्न उत्तर प्राप्त करने के लिए आपको किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा।

Ncert Solutions for class 9 Hindi Sparsh chapter 12

कक्षा 9 हिंदी स्पर्श के प्रश्न उत्तर (hindi sparsh class 9 chapter 12 question answers) को सीबीएसई सिलेबस को ध्यान में रखकर बनाया गया है। ताकि छात्र परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सके। देखा गया है कि छात्र ncert solutions class 9 hindi sparsh chapter 12 के लिए बाजार में मिलने वाली गाइड पर काफी पैसा खर्च कर देते हैं। फिर उन गाइड को संभाल कर रखने में भी दिक्कत होती हैं। लेकिन आप हमारे इस पेज से class 9 hindi chapter 12 question answer sparsh पूरी तरह से ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। हमने एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 12 अग्नि पथ (ncert solutions for class 9 hindi sparsh) को राष्ट्रीय शैशिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की सहायता से बनाया है।

प्रश्न-अभ्यास

प्रश्न 1 – निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:-

(क) कवि ने ‘अग्नि पथ’ किसके प्रतीक स्वरूप प्रयोग किया है?

उत्तर :-  कवि ने ‘अग्नि पथ’ को जीवन के हर मौड़ पर मिलते छोटे – बड़े संघर्षो के प्रतीक के स्वरूप में प्रयोग किया है।

(ख) माँग मत’, ‘कर शपथ’, ‘लथपथ’ इन शब्दों का बार-बार प्रयोग कर कवि क्या कहना चाहता है?

उत्तर :- कवि कहना चाहता है कि तुम चाहे कैसे भी संकट में हो,  तुम्हें मदद के लिए सहारा मिलता हुआ प्रतीत हो तो तुम्हें सहारा नहीं लेना है। इस बात की तुम शपथ ले लो। चाहे कैसी भी पीड़ा तुम्हें सहन करनी पड़े, खून-पसीने से चाहे लथपथ हो जाओ तुम्हें हारना नहीं है। तुम्हें बस आगे बढ़ते जाना है।

(ग) एक पत्र-छाँह भी माँग मत’ इस पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।

उत्तर :- आशय यह है कि जब तुम्हारी कष्ट भरी राहों में मदद रूपी छोटे-बड़े पेड़ आए तुम्हें उनसे अपने सहारे के लिए एक पत्ते की छाया भी नहीं मांगनी है। तुम्हें अकेले ही आगे बढ़ते जाना है चाहे कैसा भी समय हो।

प्रश्न 2 – निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए:-

(क) तू न थमेगा कभी

तू ने मुड़ेगा कभी

उत्तर :-  भाव यह है कि तुम्हारी राह कितनी भी काँटों से भरी क्यूं न हो तुम्हे न तो रुकना है और न ही उस रास्ते से पीछे मुड़ कर देखना है। हमें बस आगे बढ़ते जाना है।

(ख) चल रहा मनुष्य है।

अश्रु-स्वेद-रक्त से लथपथ, लथपथ, पथपथ

उत्तर :- कवि कहता है कि आख़िरकार वह मनुष्य ही तो है जो आंसु, पसीने और खून से लथपथ होने के बावजूद चलता जा रहा है। अपने जीवन में हर प्रकार से कष्ट को भोग रहा है।

प्रश्न 3 – इस कविता का मूलभाव क्या है? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर :- इस कविता का मुलभाव यह है कि कवि सभी को हर प्रकार की मुसीबतों को झेल सकने के लिए तैयार करना चाहता है। उन्हें बताना चाहता है कि हमारा जीवन संघर्षो से जुड़ा हुआ है। हमें इनसे भागना नहीं है बल्कि इनका डट कर सामना करना है।

योग्यता विस्तार :-

‘जीवन संघर्ष का ही नाम है’ इस विषय पर कक्षा में परिचर्चा का आयोजन कीजिए।

उत्तर :- कुशल :-  यह सही अर्थों में सत्य है कि जीवन संघर्षमय होता है। हर व्यक्ति का जीवन सुख और दुःख पर ही टिका होता है।

रमा :- सही में यही जीवन की रीत है। न तो कभी किसी के जीवन में सुख टिका और न ही दुख। परिवर्तन तो जीवन का नियम है।

जय :-  हमें कभी दुख में रहकर हार नहीं माननी चाहिए। यह नहीं सोचना कि हमें तो इस दुख ने जकड़ लिया है। बल्कि हमें यह सोचना चाहिए कि हम ऐसा क्या करे कि हम इस दुख से बाहर आ जाए।

परियोजना कार्य

जीवन संघर्षमय है, इससे घबराकर थमना नहीं चाहिए’ इससे संबंधित अन्य कवियों की कविताओं को एकत्र कर एक एलबम बनाइए।

उत्तर :- संघर्ष ही विजय :- निरंजन कुमार बंसल,  जीवन और संघर्ष :- विजयलक्ष्मी जी,  संघर्षमय जीवन :- डॉ. किशन वर्मा। हमें विभिन्न ऐसी कवियों की कविताओं को एकत्र कर एक एलबम बनानी है।

कक्षा 9 हिंदी स्पर्श भाग-1 के सभी पाठ के एनसीईआरटी समाधान नीचे देखें

एनसीईआरटी समाधान :- “स्पर्श भाग-1″

अध्यायविषय के नाम
1 (गद्य खंड)दुःख का अधिकार (यशपाल)
2एवरेस्ट : मेरी शिखर यात्रा (बचेंद्री पाल)
3तुम कब जाओगे, अथिति (शरद जोश)
4वैज्ञानिक चेतना के वाहक चंद्रशेखर वेंकट रामन (धीरंजन मालवे)
5धर्म की आड़ (गणेशशंकर विद्यार्थी)
6शुक्रतारे के समान (स्वामी आनंद)
7 (काव्य खंड)रैदास
8रहीम
9आदमी नामा (नज़ीर अकबराबादी)
10एक फूल की चाह (सियारामशरण गुप्त)
11गीत-अगीत (रामधारी सिंह दिनकर)
12अग्नि पथ (हरिवंशराय बच्चन)
13नए इलाके में (अरुण कमल)

कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 12 अग्नि पथ के लिए एनसीईआरटी समाधान प्राप्त करके आपको कैसा लगा?, हमें अपना बहुमूल्य कमेंट जरूर करें। कक्षा 9 हिंदी स्पर्श अध्याय 12 के प्रश्न उत्तर (Class 9 Hindi Sparsh Chapter 12 Question Answer) देने का उद्देश्य केवल बेहतर ज्ञान देना है। इसके अलावा आप कक्षा 9 के अन्य विषयों के एनसीईआरटी समाधान यहां से देख सकते हैं। साथ ही कक्षा 9 हिंदी विषय की एनसीईआरटी पुस्तक भी यहां से प्राप्त कर सकते हैं।

कक्षा 9 हिंदी किताब क्षितिजकृतिकासंचयन के प्रश्न उत्तरयहां से देखें

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