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Class 9 Geography Ch-6 “जनसंख्या” Notes In Hindi

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Navya Aggarwal

इस लेख में छात्रों को एनसीईआरटी 9वीं कक्षा की भूगोल की पुस्तक यानी समकालीन भारत-1” (भूगोल)” के अध्याय-6 “जनसंख्या” के नोट्स दिए गए हैं। विद्यार्थी इन नोट्स के आधार पर अपनी परीक्षा की तैयारी को सुदृढ़ रूप प्रदान कर सकेंगे। छात्रों के लिए नोट्स बनाना सरल काम नहीं है, इसलिए विद्यार्थियों का काम थोड़ा सरल करने के लिए हमने इस अध्याय के क्रमानुसार नोट्स तैयार कर दिए हैं। छात्र अध्याय- 6 भूगोल के नोट्स यहां से प्राप्त कर सकते हैं।

Class 9 Geography Chapter- 6 Notes In Hindi

आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दो ही तरह से ये नोट्स फ्री में पढ़ सकते हैं। ऑनलाइन पढ़ने के लिए इस पेज पर बने रहें और ऑफलाइन पढ़ने के लिए पीडीएफ डाउनलोड करें। एक लिंक पर क्लिक कर आसानी से नोट्स की पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं। परीक्षा की तैयारी के लिए ये नोट्स बेहद लाभकारी हैं। छात्र अब कम समय में अधिक तैयारी कर परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। जैसे ही आप नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करेंगे, यह अध्याय पीडीएफ के तौर पर भी डाउनलोड हो जाएगा।

अध्याय-6 “जनसंख्या“

बोर्डसीबीएसई (CBSE)
पुस्तक स्रोतएनसीईआरटी (NCERT)
कक्षानौवीं (9वीं)
विषयसामाजिक विज्ञान
पाठ्यपुस्तकसमकालीन भारत-1” (भूगोल)
अध्याय नंबरछः (6)
अध्याय का नाम“जनसंख्या”
केटेगरीनोट्स
भाषाहिंदी
माध्यम व प्रारूपऑनलाइन (लेख)
ऑफलाइन (पीडीएफ)
कक्षा- 9वीं
विषय- सामाजिक विज्ञान
पुस्तक- समकालीन भारत-1” (भूगोल)
अध्याय- 6 “जनसंख्या”

संसाधन और मानव

  • मानव ने प्राकृतिक संसाधनों के सही इस्तेमाल से व्यापक स्तर पर विकास किया है, मानव खुद भी एक संसाधन ही है।
  • मानव ने जब कोयले के इस्तेमाल को समझा तभी वह उपयोग में आया, अन्यथा इससे पहले मात्र चट्टान का टुकड़ा ही था।
  • बाढ़, सुनामी जैसी प्राकृतिक घटनाओं का असर जन मानव पर होता है, यह तभी आपदाओं में परिवर्तित हो जाता है। संसाधनों का असली महत्व मानव के द्वारा ही समझा जा सकता है।
  • देश में कितनी जनसंख्या निवास कर रही है, इसकी जानकारी होना इसलिए भी आवश्यक है, क्योंकि मानव ही संसाधनों का उपभोग करता है।

जनसंख्या का विभाजन और आकार

  • 2011 की जनगणना के आधार पर भारत की जनसंख्या 12,106 लाख थी, यह जनसंख्या भारत के 32.8 लाख वर्ग पर विस्तृत थी।
  • उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक जनसंख्या (1,990 लाख, देश की जनसंख्या का 16%) वाला राज्य रहा। इसके साथ ही हिमालय के राज्यों की आबादी कम रही जैसे सिक्किम की 6 लाख और लक्षद्वीप की 64,429 की आबादी थी।
  • उत्तर-प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में देश की ज्यादातर आबादी रहती है। राजस्थान का क्षेत्रफल देश में सबसे बड़ा है।

जनसंख्या घनत्व का वितरण

  • देश की भूमि पर प्रति इकाई क्षेत्रफल में कितने लोग निवास करते हैं, इसे जनसंख्या का घनत्व कहा जाता है। 2011 की जनगणना के आधार पर भारत में 382 व्यक्ति का निवास प्रति वर्ग कि.मी. पर है, जो पूरे देश में असमान रूप से फैला है, बिहार में प्रति वर्ग कि.मी. पर 1102 व्यक्ति, अरुणाचाल प्रदेश में प्रति वर्ग कि.मी. पर 17 व्यक्ति हैं।
  • हिमालय के क्षेत्रों में जनसंख्या कम होती है, ऐसा इसलिए है क्योंकि ये पर्वतीय इलाके हैं और यहाँ जलवायु की अवस्था भी प्रतिकूल है।
  • इसके साथ प्रायद्वीपीय राज्यों का जनसंख्या घनत्व मध्यम है, यह उत्तर के मैदानी भाग और दक्षिण में केरल में अधिक है। इसका कारण है, यहाँ समतल मृदा और प्रयप्त मात्रा में वर्षा होना।

जनसंख्या परिवर्तन

जनसंख्या में परिवर्तन कई कारणों जैसे जन्म, मृत्यु और प्रवास आदि के कारण होता है।

जनसंख्या में वृद्धि

  • इसका अर्थ है किसी निश्चित समय में किसी निश्चित स्थान की जनसंख्या में परिवर्तन, यह परिवर्तन वृद्धि और प्रतिशत में होने वाला परिवर्तन हो सकता है।
  • किसी निश्चित समय अंतराल में जब जनसंख्या में वृद्धि होती है, जैसे 2001-2011 तक हुई जनसंख्या वृद्धि को ‘निरपेक्ष वृद्धि’ कहा जाता है।
  • वर्ष 1951 में 3610 लाख जनसंख्या से 1981 में 6830 लाख की जनसंख्या तीव्र जनसंख्या वृद्धि का परिणाम है।
  • वृद्धि दर में कमी का अर्थ है, जन्म दर को कम करने का प्रयासों में सफलता प्राप्त होना।

जनसंख्या परिवर्तन की प्रक्रिया

  • जन्म दर- इसका अर्थ है एक वर्ष में हर 1000 व्यक्तियों में कितने जीवित बच्चों का जन्म हुआ। यह महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत में मृत्यु दर से ज्यादा जन्म दर है।
  • मृत्यु दर- प्रति 1000 व्यक्तियों में मरने वालों की संख्या को मृत्यु दर कहा जाता है, भारत में मृत्यु दर में तेज गिरावट ही जनसंख्या वृद्धि दर का कारण है।
  • 1980 में जन्म और मृत्यु दर में अंतर आया, जिसका कारण था, जनसंख्या वृद्धि दर में अधिकता।
  • प्रवास भी जनसंख्या वृद्धि का अन्य कारण है। प्रवास आंतरिक और अंतर्राष्ट्रीय दो भागों में विभाजित है।
  • आंतरिक यानी देश के भीतर का प्रवास, इससे देश की जनसंख्या नहीं पर जनसंख्या का देश में वितरण अवश्य प्रभावित होता है।
  • भारत में गांवों से शहरों में प्रवास अधिक होता है, ऐसा इसलिए क्योंकि शहरों में रोजगार और अच्छा जीवन स्तर है।
  • 1951 में कुल जनसंख्या में 17.29% आबादी नगरों में रहती थी, जो 2011 में बढ़कर 31.80% हो गई।

युवा जनसंख्या

  • भारत में युवा जनसंख्या यहाँ की कुल जनसंख्या का पाँचवां भाग है। यह आयु वर्ग है 10-19, युवा जनसंख्या आने वाले भारत का सबसे महत्वपूर्ण संसाधन है, जिसे उचित पोषक तत्वों की आवश्यकता भी है।
  • भारत में इन किशोरों की पोषण आवश्यकताएं पूरी नहीं हो पातीं, कई बलिकाएं भी रक्तहीनता का शिकार हो जाती हैं, जिसके लिए उनका जागरूक और शिक्षित होना भी आवश्यक है।

देश की जनसंख्या नीति

  • 1952 के व्यापक परिवार नियोजन कार्यक्रम में भारत सरकार का उद्देश्य था कि परिवार की सीमित संख्या एक व्यक्ति के स्वास्थ्य में सुधार और उसके कल्याण का कारक हो सकती है।
  • 2000 में अपनाई गई राष्ट्रीय जनसंख्या नीति के अंतर्गत 14 वर्ष के कम उम्र के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करता है।
  • प्रति 1000 से 30 से भी कम शिशु मृत्यु और साथ ही परिवार नियोजन कार्यक्रम को जन केंद्रित कार्यक्रम बनाना आदि इसमें शामिल किया गया।
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