एमपी रुक जाना नहीं योजना (MP Ruk Jana Nahi Scheme) फेल छात्रों के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई है। मध्य प्रदेश में 10वीं और 12वीं कक्षा में अनुत्तीर्ण होने वाले छात्रों के लिए यह योजना काफी फायदेमंद है। जैसा कहा जाता है कि सभी को दूसरा मौका मिलना चाहिए, तो यह योजना भी मध्य प्रदेश में 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए दूसरे मौके की तरह है। यदि आप 10वीं या 12वीं कक्षा के छात्र हैं जो मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो गए हैं, तो यह योजना आपके लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करने में बहुत सहायक होगी। एमपी बोर्ड रुक जाना नहीं योजना के बारे में पूरी जानकारी नीचे से प्राप्त करें।
साल में दो बार होती है परीक्षाएं
एमपी रुक जाना नहीं की परीक्षा साल में दो होती है। पहली परीक्षा जून महीने में और दूसरी परीक्षा दिसंबर महीने में आयोजित की जाती है। जो छात्र जून वाली परीक्षा पास नहीं कर पाए हैं, वो छात्र दिसंबर वाली परीक्षा के लिए फिर से आवेदन कर सकते हैं। इस तरह से छात्रों को परीक्षा पास करने के लिए कम से कम चार मौके दिए जाते हैं।
रुक जाना नहीं योजना के बारे में
मध्य प्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड की स्थापना 29 मार्च1995 को की गई थी। जैसा कि आप जानते हैं, बहुत से ऐसे छात्र हैं जो कई कारणों और समस्याओं से अपनी बोर्ड परीक्षा पास नहीं कर पाते हैं। अब, मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (MPBSE) के छात्र रुक जाना नहीं योजना (Ruk Jana Nahi Yojana) का लाभ उठा सकते हैं। मध्य प्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा 10वीं और 12वीं के छात्रों की परीक्षा रुक जाना नहीं योजना के तहत आयोजित की जाती। अब आप भी इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं यदि आप मध्य प्रदेश में अपनी बोर्ड परीक्षा में असफल रहे हैं।
रुक जाना नहीं पर आधारित FAQs
मध्य प्रदेश, स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ओपन बोर्ड परीक्षाओं को जून से शुरू कराये जाने की सम्भावना है।
आप फॉर्म दो बार जून और दिसंबर महीने में भर सकते हैं।
मध्य प्रदेश ओपन बोर्ड का मुख्य उद्देश्य बोर्ड परीक्षा में असफल हुए छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करना है। वह सभी छात्र जो बोर्ड परीक्षा में असफल हुए हैं वह दोबारा से ओपन परीक्षा देकर अगली कक्षा में प्रवेश ले सकते हैं।
Sir ruk ni jana ka rejelt kab khule ga
अब वेबसाइट ओपन हो रही हैं।