नीट की फुल फॉर्म (NEET Full Form In Hindi)- भारत देश में आए दिन अधिकतर विद्यार्थी किसी न किसी क्षेत्र में अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाने के लिए कोई न कोई प्रवेश परीक्षा अवश्य देते हैं। उनमें से एक है नीट प्रवेश परीक्षा। इस परीक्षा का चुनाव अधिकतर विद्यार्थी मेडिकल लाइन में अपना करियर बनाने के लिए करते हैं। यह तो आप भी जानते होंगे कि कोरोना जैसी महामारी ने भारत में मेडिकल क्षेत्र में कर्मचारियों की माँग को बढ़ा दिया है। जिस प्रकार से तरह-तरह की बीमारियाँ फैल रही हैं, उनसे लोगों को सुरक्षित करने के लिए आज देश में डॉक्टर सबसे बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
नीट की फुल फॉर्म
अगर आप भी एक विद्यार्थी हैं और बायोलॉजी सब्जेक्ट के साथ बाहरवीं कर रहे हैं या भविष्य में करना चाहते हैं, तो नीट की परीक्षा पास करना आपको भविष्य में हर तरह से लाभान्वित कर सकता है। नीट प्रवेश परीक्षा मेडिकल से जुड़ी स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आयोजित की जाती है। इस प्रवेश परीक्षा के आधार पर लगभग 66,000 से भी अधिक एमबीबीएस (MBBS) एवं बीडीएस (BDS) कोर्सेज में भारत के सरकारी और गैर-सरकारी महाविद्यालय/विश्वविद्यालय/संस्थान में दाखिला होता है। अगर आप मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने का सपना देख रहे हैं या एक एक्सपर्ट डॉक्टर बनना चाहता हैं, तो आप नीट प्रवेश परीक्षा पास करके अपने इस सपने को एक साकार रूप दे सकते हैं। इस परीक्षा को पास करना उतना भी आसान नहीं जितना आप सोच रहे हैं। इसके लिए कड़ी मेहनत के साथ-साथ धैर्य का होना भी बहुत जरूरी है। अगर आप भी नीट परीक्षा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए सहायक साबित हो सकता है।
नीट क्या है?
नीट भारत में मेडिकल लाइन में जाने के एक क्वालिफाइंग टेस्ट है जिसे भारतीय मेडिकल एवं डेंटल महाविद्यालयों/संस्थानों में एमबीबीएस (MBBS) एवं बीडीएस (BDS) कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है। इस प्रवेश परीक्षा को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित किया जाता है। जो विद्यार्थी मेडिकल से जुड़े इन कोर्सों में दाखिला लेना चाहते हैं उनके पास कक्षा 12वीं में अनिवार्य विषयों के रूप में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान / बायोटेक्नोलॉजी होना और इन विषयों में उत्तीर्ण होना चाहिए। काउंसलिंग राउंड के समय स्टूडेंट्स को अपना पासिंग सर्टिफिकेट दिखाना होता है। नीट प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए 12वीं में आपके पास गणित विषय का होना जरूरी नहीं है।
नीट परीक्षा को पहले अखिल भारतीय पूर्व चिकित्सा परीक्षण (एआईपीएमटी) के नाम से जाना जाता था जिसका आयोजन उस दौरान ‘केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड’ (सीबीएसई) द्वारा किया जाता था। अब सरकार ने इसका नाम बदलकर नीट कर दिया जिसका आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा होता है। आपमें से बहुत कम लोग यह जानते होंगे कि वर्ष 2020 में ही राज्य स्तर पर आयोजित होने वाली कई प्रवेश परीक्षाओं को समाप्त कर दिया गया। अब नीट ही सिर्फ एक ऐसी मेडिकल प्रवेश परीक्षा है जिसे देश के विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी महाविद्यालयों के साथ-साथ एम्स (AIIMS) और जिपमेर (JIPMER) संस्थानों में भी दाखिला लेने के लिए पास करना जरूरी है।
यही कारण है कि हर वर्ष लाखों की संख्या में विद्यार्थी नीट प्रवेश परीक्षा में बैठते हैं। इस प्रवेश परीक्षा के लिए आपको भाषा के बारे में ज़्यादा चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह परीक्षा 13 भाषाओं यानी हिंदी, अंग्रेजी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू में आयोजित होती हैं। सभी भाषाओं के पेपर में अंग्रेजी अनिवार्य रूप से होती है और अन्य भाषाएँ द्वितीय भाषा के रूप में दी गई होती हैं।
नीट फुल फॉर्म
नीट का पूरा नाम हिंदी और अंग्रेजी में नीचे टेबल में पढ़ें-
नीट की फुल फॉर्म हिंदी में (NEET Full Form In Hindi) | नीट की फुल फॉर्म अंग्रेजी में (NEET Full Form In English) |
“राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा” (Rashtriy Patrta Sah Parvesh Pariksha) | “नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट” (National Eligibility Cum Entrance Test) |
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नीट परीक्षा का इतिहास
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा को पहली बार वर्ष 2012 से आयोजित किया जाना था लेकिन कई कारणों से इसे एक वर्ष के लिए सीबीएसई और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा स्थगित कर दिया गया। उसके बाद वर्ष 2013 में 5 मई को पहली बार देश में नीट प्रवेश परीक्षा मेडिकल क्षेत्र में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर में दाखिला पाने के लिए आयोजित की गई। देश में चिकित्सा कोर्स के लिए आयोजित की गई यह पहली प्रवेश परीक्षा थी जिसके लिए 10 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया था।
हैरानी की बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट को वर्ष 2013 में ही 115 याचिकाओं के समर्थन में फैसला सुनाना पड़ा जिसके बाद नीट परीक्षा को रद्द कर दिया गया और कहा गया कि एमसीआई (MCI) कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली प्रवेश प्रक्रिया में कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकता। वहीं कर्नाटक, गुजरात, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल तथा तमिलनाडु जैसे कई राज्यों ने यह कहते हुए नीट का जोरदार खंडन किया कि प्रवेश परीक्षा के पाठ्यक्रम में भारी बदलाव था और इसलिए इस परीक्षा को भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा वर्ष 2012 में असंवैधानिक घोषित कर दिया गया। लेकिन इस फैसले को वर्ष 2016 में पलट दिया गया। आज भारत में नीट प्रवेश परीक्षा मेडिकल क्षेत्र में जाने के लिए एक प्रसिद्ध परीक्षा बन चुकी है।
नीट परीक्षा के प्रकार
नीट परीक्षा मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है-
- नीट यूजी (NEET UG)- यह परीक्षा उन विद्यार्थियों के लिए है जो 12वीं पास के बाद स्नातक स्तर के मेडिकल कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं। अगर आप भी स्नातक स्तर के मेडिकल कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपको इस प्रकार की नीट परीक्षा को पास करना होगा तभी आपका दाखिला अंडर ग्रेजुएट मेडिकल डिग्री कोर्स; जैसे- एमबीबीएस (MBBS), बीडीएस (BDS), बीएचएमएस (BHMS), बीएएमएस (BAMS) इत्यादि में हो सकेगा।
- नीट पीजी (NEET PG)- अगर आपने अंडर ग्रेजुएट मेडिकल कोर्स पूरा कर लिया है और अब आप पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल कोर्स में दाखिला लेना चाहते हैं, तो आपको नीट पीजी की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। अगर आप इस प्रवेश परीक्षा को उत्तीर्ण करते हैं तभी आपका दाखिला पोस्टग्रेजुएट मेडिकल कोर्सों; जैसे- एमडी (MD) या एमएस (MS) कोर्स में होगा।
नीट परीक्षा के लिए योग्यता
- उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिए। इसेक अलावा ओसीआई (OCI) और एनआरआईस् (NRIs) के बच्चे भी नीट परीक्षा में भाग ले सकते हैं।
- उम्मीदवार की न्यूनतम आयु कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए। इससे कम उम्र के विद्यार्थी नीट परीक्षा के लिए आवेदन नहीं कर सकते।
- अभ्यर्थी भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान/जैव प्रौद्योगिकी तथा अंग्रेजी जैसे विषयों के साथ कम से कम 50% अंक के साथ 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। हर विषय में आपके 50% अंक अवश्य होने चाहिए।
- अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के लिए सरकार द्वारा कुछ प्रतिशत रियायत बरती जाती है। इनके लिए न्यूनतम अंक सीमा लगभग 40% रखी गई है।
- नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा कोई अधिकतम आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है। अगर योग्य उम्मीदवार की आयु 17 वर्ष से अधिक है तो वह नीट परीक्षा के लिए आवेदन कर सकता है।
नीट परीक्षा के लिए आवेदन शुल्क
नीट परीक्षा कि फीस अगल-अलग श्रेणी के लिए अलग-अलग निर्धारित की गई है-
श्रेणी/वर्ग | फीस |
सामान्य (General) | 1700/- रु. |
ओबीसी/ईडब्ल्यूएस (OBC/EWS) | 1600/- रु. |
एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी (ST/SC/PWD) | 1000/- रु. |
नीट परीक्षा पैटर्न
नीट परीक्षा पैटर्न को आप तालिका से आसानी से समझ सकते हैं-
परीक्षा पैटर्न के बिंदु | विवरण |
परीक्षा का नाम | नीट (NEET) |
नीट की फुल फॉर्म | “राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा” (National Eligibility cum Entrance Test) |
परीक्षा की तारीख | नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा निर्धारित |
परीक्षा मोड | कलम एवं कागज आधारित |
समयावधि | तीन घंटे |
परीक्षा की भाषा/माध्यम | यह परीक्षा 13 भाषाओं यानी हिंदी, अंग्रेजी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू में आयोजित होती है। |
प्रश्नों का प्रकार | बहुविकल्पीय प्रश्न |
कुल प्रश्न | 180 |
परीक्षा के खंड | फिजिक्स- 180 अंक केमिस्ट्री- 180 अंक बायोलॉजी (बॉटनी और जूलॉजी)- 360 अंक |
कुल अंक | 720 |
अंकन योजना | प्रत्येक सही उत्तर के लिए: 4 अंक प्रत्येक गलत उत्तर के लिए: -1 अंक अनुत्तरित प्रश्नों के लिए: 0 अंक |
नीट परीक्षा के विषय, प्रश्न और अंक
विषयों के नाम | अनुभाग | प्रश्नों कि संख्या | अनुभाग अनुसार अंक |
भौतिक विज्ञान | अनुभाग- ए अनुभाग- बी | 35 15 | 140 40 |
रसायन विज्ञान | अनुभाग- ए अनुभाग- बी | 35 15 | 140 40 |
वनस्पति विज्ञान | अनुभाग- ए अनुभाग- बी | 35 15 | 140 40 |
प्राणि विज्ञान | अनुभाग- ए अनुभाग- बी | 35 15 | 140 40 |
कुल | 200 | 720 |
नीट परीक्षा का अंतिम चरण क्या है?
अभ्यर्थियों को नीट प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद नीट काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेना होता है जिसे नीट परीक्षा का अंतिम चरण माना जाता है। इस तरह से इस परीक्षा में अभ्यर्थियों को रैंक के आधार पर एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष, बीवीएससी एवं एएच, बीएससी नर्सिंग इत्यादि पाठ्यक्रमों में प्रवेश मिलता है। आपको बता दें कि पहले नीट की परीक्षा में विद्यार्थी सिर्फ तीन बार ही बैठ सकते थे लेकिन अब आप इस परीक्षा की योग्यता को ध्यान में रखते हुए कितनी बार भी दे सकते हैं।
नीट पास करने के लिए कितने अंक चाहिए?
अगर उम्मीदवार सामान्य वर्ग का है और उसे सरकारी महाविद्यालय/संस्थान में दाखिला लेना है, तो उसे 720 में से 600 से अधिक अंक लाने होंगे। वहीं अगर उम्मीदवार आरक्षित वर्ग से है और उसे भी सरकारी महाविद्यालय/संस्थान में दाखिला लेना है तो उसे 575 से अधिक अंक लाने होंगे।
नीट मेडिकल कोर्स
इसे आप टेबल से आसानी से समझ सकते हैं-
कोर्स का नाम | समयावधि |
एमबीबीएस (MBBS) | पाँच साल |
बीडीएस (BDS) | पाँच साल |
बीएचएमएस (BHMS) | पाँच साल |
बीएएमएस (BAMS) | पाँच साल |
बीयूएमएस (BUMS) | साढ़े पाँच साल |
बीएसएमएस (BSMS) | पाँच साल |
बीएससी नर्सिंग (BSc Nursing) | चार साल |
नीट परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
- चिकित्सा क्षेत्र में जाने के लिए यह परीक्षा जितनी बेहतर मानी जाती है उतनी ही कठिन भी है। आप इस परीक्षा को पास तो कर सकते हैं लेकिन पहले कड़ी मेहनत करने के लिए खुद को तैयार करना होगा।
- लाखों लोग इस परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं इसलिए आपको उतनी तो मेहनत करनी ही होगी जिसके बाद आपका दाखिला किसी अच्छे सरकारी महाविद्यालय में हो सके। अगर ऐसा होता है तभी आप एक डॉक्टर का पद भी प्राप्त कर पाएंगे।
- आप सबसे पहले अपने परीक्षा पैटर्न और सिलेबस को अच्छे से समझें।
- उम्मीदवार को इस परीक्षा की तैयारी कक्षा 11वीं में दाखिला लेते ही शुरू कर देनी चाहिए।
- अगर आप किसी तरह से सक्षम नहीं हैं, तो ग्रामीण इलाकों में रहकर और ऑनलाइन कोचिंग की सहायता से भी इस परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं।
- एक समय-सारणी तैयार करें और प्रत्येक दिन उसी समय के अनुसार अपनी पढ़ाई करें।
- सिलेबस को पूरा पढ़ने के बाद पिछले साल के पेपर को हल करने कोशिश जरूर करें।
- इस तरह आप कठिन मेहनत और आत्मविश्वास के साथ पढ़ाई करके इस कठिन परीक्षा को आसानी से पास कर सकते हैं।
FAQs
उत्तर: नीट भारत में मेडिकल लाइन में जाने के एक क्वालिफाइंग टेस्ट है जिसे भारतीय मेडिकल एवं डेंटल महाविद्यालयों/संस्थानों में एमबीबीएस (MBBS) एवं बीडीएस (BDS) कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है। इस प्रवेश परीक्षा को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित किया जाता है।
उत्तर: “राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा”।
उत्तरः सामान्य (General) श्रेणी के लिए 1700/- रु., ओबीसी/ईडब्ल्यूएस (OBC/EWS) के लिए 1600/- रु., एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी (ST/SC/PWD) के लिए 1000/- रु.।
उत्तर: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा।
उत्तर: नीट परीक्षा कुल 720 अंक की होती है।
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