एमबीए की फुल फॉर्म (MBA Full Form In Hindi)- वर्तमान में जितनी तेजी से व्यापार बढ़ रहा है उतनी ही तेजी से एमबीए कोर्स किए हुए विद्यार्थियों को हर सरकारी तथा निजी उद्योग अपने व्यापार को सुव्यवस्थित रूप से बढ़ाने के लिए उन्हें अपने साथ जोड़ने को तैयार रह रही है। यही कारण है कि यू.एस (US) से शुरू होने वाला एमबीए कोर्स आज भारत में अपने पैर पूरी तरह से फैला चुका है। व्यवसाय प्रशासन में दो वर्ष का मास्टर्स डिग्री कोर्स भले ही एक महंगा कोर्स है लेकिन फिर भी आज बिजनेस, मैनेजमेंट, मार्केटिंग के क्षेत्र में जाने वाले युवा इस कोर्स को करने के लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं और अपने अच्छे भविष्य को उस मुकाम तक ले जाते हैं जिसका सपना आज हम या आप जैसा हर युवा देखता है।
एमबीए की फुल फॉर्म
अगर आप व्यापार के क्षेत्र में अपने कदम रखना चाहते हैं और यहाँ से एक अच्छी रकम प्राप्त करना चाहते हैं तो ये कोर्स आपके लिए मिल का पत्थर का साबित हो सकता है। साथ ही इसका सकारात्मक प्रभाव आपके जीवन पर सदा बना रहता है। इस कोर्स को अगर आप किसी सरकारी प्रसिद्ध विश्वविद्यालय/महाविद्यालय/संस्थान से करते हैं तो ये आपके लिए अनेको अवसर के द्वार खोल देगा जिसके बाद आप सरकारी क्षेत्र में ही नहीं बल्कि निजी क्षेत्र में भी एक सम्मानित पद को प्राप्त कर सकते हैं। जैसे कि- रेलवे, बैंकिंग, शहरी विकास, आवास विभाग, शिक्षा क्षेत्र, अन्य वित्तीय सेवाएं आदि।
इस कोर्स ने सिर्फ युवाओं को ही लाभ नहीं पहुँचाया है बल्कि कई बहुराष्ट्रीय संगठनों (MNC) को मनचाही सफलता कि ऊँचाई तक भी पहुँचाया है। इस प्रकार जितना फायदा वैश्विक स्तर पर इस कोर्स ने विद्यार्थियों को दिया है उससे भी अधिक उद्योगों को लाभान्वित किया है। एमबीए एक ऐसा कोर्स है जो व्यापर के क्षेत्र में आपके कौशल, ज्ञान और डिजिटल समझ को बढ़ाने का काम सबसे अधिक करता है। अगर आप भी व्यवसाय प्रशासन व प्रबंधन में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए काफी सहायक साबित हो सकता है क्योंकि इस आर्टिकल के माध्यम से परीक्षा पॉइंट आपको एमबीए कोर्स की पूरी जानकारी देगा।
एमबीए कोर्स क्या है?
दो वर्ष के इस मास्टर डिग्री कोर्स को विश्व में सबसे पहले वर्ष 1981 में यू.एस.ए के ‘व्हार्टन स्कूल’ में शुरू किया गया था। जिसे आज भारत में चार सेमेस्टर जोकि 6-6 महीने का होता है, दो वर्ष के कोर्स के रूप में अपनाया गया। जब भी व्यवसाय और प्रबंधन से जुड़ी बात आती है वहाँ एमबीए की बात जरूर की जाती है क्योंकि ये इस क्षेत्र में सबसे ज़्यादा करियर विकल्प प्रदान करता है। इस कोर्स को हर स्नातक (ग्रेजुएट) विद्यार्थी किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/महाविद्यालय/संस्थान से कर सकता है। लेकिन उसके लिए आपको एक प्रवेश-परीक्षा पास करनी होती है तभी आप एलीजिबल होते हैं। इस कोर्स में सबसे पहले वर्ष में आपको मैनेजमेंट के बारे में बारीकी से पढ़ाया जाता है। उसके बाद दूसरे वर्ष आपको आपके द्वारा चुने हुए विशेष विषय पढ़ाए जाते हैं।
एमबीए फुल फार्म
एमबीए कोर्स व्यवसाय और प्रबंधन से जुड़े क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर शिक्षित बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एमबीए का पूरा नाम हिंदी और अंग्रेजी में नीचे टेबल में पढ़ें।
एमबीए की फुल फार्म हिंदी में (MBA Full Form In Hindi) | एमबीए की फुल फार्म इंग्लिश में (MBA Full Form In English) |
व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर | मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (Master of Business Administration) |
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एमबीए के लिए योग्यता
- एमबीए में दाखिला पाने के लिए विद्यार्थी किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक होना चाहिए। लेकिन अगर आप ग्रेजुएशन में बी.बी.ए करते हैं और 50% अंक से पास होते हैं तो इसका फायदा आपको एमबीए की पढ़ाई के दौरान होता है।
- स्नातक में सामान्य श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए कम से कम 50% अंक और एस.सी/एस.टी/पी.ब्ल्यू.डी श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए कम से कम 45% अंक होना जरूरी है।
- छात्र/छात्रा अपने ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष भी एमबीए के लिए आवेदन-पत्र भर सकते हैं। लेकिन यहाँ सबसे जरूरी बात ये है कि निर्धारत तिथि पर आपको स्नातक डिग्री का सर्टिफिकेट चयनित संस्थान में जमा करवाना होगा।
- इस कोर्स में एडमिशन के लिए आप CAT/GMAT/UPES MET/MAT/NMAT जैसी प्रवेश परीक्षा में जितने अच्छे अंक प्राप्त करते हैं उतने ही अच्छे विश्वविद्यालय/संस्थान में आपका दाखिला होता है। जिन्हें वर्तमान में एमबीए के लिए टॉप-टेन विश्वविद्यालय/संस्थान कहा जाता है।
- इसके अलावा बहुत सी निजी संस्थाएं भी बिना प्रवेश परीक्षा के ही एमबीए कोर्स करवाती है।
- अगर आप एमबीए कि पढ़ाई विदेश में करना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको जीमैट (GMAT) या जी.आर.ई (GRE) जैसी प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक लाने होंगे साथ ही आईईएलटीएस, टीओईएफएल, पीटीई आदि की भी परीक्षा पास करनी होगी। ये सब ऐसी परीक्षाएं हैं जो आपको अंग्रेजी भाषा में दक्ष बनाती हैं। क्योंकि विदेश से एमबीए करने के लिए अंग्रेजी भाषा-ज्ञान का प्रमाण-पत्र होना आवश्यक है।
एमबीए में एडमिशन कैसे होता है?
एमबीए के लिए भारतीय विश्वविद्यालयों/संस्थानों में प्रवेश प्रक्रिया-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई वेवसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होता है। फिर कोर्स को चुनते हुए आवेदन फॉर्म को पूरा करने के बाद जमा करना होता है। उसके बाद अंत में आवेदन शुल्क जमा करना होता है।
- अगर आपका एडमिशन प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है, तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करना पड़ता है। फिर परीक्षा देने के बाद परिणाम आता है। अगर आप परीक्षा पास कर लेते हैं और लिस्ट में आपका नाम आ जाता है, तो आप व्यक्तिगत साक्षात्कार और सामूहिक चर्चा का हिस्सा बनते हैं। इस तरह एमबीए कोर्स के लिए आपका एडमिशन भारत के सरकारी विश्वविद्यालय/संस्थान में होता है। आपको बता दें कि लगभग 90% से 99% वाले विद्यार्थियों का एडमिशन भारत के टॉप सरकारी कॉलेज/यूनिवर्सिटी में पहले होता है।
- सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपके पास वो सभी प्रमाण पत्र होने चाहिए जिनको आपने अपने फॉर्म में भरा था, क्योंकि वो सभी दस्तावेज एडमिशन के दौरान जरूरी होते हैं।
एमबीए कोर्स के प्रकार
एमबीए के विभिन्न प्रकार हैं, जैसे-
- पूरे दो वर्ष का एमबीए कोर्स
- अंशकालिक एमबीए
- मॉडुलर एमबीए
- एग्जीक्यूटिव एमबीए
- पूर्ण कालिक एग्जीक्यूटिव एमबीए
- ओपन लर्निंग एमबीए कोर्स
- ब्लेंडिड लर्निंग एमबीए
- डुअल डिग्री एमबीए
- मिनी एमबीए प्रोग्राम
एमबीए टॉप कॉलेज/यूनिवर्सिटी
भारत में एमबीए के टॉप-10 विश्वविद्यालय/संस्थान-
- भारतीय प्रबंधन संस्थान, कलकत्ता (आई.आई.एम कलकत्ता)
- भारतीय प्रबंधन संस्थान, लखनऊ (आई.आई.एम लखनऊ)
- भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद (आई.आई.एम अहमदाबाद)
- भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (आई.आई.टी दिल्ली)
- भारतीय प्रबंधन संस्थान, बैंगलोर (आई.आई.एम बैंगलोर)
- भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे (आई.आई.टी बॉम्बे)
- भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान, मद्रास (आई.आई.टी मद्रास)
- भारतीय प्रबंधन संस्थान, इंदौर (आई.आई.एम इंदौर)
- भारतीय प्रबंधन संस्थान, कोझिकोड (आई.आई.एम कोझिकोड)
- भारतीय औद्योगिक इंजीनियरिंग संस्थान, मुंबई (NITIE Mumbai)
एमबीए कोर्स फीस
भारत में एमबीए कोर्स करवाने वाली सभी सरकारी संस्थाओं की फीस अगल-अलग है लेकिन सभी की फीस लाखों में है और लहभग पांच लाख से ऊपर है। जिसमें से सबसे ज़्यादा फीस अहमदाबाद, कलकत्ता और बैंगलोर के संस्थानों की है।
एमबीए के बाद करियर विकल्प
एमबीए एक ऐसा कोर्स है जो रोजगार के भटकाव को समाप्त करता है और सरकारी क्षेत्र के साथ-साथ निजी क्षेत्र में भी आपको अच्छी मासिक धनराशि प्रदान करवाता है। एमबीए के बाद विद्यार्थी 30-40 हजार से लेकर लाखों तक महीने का कमाते हैं और अगर उद्योग अच्छा हो, तो वो अपने कर्मचारियों को खाने-रहने से लेकर आने-जाने कि सारी सुविधाएँ उपलब्ध करवाता है। इस कोर्स के विद्यार्थी लगभग सभी सरकारी क्षेत्रों में प्रबंधन से जुड़ी नौकरी कर सकते हैं। साथ ही खुद का छोटे से लेकर बड़ा व्यापर करके भी आप लाखों-करोड़ों कमा सकते हैं।
FAQs
प्रश्न: विश्व में एमबीए कोर्स कब और कहां शुरू हुआ?
उत्तर: विश्व में सबसे पहले एमबीए कोर्स वर्ष 1981 में यू.एस.ए के व्हार्टन स्कूल में शुरू किया गया था।
प्रश्न: एमबीए कोर्स क्या है?
उत्तर: यह दो वर्ष का व्यवसाय और प्रबंधन से जुड़ा विश्व प्रसिद्ध कोर्स है, जिसका सकारात्मक प्रभाव भारत पर भी पड़ा है।
प्रश्न: किसी सरकारी संस्था से एमबीए करने कि पहली शर्त कया है?
उत्तर: एमबीए में दाखिला पाने के लिए विद्यार्थी किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक होना चाहिए। स्नातक में सामान्य श्रेणी के विद्यार्थियों के कम से कम 50% अंक और एस.सी/एस.टी/पी.ब्ल्यू.डी श्रेणी के विद्यार्थियों के कम से कम 45% अंक होना जरूरी हैं।
प्रश्न: एमबीए का फुल फॉर्म क्या होता है?
उत्तर: “व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर” (Master of Business Administration)।
प्रश्न: विदेश में एमबीए के लिए कौन सी प्रवेश परीक्षा सबसे अच्छी है?
उत्तर: जीमैट (GMAT) और जी.आर.ई (GRE)।
प्रश्न: क्या दिल्ली विश्वविद्यालय से एमबीए कर सकते हैं?
उत्तर: जी हाँ, योग्यता को ध्यान में रखते हुए प्रवेश-परीक्षा देने के बाद आप दिल्ली विश्वविद्यालय से भी एमबीए कर सकते हैं।
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