एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 19 आश्रम का अनुमानित व्यय

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छात्र इस आर्टिकल के माध्यम से एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 19 आश्रम का अनुमानित व्यय प्राप्त कर सकते हैं। छात्र कक्षा 7 हिंदी पाठ 19 के प्रश्न उत्तर मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं। छात्रों के लिए वसंत भाग 2 कक्षा 7 के प्रश्न उत्तर साधारण भाषा में बनाएं गए हैं। वसंत भाग 2 कक्षा 7 chapter 19 के माध्यम से छात्र परीक्षा की तैयारी बेहतर तरीके से कर सकते हैं। कक्षा 7 वीं हिंदी अध्याय 19 आश्रम का अनुमानित व्यय के प्रश्न उत्तर सीबीएसई सिलेबस को ध्यान में रखकर बनाएं गए हैं।

देखा गया है कि एनसीईआरटी वसंत हिंदी 7 वीं कक्षा सवाल जवाब के लिए छात्र बाजार में मिलने वाली गाइड पर काफी पैसा खर्च कर देते हैं। लेकिन यहां से NCERT Solutions kaksha 7 vishay hindi chapter 19 पूरी तरह से मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं। vasant bhag 2 किताब बहुत ही रोचक है। आइये फिर नीचे ncert solutions class 7 hindi chapter 19 आश्रम का अनुमानित व्यय देखते हैं।

NCERT Solutions For Class 7 Hindi Vasant Chapter 19 आश्रम का अनुमानित व्यय

कक्षा 7 हिंदी एनसीईआरटी समाधान का उदेश्य केवल अच्छी शिक्षा देना है। कक्षा 7 वीं हिंदी अध्याय 19 आश्रम का अनुमानित व्यय के प्रश्न उत्तर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के सहायता से बनाए गए है। छात्र नीचे वसंत भाग 2 कक्षा 7 के प्रश्न उत्तर प्राप्त कर सकते हैं।

कक्षा : 7
विषय : हिंदी (वसंत भाग -2)
अध्याय : 19 (आश्रम का अनुमानित व्यय
)

प्रश्न अभ्यास

लेखा – जोखा:-

1 . हमारे यहाँ बहुत से काम लोग खुद नहीं करके किसी पेशेवर कारीगर से करवाते हैं। लेकिन गांधी जी पेशेवर कारीगरों के उपयोग में आने वाले औज़ार छेनी, हथौड़े, बसूले इत्यादि क्यों खरीदना चाहते होंगे ?

उत्तर :- आज कल की दुनिया में लोग इतना व्यस्त हो जाते है कि वे खुद से कोई काम करना पसंद ही नहीं करते और ना ही कोशिश करते, वह बस यही सोचते है कि वे यह काम किसी पेशेवर कारीगर से करवा लेंगे। लेकिन गांधी जी अपना काम स्वयं करते और सबको यही सलाह देते कि हमें अपना काम किसी और के भरोसे न छोड़ कर स्वयं करना चाहिए। उनके आश्रम में पहले चालीस लोग थे लेकिन कुछ सदस्य बढ़ने की संभावना थी। इसलिए अगर आगे कभी किसी भी काम की जरूरत पड़े तभी वे छेनी, हथौड़े, बसूलें आदि खरीदना चाहते होंगे।

2. गांधी जी ने अखिल भारतीय कांग्रेस सहित कई संस्थाओं व आंदोलनों का नेतृत्व किया। उनकी जीवनी या उन पर लिखी गई किताबों से उन अंशों को चुनिए जिनसे हिसाब-किताब के प्रति गांधी जी की चुस्ती का पता चलता है।

उत्तर :- गांधी जी अपना हर काम स्वयं करते थे। उन्होंने भारतीय सहित सभी संस्थाओं व आंदोलन का नेतृत्व सफलता से इसलिए किया क्योंकि वे बचपन से हिसाब किताब में चुस्त थे। वे अपने विद्यार्थी जीवन में हर एक हिसाब खुद रखते थे। वे बेवजह पैसा खर्च करना सही नहीं मानते थे। वे सही प्रकार से पैसो को बचाना अच्छा मानते थे। इसके लिए वे पैदल यात्रा भी कर लेते थे।

3. मान लीजिए, आपको कोई बाल आश्रम खोलना है। इस बजट से प्रेरणा लेते हुए उसका अनुमानित बजट बनाइए। इस बजट में दिए गए, किन – किन मदों पर आप कितना खर्च करना चाहेंगे। किन नयी मदों को जोड़ना – हटाना चाहेंगे ?

उत्तर :- आज के समय में बाल–आश्रम खोलने के लिए कम से कम दो–तीन एकड़ जमीन की आवशयकता पड़ेगी। साथ ही उसका निर्माण करने के लिए करोड़ रुपयों की आवश्यकता होगी। बाल हेतु हमें कम से कम बीस कमरे, लड़के और लड़कियों के लिए अलग से टॉयलेट और बाथरुम भी बनाने होंगे। साथ में हमें खाना बनाने के लिए रसोई की आवश्यक्ता होगी। बच्चों के पढ़ने और खेलने के लिए अलग से जगह भी बनानी पड़ेगी। उनके लिए अच्छे खाने पीने की व्यवस्था करनी होगी ताकि उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाए।

4. आपको कई बार लगता होगा कि आप कई छोटे–मोटे काम (जैसे – घर की पुताई, दूध दुहना, खाट बुनना) करना चाहें तो कर सकते हैं। ऐसे कामों की सूची बनाइए, जिन्हें आप चाहकर भी नहीं सीख पाते। इसके क्या कारण रहे होंगे ? उन कामों की सूची भी बनाइए, जिन्हें आप सीखकर ही छोड़ेंगे।

उत्तर :- घर की पुताई, दूध दुहना, खाट बुनना, झूला लगाना, खाना बनाना,  झाड़ू -पौछा आदि कुछ ऐसे कार्य हैं, जिन्हें हम स्वयं कर सकते है। अकसर यह होता है कि अगर कोई मुश्किल काम हमारे सामने आता है और हमारे मन में उसे सीखने की उत्तेजना होती है। या तो हम उस काम को सीख लेंगे या फिर ध्यान, समय, आलस्य और रूचि न होने के कारण छोड़ देंगे। जैसे घर में दरवाजे लगाना, मोटर ठीक करना आदि काम। लेकिन मैं कुछ जैसे – अलग अलग प्रकार के व्यंजन बनाना।

5. इस अनुमानित बजट को गहराई से पढ़ने के बाद आश्रम के उद्देश्यों और कार्यप्रणाली के बारे में क्या – क्या अनुमान लगाए जा सकते हैं ?

उत्तर :- इस अनुमानित बजट से आश्रम के उद्देश्य स्पष्ट है कि गाँधी जी लोगों में आत्मनिर्भता की भावना को जागृत करना चाहते है। इसके अतितिक्त   रोजगार संबंधी व्यवस्था आश्रम में गरीब व अनाथ लोगों को सुखद जीवन देना आदि उद्देश्य भी रहे होंगे।

भाषा की बात:-

1 . अनुमानित शब्द अनुमान में इत प्रत्यय जोड़कर बना है। इत प्रत्यय जोड़ने पर अनुमान का न नित में परिवर्तित हो जाता है। नीचे – इत प्रत्यय वाले कुछ और शब्द लिखे हैं। उनमें मूल शब्द पहचानिए और देखिए कि क्या परिवर्तन हो रहा है:-

प्रमाणित व्यथित मुखरित द्रवित

मोहित    झंकृत   शिक्षित   चर्चित

उत्तर:-  

शब्द       मूल शब्द    प्रत्यय        परिवर्तन

प्रमाणित      प्रमाण       इत     ‘ण‘ णित में परिवर्तित हो गया

व्यथित        व्यथा           इत        ‘ या ‘ थित में परिवर्तित हो गया

द्रवित         द्रव              इत         ‘ व ‘ वित में परिवर्तित हो गया

मुखरित       मुखर           इत        ‘ र‘ रित में परिवर्तित हो गया

झंकृत        झंकार          इत        ‘ कृ ‘ कृत में परिवर्तित हो गया

शिक्षित      शिक्षा          इत       ‘ क्षा ‘ क्षित में परिवर्तित  हो गया

मोहित        मोह             इत         ‘ ह ‘ हित में परिवर्तित  हो गया

चर्चित       चर्चा             इत          ‘ चा ‘ चित में परिवर्तित ही गया

इत प्रत्यय की भाँति इक प्रत्यय से भी शब्द बनते हैं और तब शब्द के पहले अक्षर में भी परिवर्तन हो जाता है, जैसे – सप्ताह + इक साप्ताहिक। नीचे इक प्रत्यय से बनाए गए शब्द दिए गए हैं। इनमें मूल शब्द पहचानिए और देखिए कि क्या परिवर्तन हो रहा है:-

मौखिक      संवैधानिक       प्राथमिक

नैतिक      पौराणिक        दैनिक

उत्तर:-  

शब्द           मूल शब्द        प्रत्यय        परिवर्तन

मौखिक          मुख            इक         ‘उ’ का ‘औ’

संवैधानिक       संविधान       इक        ‘इ’ का ‘ए’

प्राथमिक         प्रथम           इक         ‘अ’ का ‘आ’

नैतिक           नीति           इक         ‘इ’ का ‘ऐ’

पौराणिक         पुराण           इक         ‘उ’ का ‘औ’

दैनिक           दिन            इक          ‘इ’ का ‘ऐ’

2. बैलगाड़ी और घोडागाड़ी शब्द दो शब्दों को जोड़ने से बने हैं। इसमें दूसरा शब्द प्रधान है, यानी शब्द का प्रमुख अर्थ दूसरे शब्द पर टिका है। ऐसे समास को तत्पुरुष समास कहते हैं। ऐसे छह शब्द और सोचकर लिखिए और समझिए कि उनमें दूसरा शब्द प्रमुख क्यों है ?

उत्तर:-   

रसोईघर :- रसोई के लिए घर

राजपुत्र :- राजा का पुत्र

शर से आहत :- शराहत

हाथ के लिए कड़ी :- हथकड़ी

देशभक्त :- देश का भक्त

बसयात्री :-  बस के लिए यात्री

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत भाग 2 के सभी अध्याय नीचे देखें

अध्यायअध्याय के नाम
1हम पंछी उन्मुक्त गगन के
2दादी माँ
3हिमालय की बेटियाँ
4कठपुतली
5मिठाईवाला
6रक्त और हमारा शरीर
7पापा खो गए
8शाम-एक-किसान
9चिड़िया की बच्ची
10अपूर्व अनुभव
11रहीम के दोहे
12कंचा
13एक तिनका
14खानपान की बदलती तसवीर
15नीलकंठ
16भोर और बरखा
17वीर कुँवर सिंह
18संघर्ष के कारण मैं तुनुकमिज़ाज हो गया : धनराज
19आश्रम का अनुमानित व्यय
20विप्लव-गायन

छात्रों को एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 19 आश्रम का अनुमानित व्यय प्राप्त करके काफी ख़ुशी हुई होगी। हमारा प्रयास है कि छात्रों को बेहतर ज्ञान दिया जाए। छात्र एनसीईआरटी पुस्तक या सैंपल पेपर आदि की अधिक जानकारी के लिए parikshapoint.com की वेबसाइट पर जा सकते हैं।

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