एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 12 कंचा

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छात्र इस आर्टिकल के माध्यम से एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 12 कंचा प्राप्त कर सकते हैं। छात्र कक्षा 7 हिंदी पाठ 12 के प्रश्न उत्तर मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं। छात्रों के लिए वसंत भाग 2 कक्षा 7 के प्रश्न उत्तर साधारण भाषा में बनाएं गए हैं। वसंत भाग 2 कक्षा 7 chapter 12 के माध्यम से छात्र परीक्षा की तैयारी बेहतर तरीके से कर सकते हैं। कक्षा 7 वीं हिंदी अध्याय 12 कंचा के प्रश्न उत्तर सीबीएसई सिलेबस को ध्यान में रखकर बनाएं गए हैं।

देखा गया है कि एनसीईआरटी वसंत हिंदी 7 वीं कक्षा सवाल जवाब के लिए छात्र बाजार में मिलने वाली गाइड पर काफी पैसा खर्च कर देते हैं। लेकिन यहां से NCERT Solutions kaksha 7 vishay hindi chapter 12 पूरी तरह से मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं। vasant bhag 2 किताब बहुत ही रोचक है। आइये फिर नीचे ncert solutions class 7 hindi chapter 12 कंचा देखते हैं।

NCERT Solutions For Class 7 Hindi Vasant Chapter 12 कंचा

कक्षा 7 हिंदी एनसीईआरटी समाधान का उदेश्य केवल अच्छी शिक्षा देना है। कक्षा 7 वीं हिंदी अध्याय 12 कंचा के प्रश्न उत्तर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के सहायता से बनाए गए है। छात्र नीचे वसंत भाग 2 कक्षा 7 के प्रश्न उत्तर प्राप्त कर सकते हैं।

कक्षा : 7
विषय : हिंदी (वसंत भाग -2)
अध्याय : 12 (कंचा
)

प्रश्न अभ्यास

कहानी से:-

1 . कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं, तब क्या होता है ?

उत्तर :- एक बार जब अप्पू ने देखा कि जार बड़ा हो गया है। उसे लग रहा था कि जार आसमान-सा बड़ा हो गया है और उसके भीतर आ गया हो। जैसे ही अप्पू जार की कल्पना में समा जाता तो सब भूल जाता था। वह कंचे चारों तरफ बिखेरकर मज़े में खेलता रहता था। उसका विद्यालय में पढ़ाई में भी मन नहीं लगता था। जब वह काम नहीं करता और बैंच पर खड़ी होने की सज़ा मिलती तब भी वह कंचो की दुनिया में ही खोया रहता था।

2 . दुकानदार और ड्राइवर के सामने अप्पू की क्या स्थिति है ? वे दोनों उसको देखकर पहले परेशान होते हैं, फिर हँसते हैं। कारण बताइए।

उत्तर :- दुकानदार देखता है कि अप्पू कंचे लेने के लिए आता है लेकिन वह वहां खड़ा रहता है और कंचो को खड़ा होकर निहारता है, कंचे लेता नहीं है। इसलिए दुकानदार गुस्सा हो जाता हैं। लेकिन जब बाद में कंचा लेने आता है और दुकानदार बोलता है कि क्या चहिए, कंचे ना और अप्पू हाथ फैलता है और कहता है दे दो तब दुकानदार हँसने लगता है। इसके बाद जब अप्पू कंचे लेकर चला जाता है और रास्ते में उन्हें देखने के लिए पोटली खोलता है कंचे नीचे गिर जाते है और वह रास्ते में कंचे उठाने बैठ जाता है। ड्राइवर उसको हटने को कहता है और गुस्से से देखता है लेकिन अप्पू ड्राइवर की तरफ देखकर एक कंचा हाथ में उठाते हुए दिखा कर कहता है कंचे अच्छे है ना और ड्राइवर हँसने लगता है।

3. मास्टर जी की आवाज अब कम ऊँची थी। वे रेलगाड़ी के बारे में बता रहे थे। ‘ मास्टर जी की आवाज धीमी क्यों हो गई होगी ? लिखिए।

उत्तर :- मास्टर जी जब रेलगाड़ी के बारे में बता रहे थे तो ऊँची आवाज़ में बोल रहे थे ताकि बच्चें उनकी हर एक बात ध्यान से सुने। मास्टर जी बीच–बीच में बेंत से मेज़ ठोकते हुए आवाज में कह रहे थे- “ बच्चों ! तुममें से कई ने रेलगाड़ी देखी होगी। उसे भाप की गाड़ी भी कहते हैं क्योंकि उसका यंत्र भाप की शक्ति से ही चलता है। भाप का मतलब पानी से निकलती भाप से है। वे रेलगाड़ी के हर एक हिस्से के बारे में समझा रहे थे। मास्टर जी की आवाज़ अब कम ऊँची थी। क्योंकि बच्चें उनकी हर बात समझ रहे थे।

कहानी से आगे:-

1 . कंचे, गिल्ली–डंडा, गेंदतड़ी (पिटू) जैसे गली – मोहल्लों के कई खेल ऐसे हैं जो बच्चों में बहुत लोकप्रिय हैं। आपके इलाके में ऐसे कौन–कौन से खेल खेले जाते हैं ? उनकी एक सूची बनाइए।

 उत्तर :-  हमारे इलाके में खो- खो, क्रिकेट, फुटबॉल, बैडमिंटन आदि खेल खेले जाते है।

2. किसी एक खेल को खेले जाने की विधि को अपने शब्दों लिखिए।

उत्तर :- फुटबॉल एक सामूहिक खेल है और इसे ग्यारह खिलाड़ियों के दो दलों के बीच खेला जाता हैं। फुटबॉल को सामान्यत: एक आयताकार घास या कृत्रिम घास के मैदान पर खेला जाता है जिसके दोनों छोरों पर एक-एक गोल होता है। खिलाड़ियों द्वारा विरोधी दल के गोल में चालाकी से गेंद को डालना ही इस खेल का उद्देश्य है। खेल में गोलरक्षक ही एक मात्र ऐसा खिलाड़ी होता है जिसे गेंद को रोकने के लिए अपना हाथ इस्तेमाल करने की अनुमति होती है। दल के बाकी खिलाड़ी आमतौर पर गेंद को मारने के लिये अपने पैर का इस्तेमाल करते हैं तथा कभी कभी हवा में गेंद को रोकने के लिए वे अपने सिर का इस्तेमाल करते हैं। जो दल खेल के अंत या समय समाप्ति तक ज्यादा गोल करता है, विजयी रहता है।

अनुमान और कल्पना:-

1 . जब मास्टर जी अप्पू से सवाल पूछते हैं तो वह कौन सी दुनिया में खोया हुआ था ? क्या आपके साथ भी कभी ऐसा हुआ है कि आप किसी दिन क्लास में रहते हुए भी क्लास से गायब रहे हों ? ऐसा क्यों हुआ और आप पर उस दिन क्या गुजरी ? अपने अनुभव लिखिए।

उत्तर :- जब मास्टर जी अप्पू से सवाल पूछते है तो वह कंचो की दुनिया में खोया हुआ होता है। मैं भी जब सातवीं कक्षा में था तब मेरे पिताजी ने मुझे एक विडीयो गेम लाकर दी थी, और उसे खेलने के लिए मैं इतना उत्तेजित था कि मेरा कक्षा में पढ़ने के लिए ध्यान बिल्क़ुल भी नहीं था। उस दिन हमारा एक टेस्ट चल रहा था जो आते हुए भी मेरा लिखने का मन नहीं था। और उस दिन सबसे कम अंक मुझे मिले जिसकी वजह से मेरे अध्यापक ने मेरी शिकायत मेरे पिताजी से ही कर दी। उस दिन मुझे बहुत ज्यादा बुरा लगा था। फिर मैंने पिताजी को बताया कि मैंने विडीयो गेम की वजह से ऐसे किया। तब पिताजी ने मुझे समझाया कि हमें अपने जीवन में किसी चीज को उतना ही अपनाना चाहिए जितनी वो हमारे लिए जरुरी है।

2. आप कहानी को क्या शीर्षक देना चाहेंगे ?

उत्तर :-  हम इस कहानी को कंचो के सपने शीर्षक देना चाहेंगे।

3. गुल्ली–डंडा और क्रिकेट में कुछ समानता है और कुछ अंतर। बताइए, कौन सी समानताएँ हैं और क्या–क्या अंतर हैं ?

उत्तर :- गुल्ली-डंडा और क्रिकेट में यही समानता है कि दोनों में ही एक के पीछे पूरी टीम भागती है। क्रिकेट में एक गेंद के पीछे तो गुल्ली डंडा में एक गुल्ली के पीछे। दोनों में अंतर यह हैं कि क्रिकेट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेला जाता है तो दूसरा, गुल्ली-डंडा गली मोहल्लों में खेला जाता है।

भाषा की बात:-

1 . नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित मुहावरे किन भावों को प्रकट करते है ? इन भावों से जुड़े दो–दो मुहावरे बताइए और उनको वाक्य में प्रयोग कीजिए।

  • माँ ने दाँतों तले उँगली दबाई।
  • सारी कक्षा साँस रोके हुए उसी तरफ़ देख रही है।

उत्तर :- दांतो तले उंगली दबाना :- आश्चर्य प्रकट करना

इनसे जुड़ें दो मुहावरें निम्नलिखित है:-

दंग रह जाना :- रानी लक्ष्मीबाई की वीरता को देखकर अंग्रेज दंग रह गए।

मुँह खुला का खुला रह जाना :- साँप को देखते ही सब बच्चों का मुँह खुला का खुला रह गया।

सांस रोककर देखना :- निरंतर देखना

इनसे जुड़ें दो मुहावरें निम्नलिखित है:-

दम साधना :- सेना की आवाज़ सुनते ही सभी आतंकवादी दम साधे भाग खड़े हुए।

हवाइयाँ उड़ना :- पुलिस को देखते ही सारे चोरो की हवाइयाँ उड़ गई।

2 . विशेषण कभी–कभी एक से अधिक शब्दों के भी होते हैं। नीचे लिखे वाक्यों में रेखांकित हिस्से क्रमश : रकम और कंचे के बारे में बताते हैं , इसलिए वे विशेषण हैं।

पहले कभी किसी ने इतनी बड़ी रकम से कंचे नहीं खरीदे। बढ़िया सफ़ेद गोल कंचे

 • इसी प्रकार के कुछ विशेषण नीचे दिए गए हैं इनका प्रयोग कर वाक्य बनाएँ।

ठंडी अंधेरी रात            खट्टी – मीठी गोलियाँ

ताजा स्वादिष्ट भोजन        स्वच्छ रंगीन कपड़े

उत्तर :-  ठंडी अंधेरी रात :- ठंडी अंधेरी रात तारों से चमक रही थी।

खट्टी मीठी गोलियाँ :- बच्चें खट्टी मीठी गोलियाँ खाकर खुश थे।

ताजा स्वादिष्ट भोजन :- ताजा स्वादिष्ट भोजन सेहत के लिए अच्छा है।

स्वच्छ रंगीन कपड़े :- स्वच्छ रंगीन कपड़े से व्यक्ति और ज्यादा निखरता है।

कुछ करने को :-

  • मुंशी प्रेमचंद की कहानी ‘ईदगाह‘ खोजकर पढ़िए। ‘ईदगाह‘ में हामिद चिमटा खरीदता है और ‘कंचा‘ कहानी में अप्पू कंचे। इन दोनों बच्चों में से किसकी पसंद को आप महत्त्व देना चाहेंगे ? हो सकता है आपके कुछ साथी चिमटा खरीदनेवाले हामिद को पसंद करें और कुछ अप्पू को।

उतर :- हमें ईदगाह कहानी में जो बच्चा है हामिद उसकी पसंद को महत्व देना चाहते है जो खुद के बारे में ना सोचते हुए साल भर ईद का इंतजार करता है. और जब उसे मेले के लिए नाममात्र के पैसे मिलते हैं. तो भी वो खुद पर न खर्च कर अपनी दादी के लिए चिमटा खरीदता है. जिसकी कमी की वजह से उसकी दादी का हाथ रोटियां बनाते समय हमेशा जलता रहता है।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत भाग 2 के सभी अध्याय नीचे देखें

अध्यायअध्याय के नाम
1हम पंछी उन्मुक्त गगन के
2दादी माँ
3हिमालय की बेटियाँ
4कठपुतली
5मिठाईवाला
6रक्त और हमारा शरीर
7पापा खो गए
8शाम-एक-किसान
9चिड़िया की बच्ची
10अपूर्व अनुभव
11रहीम के दोहे
12कंचा
13एक तिनका
14खानपान की बदलती तसवीर
15नीलकंठ
16भोर और बरखा
17वीर कुँवर सिंह
18संघर्ष के कारण मैं तुनुकमिज़ाज हो गया : धनराज
19आश्रम का अनुमानित व्यय
20विप्लव-गायन

छात्रों को एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 12 कंचा प्राप्त करके काफी ख़ुशी हुई होगी। हमारा प्रयास है कि छात्रों को बेहतर ज्ञान दिया जाए। छात्र एनसीईआरटी पुस्तक या सैंपल पेपर आदि की अधिक जानकारी के लिए parikshapoint.com की वेबसाइट पर जा सकते हैं।

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