एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 1 हम पंछी उन्मुक्त गगन के

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देखा गया है कि एनसीईआरटी वसंत हिंदी 7 वीं कक्षा सवाल जवाब के लिए छात्र बाजार में मिलने वाली गाइड पर काफी पैसा खर्च कर देते हैं। लेकिन यहां से NCERT Solutions kaksha 7 vishay hindi chapter 1 पूरी तरह से मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं। vasant bhag 2 किताब बहुत ही रोचक है। आइये फिर नीचे ncert solutions class 7 hindi chapter 1 देखते हैं।

NCERT Solutions For Class 7 Hindi Vasant Chapter 1 हम पंछी उन्मुक्त गगन के

कक्षा 7 हिंदी एनसीईआरटी समाधान का उदेश्य केवल अच्छी शिक्षा देना। कक्षा 7 वीं हिंदी अध्याय 1 हम पंछी उन्मुक्त गगन के प्रश्न उत्तर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के सहायता से बनाए गए है। छात्र नीचे वसंत भाग 2 कक्षा 7 प्रश्न उत्तर प्राप्त कर सकते हैं।

कक्षा : 7
विषय : हिंदी (वसंत भाग -2)
अध्याय : 1 (हम पंछी उन्मुक्त गगन के
)

प्रश्न-अभ्यास

कविता से:-

1 . हर तरह की सुख सुविधाएँ पाकर भी पक्षी पिंजरे में क्यों नहीं रहना चाहते ?

उत्तर :- हर प्रकार की सुख सुविधाएँ पाकर भी पक्षी पिंजरे में बंद नहीं रहना चाहते क्योंकि हर कोई अपने हिसाब से जीना चाहता है। कोई भी नहीं चाहता कि उस पर कोई रोक – टोक करें। आखिर हर किसी को स्वतंत्रता का पूरा अधिकार है। इसी तरह पक्षी भी स्वतंत्र रहना पसंद करते है। पिंजरे मे उन्हें उड़ने की आजादी नहीं है। वे भी चाहते है कि वे खुले आसमान में ऊँची उड़ान भरे। एक बंद पिंजरे में रहने की जगह वे आस पास की हर एक चीज़ को निहारना चाहते है। पेड़ों की डालियों पर बैठना चाहते हैं।

2 . पक्षी उन्मुक्त रहकर अपनी कौन –  कौन सी इच्छाएँ पूरी करना चाहते हैं ?

उत्तर :- पक्षी उन्मुक्त रहकर अपनी उन इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं जैसे :- वे हर जगह उड़ना चाहते है। खुले आसमान में घूमना चाहते है। खुद के बनाए हुए घोसलों में रहना चाहते है। पेड़ों की डालियों पर बैठना चाहते है। नदियों का पानी पीना चाहते है। इधर उधर घूमकर अपने परिवार के लिए खाना इकठ्ठा करना चाहते है।

3. भाव स्पष्ट कीजिए :-

या तो क्षितिज मिलन बन जाता / या तनती साँसों की डोरी।

उत्तर :- इस पंक्ति में कवि अपने माध्यम से पक्षियों के स्वतंत्र होने की भावनाओं को व्यक्त करता है। कवि कहता है कि यदि मैं स्वतंत्र होता तो उस असीम क्षितिज से मेरी होड़ हो जाती। मैं अपने इन छोटे-छोटे पंखों से धरती और आकाश के बीच उड़ने का आनंद लेना चाहता हूँ। पक्षी इन खुशियों को पाने के लिए अपने प्राण तक त्यागने के लिए तैयार है।

कविता से आगे:-

1 . बहुत से लोग पक्षी पालते हैं-

(क) पक्षियों को पालना उचित है अथवा नहीं ? अपने विचार लिखिए।

उत्तर :- हमारे दृष्टिकोण से पक्षियों को पालना उचित नहीं है, इससे हम उनकी आजादी पर रोक लगा देते हैं। उसकी बजाय हम उनके लिए छत पे पानी रख सकते है और उनके लिए कुछ खाने को भी रख सकते हैं। हम उनकी इच्छाओं, सपनों तथा अरमानों पर पाबंदी नहीं लगा सकते है। अतः पक्षियों को पालना सही नहीं है। उनको भी स्वतंत्रता में रहने का पूरा अधिकार है।

(ख) क्या आपने या आपकी जानकारी में किसी ने कभी कोई पक्षी पाला है ? उसकी देखरेख किस प्रकार की जाती होगी, लिखिए।

उत्तर :- हमारे एक पड़ोसी ने कबूतर पाला था। उसको वह कबूतर एक जख्मी हालत में मिला था। उसके परिवार के सभी सदस्य मन से उसकी देखरेख किया करते थे। प्रतिदिन उसके पिंजरे की सफ़ाई किया करते थे। एक कटोरी में पानी पीने के लिए तथा खाने के लिए चना दिया जाता था। उसे समय पर दवाई भी लगाते थे। समय पे नहलाते थे। कबूतर का बिल्क़ुल अच्छे से ध्यान रखते थे ।

2 . पक्षियों को पिंजरे में बंद करने से केवल उनकी आज़ादी का हनन हीं नहीं होता, अपितु पर्यावरण भी प्रभावित होता है। इस विषय पर दस पंक्तियों में अपने विचार लिखिए।

उत्तर :- पक्षियों को पिंजरे में बंद करके उनकी आजादी का हनन होता ही है क्योंकि उनकी प्रकृति है उड़ना। पिंजरे में बंद करके हम उन्हें कैदी की तरह बना लेते हैं। जिससे उनकी आज़ादी भी समाप्त हो  जाती है साथ ही पर्यावरण भी प्रभावित होता है। क्योंकि पर्यावरण को संतुलित करने में भी पक्षियों का सहयोग रहता है। पक्षी आहार श्रृंखला को नियंत्रित करते हैं। जैसे-घास को टिड्डा खाता है, टिड्डे को पक्षी खाते हैं और यदि पक्षी न हों तो टिड्डों की संख्या अत्यधिक हो जाएगी जो फसलों को नष्ट कर देंगे। यदि टिड्डे न हों तो घास इतनी बढ़ जाएगी कि मनुष्य परेशान हो जाएगा।

अनुमान और कल्पना:-

1 . क्या आपको लगता है कि मानव की वर्तमान जीवन शैली और शहरीकरण से जुड़ी योजनाएँ पक्षियों के लिए घातक हैं ? पक्षियों से रहित वातावरण में अनेक समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए ? उक्त विषय पर वाद-विवाद कर प्रतियोगिता का आयोजन कीजिए।

उत्तर :- आज का युग शहरी युग है। शहर के विकास की वजह से पक्षियों के लिए घातक सिद्ध हो रही है। इंसान अपने  रहने के लिए पेड़ काटता है, और इस वजह से पक्षी अपना घोंसला खो देते है। इंसान अपने विकास के लिए कारखाने खोलता है जिनका धुआँ और विषैली गैसे इंसान के साथ पक्षियों के जीवन को प्रभावित करती है। हर जगह तार होने की वजह से पक्षियों की जान खतरे में होती है। बच्चे पतंग उड़ाते है और उनकी वजह से पक्षियों के पैर और पंख पर चोट लग जाती है। इंसान अपने विकास के लिए पक्षियों का नुकसान करते है। इंसान को अपने विकास के साथ साथ पक्षियों का भी ध्यान रखना चहिए। इसके लिए हमें अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाने चाहिए व बाग-बगीचों का निर्माण करना चाहिए।

2. यदि आपके घर के किसी स्थान पर किसी पक्षी ने अपना आवास बनाया है और किसी कारणवश आपको अपना घर बदलना पड़ रहा है तो आप उस पक्षी के लिए किस तरह के प्रबंध करना आवश्यक समझेंगे ? लिखिए।

उत्तर :- यदि हमारे घर में किसी पक्षी ने अपना घोंसला बनाया हो और किसी कारणवश हमें घर बदलना पड़ रहा हो, तो हम कोशिश करेंगे कि घोसलें की जगह जरूर बनाकर जाएगें ताकि न तो घोसलें को नुकसान हो और न ही पक्षी को परेशानी हो। जब तक नया घर नहीं मिलता तब तक हमारी जिम्मेदारी है कि पक्षी और उसके अंडो को कोई दिक्कत न हो।

भाषा की बात:-

1 . स्वर्ण श्रृंखला और लाल किरण –  सी में रेखांकित शब्द गुणवाचक विशेषण है। कविता से ढूंढकर इस प्रकार के तीन और उदाहरण लिखिए।

उत्तर :- कनक-तिलियाँ, कटुक-निबौरी, तारक-अनार ।

2. भूखे प्यासे मे द्वंद्व समास है। इन दोनों शब्दों के बीच लगे चिह्न को सामासिक चिह्न (-) कहते है। इस चिह्न से ‘और’ का संकेत मिलता है, जैसे भूखे-प्यासे भूखे और प्यासे। इस प्रकार के दस अन्य उदाहरण खोज कर लिखिए।

उत्तर :-

आटा-दाल : आटा और दाल

पाप-पुण्य : पाप और पुण्य

देश-विदेश : देश और विदेश

लोटा-डोरी : लोटा और डोरी

सीता-राम : सीता और राम

अन्न-जल : अन्न और जल

अपना-पराया : अपना और पराया

राजा-रंक : राजा और रंक

भला- बुरा : भला और बुरा

छोटा-बड़ा : छोटा और बडा

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत भाग 2 के सभी अध्याय नीचे देखें

अध्यायअध्याय के नाम
1हम पंछी उन्मुक्त गगन के
2दादी माँ
3हिमालय की बेटियाँ
4कठपुतली
5मिठाईवाला
6रक्त और हमारा शरीर
7पापा खो गए
8शाम-एक-किसान
9चिड़िया की बच्ची
10अपूर्व अनुभव
11रहीम के दोहे
12कंचा
13एक तिनका
14खानपान की बदलती तसवीर
15नीलकंठ
16भोर और बरखा
17वीर कुँवर सिंह
18संघर्ष के कारण मैं तुनुकमिज़ाज हो गया : धनराज
19आश्रम का अनुमानित व्यय
20विप्लव-गायन

छात्रों को एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी वसंत अध्याय 1 हम पंछी उन्मुक्त गगन के प्राप्त करके काफी ख़ुशी हुई होगी। हमारा प्रयास है कि छात्रों को बेहतर ज्ञान दिया जाए। छात्र एनसीईआरटी पुस्तक या सैंपल पेपर आदि की अधिक जानकारी के लिए parikshapoint.com की वेबसाइट पर जा सकते हैं।

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