एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 सामाजिक विज्ञान इतिहास अध्याय 1 फ्रांसीसी क्रांति

Photo of author
PP Team
updated on

छात्र इस आर्टिकल के माध्यम से कक्षा 9 सामाजिक विज्ञान पाठ 1 फ्रांसीसी क्रांति के प्रश्न उत्तर प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 9 सामाजिक विज्ञान इतिहास अध्याय 1 फ्रांसीसी क्रांति के प्रश्न उत्तर पूरी तरह से मुफ्त है। इतिहास कक्षा 9 पाठ 1 Question Answer के लिए छात्रों से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जायेगा। कक्षा 9 इतिहास अध्याय 1 के प्रश्न उत्तर (class 9 history chapter 1 questions and answer) से परीक्षा की तैयारी अच्छे से कर सकते हैं। हमने आपके लिए ncert solutions for class 9 history chapter 1 in hindi सीबीएसई सिलेबस को ध्यान में रखकर बनाया है। कक्षा 9 इतिहास के लिए एनसीईआरटी समाधान (ncert solutions for history class 9) नीचे देखें।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 सामाजिक विज्ञान इतिहास अध्याय 1 फ्रांसीसी क्रांति

देखा गया है कि छात्र कक्षा 9 फ्रांसीसी क्रांति के प्रश्न उत्तर के लिए बाजार में मिलने वाली गाइड पर काफी पैसा खर्च कर देते हैं। लेकिन आप इस आर्टिकल के माध्यम से kaksha 9 itihas prashn uttar पूरी तरह से ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। हमने आपके लिए आसान भाषा में कक्षा 9 वीं इतिहास अध्याय 1 नोट्स (class 9 history chapter 1 notes in hindi) तैयार किए हैं। एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 इतिहास अध्याय 1 फ्रांसीसी क्रांति (ncert solutions history chapter 1 class 9 in hindi) नीचे पढ़ें।

फ़्रांसिसी क्रांति
अध्याय 1

प्रश्न 1फ्रांस में क्रांति की शुरुआत किन परिस्थितियों में हुई?

उत्तर – फ्रांस में क्रांतिकारी की शुरुआत निम्नलिखित परिस्थितियों में हुई-

18वीं सदी में फ्रांसीसी समाज तीन स्टेट में विभाजित हो गया था। प्रथम दो एस्टेटस कुलीन वर्ग एवं पादरी वर्ग के लोगों को कुछ विशेष अधिकार दिए गए थे। इसके साथ ही उन्हें सरकार द्वारा करों में छूट दी जाती थी।लेकिन तीसरे वर्ग के लोगों को स्वामी के घर एवं खेतों में काम करना, सैन्य सेवाएं देने जैसे कामों के लिए बाध्य थे।

सन् 1774 में राजवंश का लुई XVI फ्रांस की राजगद्दी मिल गई। राज्यारोहण के समय उसने राजकोष खाली पाया। लंबे समय तक चले युद्ध के कारण फ्रांस के वित्तीय संसाधन नष्ट हो चुके थे। सेना की देखभाल और महल की शानो-शौकत को बनाए रखने के लिए लुई कर बढ़ाने के लिए बाध्य था। जिसके कारण फ्रांस में क्रांतिकारी विरोध बढ़ा।

तृतीय एस्टेट के प्रतिनिधियों में मिराब्यो और आबे सिए ने नेशनल असेंबली घोषित कर दिया और शपथ ली, जब तक सम्राट की शक्तियों को कम नहीं करने वाला संविधान तैयार नहीं किया जाएगा तब तक असेंबली भंग नहीं होगी। इस बीच खाद्य संकट बढ़ गया जिसके चलते गुस्सायी औरतों ने हमला बोल दिया। इसके बाद सम्राट ने सेना को पैलेस में प्रवेश करने का आदेश दे दिया। इसके बाद 14 जुलाई को बास्तील को नष्ट कर दिया गया। इस तरह से फ्रांसीसी क्रांति का प्रारंभ हुआ।

प्रश्न 2- फ्रांसीसी समाज के किन तबकों को क्रांति का फायदा मिला? कौन से समूह सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर हो गए? क्रांति के नतीजों से समाज के किन समूह को निराशा हुई होगी?

उत्तर – फ्रांसीसी समाज में सबसे ज्यादा फायदा पढ़ें–लिखे लोग और मध्य वर्ग के लोगों का हुआ। राजपरिवार के समूह को सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। क्रांति के नतीजों से समाज में सबसे ज्यादा महिला वर्ग के समूह को निराशा झेलनी पड़ी।

प्रश्न -3  उन्नीसवीं और बीसवीं सदी की दुनिया के लिए फ्रांसीसी क्रांति कौन सी विरासत छोड़ गई?

उत्तर – 19वीं और 20वीं सदी की दुनिया के लिए फ्रांसीसी क्रांति में निम्नलिखित विरासत छोड़ गई –

स्वतंत्रता और जनवादी अधिकारों के विचार फ्रांसीसी क्रांति की सबसे महत्वपूर्ण विरासत थे। 19वीं सदी में फ्रांस से निकलकर बाकी यूरोप में फैले और इनके कारण वहां सामंती व्यवस्था का नाश हुआ।

औपनिवेशिक समाजों ने संप्रभु राष्ट्र – राज्य की स्थापना के अपने आंदोलनों में दसता से मुक्ति के विचार को नई परिभाषा दी।

प्रश्न 4–  उन जनवादी अधिकारों की सूची बनाएं जो आज हमें मिले हुए हैं और जिन का उद्गम फ्रांसीसी क्रांति में है।

उत्तर – उन जनवादी अधिकारों की सूची निम्नलिखित है जो आज हमें मिले हुए हैं और जिनका उद्गम फ्रांसीसी क्रांति में भी किया गया है –

  1. प्रेस की स्वतंत्रता का अधिकार।
  2. स्वतंत्रता एवं समानता का अधिकार।
  3. भाषण एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार।
  4. मत देने का अधिकार।

प्रश्न 5 – क्या आप इस तर्क से सहमत हैं कि सार्वभौमिक अधिकारों के संदेश में नाना अंतविरोधी थे।

उत्तर – हां, सार्वभौमिक अधिकारों के संदेश में नाना अंतविरोधी थे। संविधान ‘ पुरुष एवं एवं नागरिक अधिकार घोषणा पत्र ’ में सभी को जीवन के अधिकार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जैसे अधिकार दिए गए थे, ये अधिकार प्रत्येक व्यक्ति को जन्म से प्राप्त थे और इन अधिकारों को कोई छीन नहीं सकता।

फ्रांसीसी समाज में सभी नागरिकों को मतदान का अधिकार नहीं था। 25 वर्ष से अधिक उम्र वाले केवल ऐसे पुरुषों को ही सक्रिय नागरिक( जिन्हें मत देने का अधिकार था) का दर्जा दिया गया था, जो कम से कम तीन दिन की मजदूरी के बराबर कर चुकाते थे। गरीबों और महिलाओं के अधिकार को दबा दिया गया था।

प्रश्न 6नेपोलियन के उदय को कैसे समझा जा सकता है?

उत्तर – नेपोलियन बोनापार्ट ने खुद को सन् 1804 में फ्रांस का सम्राट घोषित कर दिया। यूरोपीय देशों की विजय यात्रा शुरू की, नए साम्राज्य बनाएं, और पुराने राजवंशों को हटाकर अपने खानदान के लोगों के हाथ में दे दिए। उसने निजी संपत्ति की सुरक्षा के कानून बनाएं और दशमलव पद्धति पर आधारित नापतोल की एक सामान्य प्रणाली चलाई। जनता को उसे स्वतंत्रता दिलाने की उम्मीद थी, लेकिन जल्द ही लोग उसे हमलावर मानने लगे। सन् 1815 में उसकी हार हो गई।

हम आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा लिखा आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा। कक्षा 9 फ्रांसीसी क्रांति के प्रश्न उत्तर (class 9 history chapter 1 questions answer) के माध्यम से अपने फ्रांसीसी क्रांति के नोट्स (france ki kranti notes in hindi) भी तैयार कर लिए होंगे। हमें अपना बहुमूल्य कमेंट जरूर करें। इसके अलावा आप कक्षा 9 के अन्य विषयों के एनसीईआरटी समाधान यहां से देख सकते हैं। साथ ही कक्षा 9 हिंदी विषय की एनसीईआरटी पुस्तक भी यहां से प्राप्त कर सकते हैं।

कक्षा 9 सामाजिक विज्ञान के भूगोल, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र के प्रश्न उत्तरयहां से देखें

Leave a Reply