छात्र इस आर्टिकल के माध्यम से एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 सामाजिक विज्ञान नागरिक शास्त्र अध्याय 6 हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली प्राप्त कर सकते हैं। नागरिक शास्त्र कक्षा 8 के प्रश्न उत्तर छात्रों की सहायता के लिए बनाए गए हैं। ncert solutions class 8 civics chapter 6 हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली के माध्यम से छात्र परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 8 नागरिक शास्त्र अध्याय 6 हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली के प्रश्न उत्तर को साधारण भाषा में बनाया गया हैं। सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन class 8 अध्याय 6 हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली के प्रश्न उत्तर नीचे देख सकते हैं। आइये फिर नीचे कक्षा 8 सामाजिक विज्ञान पाठ 6 के प्रश्न उत्तर देखें।
NCERT Solutions Class 8 Social Science Civics Chapter 6 in Hindi Medium
छात्रों के लिए सामाजिक विज्ञान कक्षा आठवीं के प्रश्न उत्तर पूरी तरह से मुफ्त है। बता दें कि class 8 samajik vigyan chapter 6 question answer को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के सहायता से बनाया गया हैं।कक्षा 8 सामाजिक विज्ञान नागरिक शास्त्र अध्याय 6 हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली को सीबीएसई सिलेबस को ध्यान में रखकर बनाया गया हैं। सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन-3 class 8 chapter 6 नीचे से देखें।
पाठ :-6 हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली
पाठ के बीच में पूछे जाने वाले प्रश्न-उत्तर
प्रश्न 1 – आपको ऐसा क्यों लगता है कि पुलिस हिरासत के दौरान अपनी गलती मानते हुए आरोपी द्वारा दिए गए बयानों को उसके खिलाफ सबूत के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता ?
उत्तर :- पुलिस हिरासत के दौरान ऐसा हो सकता है कि आरोपी ने अपना ब्यान पुलिस की मारपीट या यातना के डर से दिया हो इसलिए पुलिस हिरासत के दौरान अपनी गलती मानते हुए आरोपी द्वारा दिए गए बयानों को उसके खिलाफ सबूत के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
प्रश्न 2- सारे गवाहों के बयान सुनने के बाद न्यायाधीश ने शांति के मुकदमे में क्या कहा ?
उत्तर :- न्यायाधीश ने अदालत के सामने पेश किए साक्ष्यों के आधार पर ही मुकदमे का फ़ैसला सुनाया। न्यायाधीश शांति की कमज़ोर स्थिति के आधार पर बिना सोचे–समझे यह फैसला नहीं ले लिया कि वह सचमुच चोर है। इसकी बजाय न्यायाधीश का आचरण लगातार निष्पक्ष रहा और चूँकि साक्ष्यों से यह सिद्ध हो गया कि शांति की बजाय कुछ युवकों ने चोरी की थी, इसलिए उन्होंने शांति को आज़ाद कर दिया। शांति को इसलिए न्याय मिला क्योंकि उसे न्यायाधीश द्वारा निष्पक्ष सुनवाई का मौका दिया गया था। अगर प्रत्येक व्यक्ति को संविधान के माध्यम से निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार न दिया जाए तो इस सिद्धांत का कोई खास मतलब नहीं रह जाएगा।
अभ्यास :-
प्रश्न 1 – पीसलैंड नामक शहर में फिएस्ता फुटबॉल टीम के समर्थकों को पता चलता है कि पास के एक शहर में जो वहाँ से लगभग 40 कि.मी. है, जुबली फुटबॉल टीम के समर्थकों ने खेल के मैदान को खोद दिया है। वहीं अगले दिन दोनों टीमों के बीच अंतिम मुकाबला होने वाला है। फिएस्ता के समर्थकों का एक झुंड घातक हथियारों से लैस होकर अपने शहर के जुबली समर्थकों पर धावा बोल देता है। इस हमले में दस लोग मारे जाते हैं, पाँच औरतें बुरी तरह जख्मी होती हैं। बहुत सारे घर नष्ट हो जाते है और पचास से ज्यादा लोग घायल होते है।
कल्पना कीजिए कि आप और आपके सहपाठी आपराधिक न्याय व्यवस्था के अंग है। अब अपनी कक्षा को इन चार समूहों में बांट दीजिए :-
1. पुलिस 2. सरकारी वकील 3. बचाव पक्ष का वकील 4. न्यायाधीश
नीचे दी गई तालिका के दो दाएँ कॉलम में कुछ जिम्मेदारियां दी गई हैं। इन जिम्मेदारियों को बाई ओर दिए गए अधिकारियों की भूमिका के साथ मिलाएं। प्रत्येक टोली को अपने लिए उन कामों का चुनाव करने दीजिए जो फिएस्ता समर्थकों की हिंसा से पीड़ित लोगों को न्याय दिलाने के लिए आवश्यक है। ये काम किस क्रम में किए जाएंगे ?
भूमिकाएं | कार्य |
पुलिस | गवाहों को सुनना |
सरकारी वकील | गवाहों के बयान दर्ज करना |
बचाव पक्ष का वकील | गवाहों से बहस करना |
न्यायाधीश | जले हुए घरों की तस्वीरें लेना |
सबूत दर्ज करना | |
फिएस्ता समर्थकों को गिरफ्तार करना | |
फ़ैसला लिखना | |
पीड़ितों का पक्ष प्रस्तुत करना | |
यह तय करना कि आरोपी कितने साल जेल में रहेंगे | |
अदालत में गवाहों की जाँच करना | |
फैसला सुनाना | |
हमले की शिकार महिलाओं की डॉक्टरी जाँच कराना | |
निष्पक्ष सुनवाई करना | |
आरोपी व्यक्तियों से मिलना |
अब यही स्थिति लें और किसी ऐसे विद्यार्थी को उपरोक्त सारे काम करने के लिए कहें जो फिएस्ता क्लब का समर्थक है। यदि आपराधिक न्याय व्यवस्था के सारे कामों को केवल एक ही व्यक्ति करने लगे तो क्या आपको लगता है कि पीड़ितों को न्याय मिल पाएगा ? क्यों नहीं ? आप ऐसा क्यों मानते हैं कि आपराधिक न्याय व्यवस्था में विभिन्न लोगों को अपनी अलग – अलग भूमिका निभानी चाहिए ? दो कारण बताएँ ।
उत्तर:-
पुलिस – फिएस्ता समर्थकों को गिरफ्तार करना ।
जले हुए घरों की तस्वीरें लेना ।
हमले की शिकार महिलाओं की डॉक्टरी जाँच करना।
सरकारी वकील – अदालत में गवाहों की जाँच करना ।
बचाव पक्ष का वकील – आरोपी व्यक्तियों से मिलना ।
गवाहों से बहस करना ।
पीड़ितों का पक्ष प्रस्तुत करना ।
न्यायाधीश – निष्पक्ष मुकद्दमा चलाना ।
गवाहों को सुनना ।
गवाहों के बयान दर्ज करना ।
सबूत दर्ज करना ।
फैसला सुनाना ।
यह तय करना कि आरोपी कितने साल जेल में रहेंगे।
फैसला लिखना ।
निष्पक्ष सुनवाई एवं न्याय के लिए यह आवश्यक है कि चारों प्रकार के कार्य अलग – अलग लोगों या संस्थाओं द्वारा किए जाने चाहिए। यदि सभी कार्य एक ही व्यक्ति द्वारा किए जाएंगे तो अभियोगी को न्याय नहीं मिल पाएगा। आपराधिक न्याय से संबंधित चारों प्रकार के कार्य अलग – अलग लोगों द्वारा किए जाने चाहिए।
कक्षा 8 नागरिक शास्त्र के सभी अध्यायों के एनसीईआरटी समाधान नीचे टेबल से देखें
अध्याय की संख्या | अध्याय के नाम |
अध्याय 1 | भारतीय संविधान |
अध्याय 2 | धर्मनिरपेक्षता की समझ |
अध्याय 3 | हमें संसद क्यों चाहिए? |
अध्याय 4 | कानूनों के समझ |
अध्याय 5 | न्यायपालिका |
अध्याय 6 | हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली |
अध्याय 7 | हाशियाकरण की समझ |
अध्याय 8 | हाशियाकरण से निपटना |
अध्याय 9 | जनसुविधाएँ |
अध्याय 10 | कानून और सामाजिक न्याय |
छात्रों को नागरिक शास्त्र कक्षा 8 के प्रश्न उत्तर प्राप्त करके काफी खुशी हुई होगी। class 8 social science in hindi में देने का उद्देश्य केवल छात्रों को बेहतर ज्ञान देना है। इसके अलावा आप हमारी वेबसाइट के एनसीईआरटी के पेज से सभी कक्षाओं के एनसीईआरटी समाधान (NCERT Solutions in hindi) और हिंदी में एनसीईआरटी की पुस्तकें (NCERT Books In Hindi) भी प्राप्त कर सकते हैं। हम आशा करते है कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा।
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