भारत का राष्ट्रगान (National Anthem Of India In Hindi) : किसी भी देश का राष्ट्रगान उस देश की पहचान और गौरव होता है। भारत की पहचान हमारे राष्ट्रगान (National Anthem) जन गण मन से जुड़ी हुई है। हमारा राष्ट्रगान (Rashtra Gaan) देश की आज़ादी का भी अहम हिस्सा रहा है। हमारे देश में आज भी स्कूलों में रोज़ राष्ट्रगान गाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे खास अवसर पर देश के समस्त लोग राष्ट्रगान गाते हैं। इसके अलावा किसी भी अंतर्राष्ट्रीय खेल में जब किसी भारतीय खिलाड़ी या भारतीय टीम की जीत होती है, तो राष्ट्रगान ही बजाया जाता है।
राष्ट्रगान जन गण मन का इतिहास और कुछ रोचक बातें
इस पोस्ट के माध्यम से आप हमारे देश के राष्ट्रगान (Rashtra Gaan In Hindi) यानी कि जन गण मन अधिनायक जय है (Jan Gan Man Adhinayak Jay He) के साथ-साथ राष्ट्रगान का अर्थ, राष्ट्रगान किसने लिखा था, राष्ट्रगान गाने के नियम, राष्ट्रगान गाने में कितना समय लगता है, राष्ट्रगान कब अपनाया गया (Rashtra Gaan Kab Apnaya Gaya), राष्ट्रगान में कितने राज्यों के नाम हैं, राष्ट्रगान में कितनी नदियां हैं, राष्ट्रगान के रचयिता कौन हैं, Rashtra Gaan Kisne Gaya Tha के साथ राष्ट्रगान का इतिहास जान सकते हैं।
भारत का राष्ट्रगान जन गण मन
हम सभी को भारत का राष्ट्रगान (Rashtra Gaan Of India) मुंह-ज़ुबानी तो याद होता है लेकिन फिर भी हम कहीं-न-कहीं इसके कुछ शब्दों के उच्चारण में गड़बड़ी कर बैठते हैं। कुछ लोग Rashtra Gaan Hindi को सही न गाकर उसका अपमान करते हैं। इसीलिए हम आपको National Anthem Lyrics In Hindi उपलब्ध करवा रहे हैं। हम सभी को National Anthem Hindi में एकदम सही से याद करने के बाद ही गाना चाहिए, ताकि हम National Anthem India Hindi के मान को और बढ़ा सकें। राष्ट्रगान जन गण मन हिंदी में (Jan Gan Man Hindi) नीचे से पढ़ें।
भारत का राष्ट्रगान
(National Anthem Of India In Hindi)
जन गण मन अधिनायक जय हे
भारत भाग्य विधाता।
पंजाब सिन्ध गुजरात मराठा
द्रविड़ उत्कल बंग।
विंध्य हिमाचल यमुना गंगा
उच्छल जलधि तरंग।
तव शुभ नामे जागे
तव शुभ आशीष मागे।
गाहे तव जयगाथा।
जन गण मंगलदायक जय हे
भारत भाग्य विधाता।
जय हे, जय हे, जय हे
जय जय जय जय हे॥
राष्ट्रगान का अर्थ
- राष्ट्रगान का अर्थ- इस जन के अधिनायक, भारत के भाग्यविधाता तुम्हारी जय हो। तुम्हारे नाम से ही इस देश में बसे लोगों के मन में मनमोहक तरंगे भर जाती हैं। हम सब तेरे पवित्र नाम से उठ खड़े होते हैं, तेरा आशीर्वाद पाना चाहते हैं और तेरी ही जयगाथा करते हैं। इस जन के मंगल दायक की हमेशा जय हो और भारत के भाग्यविधाता तेरी हमेशा विजय हो।
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राष्ट्रगान का इतिहास
- राष्ट्रगान किसने लिखा था- नोबल पुरस्कार प्राप्त राष्ट्रकवि गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने राष्ट्रगान लिखा था।
- राष्ट्रगान कब लिखा गया था- वर्ष 1911 में राष्ट्रगान की रचना बंगाली भाषा में की गई थी तथा आबिद अली ने बाद में इसका हिंदी और उर्दू भाषा में रूपांतरण किया था।
- राष्ट्रगान कब अपनाया गया- 24 जनवरी सन् 1950 को हमारे देश की संविधान सभा ने इसे भारत के राष्ट्रगान के रूप में अपनाया था।
- राष्ट्रगान किसने गाया था- राष्ट्रगान को सबसे पहले राष्ट्रगान के रचयिता राष्ट्रकवि रवीन्द्रनाथ टैगोर की भांजी सरला ने स्कूली बच्चों के साथ बंगाली और हिंदी भाषा में गाया था।
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राष्ट्रगान गाने के नियम
- राष्ट्रगान गाने में कितना समय लगता है- राष्ट्रगान को गाने में कुल 52 सेकेंड का समय लगता है। इसकी पहली और अंतिम पंक्ति को गाने में 20 सेकेंड का समय लगता है।
- क्या कहता है नियम- जो व्यक्ति राष्ट्रगान का अपमान करता है या इसे किसी दूसरे व्यक्ति को गाने से रोकता है या परेशान करता है, तो उसके खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ इंसल्ट टु नेशनल ऑनर एक्ट-1971 की धारा-3 के तहत कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
राष्ट्रगान की कुछ रोचक बातें
- राष्ट्रगान की रचना अंग्रेजी भाषा में भी की गई है।
- राष्ट्रगान को रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा सन् 1911 में लिखी गई एक कविता से लिया गया है।
- रवींद्रनाथ टैगार ने यह कविता 5 पदों में लिखी थी, जिसके पहले पद को ही राष्ट्रगान के रूप में लिया गया।
- देश को आज़ादी मिलने के बाद 14 अगस्त 1947 की रात को पहली बार संविधान सभा का समापन इसी राष्ट्रगान के साथ हुआ था।
- राष्ट्रगान के बोल और इसकी धुन खुद रवीन्द्रनाथ टैगोर ने आंध्र प्रदेश के मदनपल्ली में तैयार की थी।
राष्ट्रगान पर FAQs
उत्तरः हमारे राष्ट्रगान में सात राज्यों के नाम हैं। पंजाब, सिंध, गुजरात, मराठा (महाराष्ट्र), द्रविड़ (तमिलनाडु), ओडिशा और बंगाल ।
उत्तरः दो, यमुना और गंगा।
उत्तरः ग्रीस।
उत्तरः राष्ट्रकवि गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने।
उत्तरः राष्ट्रगान कुल 52 सेकेंड का होता है।
उत्तरः वर्ष 1911 को।