वचन किसे कहते हैं? (Vachan Kise Kahate Hain?): वचन की परिभाषा,भेद और प्रयोग के नियम

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Ekta Ranga

वचन (Vachan)- एक बार मैं जब छोटी थी तब हमारी हिंदी टीचर ने हमसे पूछा कि वचन का अर्थ क्या होता है? मैंने तपाक से जवाब दिया कि वचन का मतलब किसी को दिए गए वादे से है। मतलब जब हम किसी को वचन देते हैं तो हमें उसे पूरा करना होता है। मेरी टीचर जोर से हंस पड़ी। उन्होंने कहा कि मैं उस वादे का अर्थ नहीं पूछ रही हूं। दरअसल मैं पूछ रही कि हिंदी व्याकरण के सबसे महत्वपूर्ण अध्याय वचन की परिभाषा क्या होती है? बचपन की इस घटना पर मुझे आज भी हंसी आ जाती है।

वचन (Vachan)

साधारण तौर पर देखें तो हमें यह मालूम चलता है कि वचन का अर्थ किसी इंसान के मुंह से निकला हुआ सार्थक शब्द होता है। परंतु हिंदी व्याकरण के महत्वपूर्ण अध्याय वचन की परिभाषा अलग होती है। हिंदी व्याकरण में वचन उसको कहते हैं जहां हमें किसी वस्तु या फिर इंसान के एक होने का या ज्यादा होना का ज्ञात हो। यह किसी की संख्या का हमें ज्ञात करवाता है। तो आज का हमारा विषय है वचन (Vachan)। आज की हमारी इस पोस्ट से हम जानेंगे कि वचन की परिभाषा क्या होती है, वचन के कितने भेद होते हैं। और हम यह भी जानेंगे कि वचन के प्रयोग के नियम क्या है? तो आइए हम नीचे पोस्ट पढ़ना चालू करते हैं।

वचन किसे कहते हैं?

हिंदी व्याकरण में वचन का संबंध संख्या से होता है अर्थात् संज्ञा के जिस रूप से संख्या का बोध होता हो उसे वचन कहते हैं। आसान भाषा में इसे अगर समझें तो वचन का प्रयोग संख्या की पहचान करवाने के लिए किया जाता है। आपको बता दें कि हिंदी व्याकरण में वचन दो प्रकार के होते हैं जिसका प्रभाव संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया पर होता है।

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वचन की परिभाषा

संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण के जिस रूप से हमें संख्या का पता चले उसे हम वचन कहते हैं। हिंदी व्याकरण के अनुसार वचन का अर्थ बोली से भी होता है।

वचन के उदाहरण

लड़की, भेड़, भैंस, टेबल, कुर्सी, दरवाजा, मैं। (यहां पर यह सभी शब्द एक जने का ज्ञान करवा रहे हैं।

लड़कियां, भेड़ें, भैंसें, टेबलें, कुर्सियां, दरवाजें, हम। (यहां पर दिए गए यह सभी शब्द बहुत जनों का बोध करवा रहे हैं।

वचन के भेद

वचन के दो भेद होते हैं- एकवचन और बहुवचन।

एकवचन की परिभाषा- एकवचन का अर्थ संज्ञा के उस रूप से है जहां हमें एक ही वस्तु या प्राणी का ज्ञात हो।

इसके उदाहरण हैं- घोड़ा, केला, गाय, भैंस, मेज़, लड़का, घड़ी, तकिया, साबुन।

इसका वाक्य- मीरा केला खा गई। (यहां पर केला एक ही है इसलिए हमें एक ही चीज का ज्ञात हो रहा है।)

बहुवचन की परिभाषा- बहुवचन का अर्थ संज्ञा के उस रूप से है जहां हमें खूब सारी वस्तुएँ या प्राणियों का ज्ञात हो।

इसके उदाहरण हैं- घोड़े, केले, गायें, भैंसे, मेजें, लड़के, घड़ियां, तकिए, साबुनें आदि।

इसका वाक्य- मीरा केले खा गई। (यहां पर केले अनेक हैं इसलिए हमें अनेक चीजों का ज्ञात हो रहा है।)

वचन के प्रयोग के नियम

हिंदी में एकवचन के स्थान पर बहुवचन का प्रयोग

  1. किसी के लिए आदर या सम्मान की भावना में भी बहुवचन का प्रयोग होता है जैसे-
    • महात्मा गांधी एक महान नेता थे।
    • देश के वीर लड़ते हुए शहीद हो गए।
    • वीर शिवाजी एक महान योद्धा थे।
    • कालिदास एक महान कवि थे।
  2. बहुत बार ऐसा होता है जब हम सज्जनता दर्शाने हेतु मैं की जगह हम का उपयोग करते हैं और वो की जगह वह का उपयोग करते हैं जैसे-
    • मां ने अपने बच्चों से कहा, हम खाना बनाने किचन में जा रहे हैं।
    • क्या तुम्हें रमेश सर के बारे में पता है कि वह किसके लिए काम करते हैं?
  3. हमें पदार्थ के बारे में ज्ञात करवाने वाली संज्ञाओं का प्रयोग केवल एकवचन में ही होता है जैसे- छाछ, दूध, लस्सी, घी, तेल।
  4. वचन के ऐसे कई शब्द है जिनका उपयोग बहुवचन में ही किया जाता है जैसे- दाम, दर्शन, प्राण, आँसू, लोग, अक्षरत, होश, समाचार, हस्ताक्षर, दर्शक, अश्रु, आशीर्वाद आदि। इनका वाक्य में प्रयोग-
    • मैं उनकी दर्शन करने की अभिलाषी हूं।
    • आम बहुत कम दाम में मिल रहे हैं।
    • वह मूक दर्शक की तरह इस घटना को होते देखते रहे।
  5. ऐसे बहुत से शब्द हैं जिनका उपयोग हमेशा एकवचन के रूप में ही होता है जैसे- प्रजा, भीड़, सेना, हवा, वर्षा, आग, पानी, पुलिस। इनका वाक्य में प्रयोग-
    • आज ना जाने क्यों इतनी भीड़ इकट्ठी हो रखी थी।
    • प्रजा में हर प्रकार की शक्ति होती है।
    • लगातार वर्षा हो रही थी।
    • आज हवा बहुत तेज चल रही है।
    • प्रत्येक, हर कोई शब्द का प्रयोग एकवचन में ही होता है जैसे –
    • प्रत्येक व्यक्ति ने वोट देकर अपना फर्ज निभाया।
    • आज हर कोई ऐशोआराम की जिंदगी जीना चाहता है।

एकवचन से बहुवचन में बदलने के नियम

1) पुल्लिंग संज्ञा शब्दों को हम तब तक एकवचन से बहुवचन में नहीं बदल सकते जब तक हम आ की मात्रा की जगह ए नहीं लगा देते। इसके उदाहरण हैं-

  • जूता = जूते
  • कुता = कुत्ते
  • चीता = चीते
  • केला = केले
  • ठेला = ठेले
  • मेला = मेले
  • तारा = तारे
  • कौआ = कौए

2) जब हमें स्त्रीलिंग शब्दों को एकवचन से बहुवचन में बदलना हो तो हम अ के बदले एँ लगा देते हैं। इसके उदाहरण हैं-

  • रात = रातें
  • बात = बातें
  • पुस्तक = पुस्तकें
  • मेज = मेजें
  • झील = झीलें

3) ऐसे बहुत से स्त्रीलिंग शब्द हैं जिसमें आ के स्थान पर एं शब्द इस्तेमाल किया जाता है। इसके उदाहरण हैं-

  • गुफा = गुफाएं
  • भुजा = भुजाएं
  • दुआ = दुआएं
  • कथा = कथाएं
  • माता = माताएं
  • माला = मालाएं

4) स्त्रीलिंग शब्दों में या की जगह यां भी लगाया जाता है। इसके उदाहरण हैं-

  • बोली = बोलियां
  • चाबी = चाबियां
  • गोली = गोलियां
  • रोटी = रोटियां
  • शक्ति = शक्तियां
  • निति = नीतियां

5) कई ऐसे शब्द भी होते हैं जो एकवचन और बहुवचन दोनों में एक समान बने रहते हैं। इसके उदाहरण हैं-

  • मामा = मामा
  • दादा = दादा
  • प्रजा = प्रजा
  • फूल = फूल
  • माता = माता
  • नाता = नाता

निष्कर्ष

तो आज हमने वचन के महत्वपूर्ण विषय पर विस्तार से चर्चा की। हमने इस पोस्ट के माध्यम से समझा कि वचन की परिभाषा क्या होती है, वचन के कितने भेद होते हैं और यह इसके प्रयोग के नियम क्या है। हम आशा करते हैं कि आपको हमारे पोस्ट के माध्यम से वचन को समझने का मौका मिला। हमने अपनी इस पोस्ट में सरल भाषा को बनाए रखा।

FAQ’S

Q1. वचन क्या है?

A1. वचन का अर्थ ऐसे शब्दों से है जो हमें एक या उससे अधिक वस्तुओं का ज्ञान करवाते हैं।

Q2. केले कौन सा वचन है?

A2. यह बहुवचन है।

Q3. वचन के भेद कितने प्रकार के होते हैं?

A3. वचन के भेद दो प्रकार के होते हैं- एकवचन और बहुवचन।

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