छात्र इस आर्टिकल के माध्यम से एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 हिंदी अध्याय 8 एक कुत्ता और एक मैना प्राप्त कर सकते हैं। हमने आपके लिए कक्षा 9 हिंदी पाठ 8 के प्रश्न उत्तर सरल भाषा में बनाए हैं। कक्षा 9 हिंदी के प्रश्न उत्तर पाठ 8 एक कुत्ता और एक मैना के लिए छात्रों से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जायेगा। कक्षा 9 विषय हिंदी अध्याय 8 प्रश्न उत्तर को सीबीएसई सिलेबस को ध्यान में रखकर बनाया गया है। कक्षा 9 वीं हिंदी अध्याय 8 question and answer के माध्यम से परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 9 हिंदी अध्याय 8 एक कुत्ता और एक मैना के लिए एनसीईआरटी समाधान (ncert solutions for class 9 hindi kshitij chapter 8) नीचे से प्राप्त कर सकते हैं।
Ncert Solutions for class 9 Hindi Kshitij chapter 8
देखा है कि एक कुत्ता और एक मैना के प्रश्न उत्तर के लिए छात्र बाजार में मिलने वाली गाइड पर काफी पैसा खर्च कर देते हैं, फिर उन्हें संभालकर रखने में भी दिक्कत होती है, लेकिन इस पेज के माध्यम से क्षितिज भाग 1 कक्षा 9 पाठ 8 question answer ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 9 हिंदी पाठ 8 के प्रश्न उत्तर (class 9 hindi chapter 8 question answer) को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की सहायता से बनाया गया है।
पाठ : 8 एक कुत्ता और एक मैना
प्रश्न-अभ्यास
प्रश्न 1 – गुरुदेव ने शांतिनिकेतन को छोड़ कहीं और रहने का मन क्यों बनाया?
उत्तर :- गुरुदेव जी का स्वास्थ्य अच्छा न होने के कारण उन्होंने निर्णय लिया कि वे कुछ दिन श्रीनिकेतन के पुराने तिमंजिले मकान में रहेंगे। वे वहाँ अकेले रहना चाहते थे। शांतिनिकेतन के मुकाबले वहाँ कम भीड़ – भाड़ थी।
प्रश्न 2 – मूक प्राणी मनुष्य से कम संवेदनशील नहीं होते। पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :- मूक प्राणी मनुष्य से कम संवेदनशील नहीं होते यह बात इस पाठ के आधार पर बिल्कुल सत्य साबित होती है जो अपना एक मूक हृदय रखते है। भाषाहीन मनुष्य होते हुए भी ये अपना ऐसा रूप हमें दिखा देते है जो हम मानव के अंदर भी नहीं देख पाते। हम देखते हैं कि कैसे एक कुत्ता जो बिना किसी के रास्ता दिखाए गुरुदेव के प्रेम में उनके पास पहुँच जाते है। किसी ने उसे नहीं बताया कि उसके स्नेह दाता उससे दो मील दूर है। उनके स्पर्श की स्वीकृति पाकर ही कुत्ते का मन आनंदित हो उठता।
प्रश्न 3 – गुरुदेव द्वारा मैना को लक्ष्य करके लिखी कविता के मर्म को लेखक कब समझ पाया?
उत्तर :- गुरुदेव द्वारा मैना को लक्ष्य करके लिखी कविता के मर्म को लेखक तब समझ पाता है जब वह उस मैना की करुण मूर्ति को अत्यंत साफ स्पष्ट रूप से देखता है। वह जब देखता है तब सोचता है कि मैं तुम्हें अब तक कैसे नहीं पहचान पाया। वह उसके करुणामयी रूप को देखकर हैरान रहता है।
प्रश्न 4 – प्रस्तुत पाठ एक निबंध है। निबंध गद्य-साहित्य की उत्कृष्ट विधा है, जिसमें लेखक अपने भावों और विचारों को कलात्मक और लालित्यपूर्ण शैली में अभिव्यक्त करता है। इस निबंध में उपर्युक्त विशेषताएँ कहाँ झलकती हैं? किन्हीं चार का उल्लेख कीजिए।
उत्तर :- 1. वह आँखें मूंद कर अपने रोम – रोम से उस स्नेह रस का अनुभव करने लगा।
2. प्रतिदिन प्रातः: काल यह कुत्ता स्तब्ध होकर आसन के पास तब तक बैठा रहता है जब तक अपने हाथों के स्पर्श से मैं इसका संग नहीं स्वीकार करता।
3. उसे नहीं बताया गया कि उसके स्नेह दाता यहां से दो मील दूर है और फिर भी वह पहुँच गया।
4. इसके जीवन में कहां गांठ पड़ी है, यही सोच रहा हूँ।
प्रश्न 5 – आशय स्पष्ट कीजिए-
इस प्रकार कवि की मर्मभेदी दृष्टि ने इस भाषाहीन प्राणी की करुण दृष्टि के भीतर उस विशाल मानव-सत्य को देखा है, जो मनुष्य, मनुष्य के अंदर भी नहीं देख पाता।
उत्तर :- लेखक के कहने का तात्पर्य यह है कि जब वह एक भाषाहीन प्राणी (कुत्ते) का लगाव गुरुदेव से देखता है तब वह दंग रह जाता है। वह सोचता है कि किसी ने इसे कोई दिशा निर्देश नहीं दी, जगह के बारे में नहीं बताया तो उसे कैसे पता चला। इतना प्रेम भाव उसने कभी किसी मानव के अंदर भी नहीं देखा।
रचना और अभिव्यक्ति
प्रश्न 6 – पशु-पक्षियों से प्रेम इस पाठ की मूल संवेदना है। अपने अनुभव के आधार पर ऐसे किसी प्रसंग से जुड़ी रोचक घटना को कलात्मक शैली में लिखिए।
उत्तर :- मेरे पड़ोस में एक बच्चें ने कबूतर पाला हुआ था। वह उसे एक जगह से पड़ा हुआ मिला था, उसे चोट लगी हुई थी। उसे एक तार से करंट लग गया था। हालाँकि वह ठीक था। उसने डॉक्टर को दिखाकर उसका इलाज करवाया। वह उसके साथ रोज खेलता, खाना खिलाता। उसे कब पानी पिलाना है सब चीज़ें ध्यान रखता। कभी तो उससे बातें करता, अपने दुख – दर्द बांटता। वह उसके लिए उसका इंसान नहीं लेकिन इंसानों से कम भी नहीं दोस्त बन चुका था। धीरे – धीरे वह ठीक होता चला गया। रोते हुए लेकिन पूरी तरह से ठीक होते ही दोनों ने एक दूसरे को अलविदा कहा।
भाषा अध्ययन
प्रश्न 7 – गुरुदेव ज़रा मुसकरा दिए।
मैं जब यह कविता पढ़ता हूँ।
ऊपर दिए गए वाक्यों में एक वाक्य में अकर्मक क्रिया है और दूसरे में सकर्मक। इस पाठ को ध्यान से पढ़कर सकर्मक और अकर्मक क्रिया वाले चार-चार वाक्य छाँटिए।
उत्तर :- सकर्मक क्रिया:- हम लोग उस कुत्त्ते के आनंद को देखने लगे।
तीन – चार वर्ष से मैं एक नए मकान में रहने लगा हूँ।
बच्चों से ज़रा छेड़छाड़ की।
गुरुदेव ने उसकी पीठ पर हाथ फेरा।
अकर्मक क्रिया :-
मैं चुपचाप सुनता जा रहा था।
गुरुदेव जी ने भाव की एक कविता लिखी थी।
कुत्ता धीरे – धीरे ऊपर आया।
लोगों को देखकर मुस्कुराए।
प्रश्न 8 – निम्नलिखित वाक्यों में कर्म के आधार पर क्रिया-भेद बताइए-
(क) मीना कहानी सुनाती है।
उत्तर :- सकर्मक क्रिया
(ख) अभिनव सो रहा है।
उत्तर :- अकर्मक क्रिया
(ग) गाय घास खाती है।
उत्तर :- सकर्मक क्रिया
(घ) मोहन ने भाई को गेंद दी।
उत्तर :- सकर्मक क्रिया
(ङ) लड़कियाँ रोने लगीं।
उत्तर :- अकर्मक क्रिया
प्रश्न 9 – नीचे पाठ में से शब्द-युग्मों के कुछ उदाहरण दिए गए हैं; जैसे-
समय-असमय, अवस्था-अनवस्था
इन शब्दों में ‘अ’ उपसर्ग लगाकर नया शब्द बनाया गया है।
पाठ में से कुछ शब्द चुनिए और उनमें ‘अ’ एवं ‘अन्’ उपसर्ग लगाकर नए शब्द बनाइए।
उत्तर :- भाव :- अभाव
सत्य :- असत्य
आश्चर्य :- अनाश्चर्य
जान :- अनजान
पाठेतर सक्रियता:-
पशु-पक्षियों पर लिखी कविताओं का संग्रह करें और उनके चित्रों के साथ उन्हें प्रदर्शित करें।
उत्तर :- पशु – पक्षियों पर लिखी कविताएं इस प्रकार है: जैसे:- पक्षी भी रोते हैं, यह मन पंछी सा, ओ री चिड़िया, पक्षियों का हौसला, चिड़िया निकली है आज लेने को दाना, कलरव करती सारी चिड़िया।
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