एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 संस्कृत पाठ 1 सुभाषितानि

छात्र इस आर्टिकल के माध्यम से एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 संस्कृत पाठ 1 सुभाषितानि प्राप्त कर सकते हैं। छात्रों के लिए इस आर्टिकल पर कक्षा 8 संस्कृत पाठ 1 सुभाषितानि के प्रश्न उत्तर दिए हुए है। ncert solutions class 8 sanskrit chapter 1 सुभाषितानि के लिए छात्र बाजार में मिलने वाली 8 वीं कक्षा संस्कृत गाइड पर काफी पैसा खर्च कर देते हैं। लेकिन यहां से छात्र संस्कृत कक्षा 8 पाठ 1 सुभाषितानि के प्रश्न उत्तर पूरी तरह से मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं। रुचिरा भाग 3 class 8 के प्रश्न उत्तर साधारण भाषा में बनाए गए है। ताकि छात्र kaksha 8 sanskrit की परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सके।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 संस्कृत पाठ 1 सुभाषितानि

कक्षा 8 संस्कृत पाठ 1 के लिए एनसीईआरटी समाधान राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की सहायता से बनाए गए है। संस्कृत भाषा की जितनी बात करें उतना ही कम होगा। संस्कृत साहित्य का इतिहास बहुत बड़ा है। संस्कृत भाषा आज भी भारत की राजभाषा है। छात्र ncert solutions for class 8 sanskrit chapter 1 सुभाषितानि के माध्यम से परीक्षा की तैयारी अच्छे से कर सकते हैं। कक्षा आठवीं संस्कृत पाठ 1 के प्रश्न उत्तर नीचे देखें।

कक्षा : 8
विषय : संस्कृत (रुचिरा भाग 3)

प्रथम:- पाठ (सुभाषितानि)

अभ्यास:

प्रश्न 1 – पाठे दत्तानां पद्यानां सस्वरवाचनं कुरुत।

उत्तराणि :- पाठ में दिए गए पदों का सस्वर वाचन करें।

प्रश्न 2 – श्लोकांशेषु रिक्तस्थानानि पूरयत-

(क) समुद्रमासाद्य ———————।

(ख) —————–वच: मधुरसूक्तरसं सृजन्ति।

(ग) तद्भभागधेयं ——————— पशूनाम्‌।

(घ) विद्याफलं ————— कृपणस्य सौख्यम्‌।

(ङ) पौरुषं विहाय यः ……………..अवलम्बते।

(च) चिन्तनीया हि विपदाम् ……………..प्रतिक्रियाः।

उत्तराणि:-

(क) समुद्रमासाद्य भवन्त्यपेया:।

(ख) श्रुत्वा वच: मधुरसूक्तरसं सृजन्ति।

(ग) तद्भभागधेयं परमं पशूनाम्‌।

(घ) विद्याफलं व्यसनिनं कृपणस्य सौख्यम्‌।

(ङ) पौरुषं विहाय यः दैवम् अवलम्बते।

(च) चिन्तनीया हि विपदाम् आदौ प्रतिक्रियाः।

प्रश्न 3 – प्रश्नानाम्‌ उत्तराणि एकपदेन लिखत-

(क) व्यसनिन: किं नश्यति?

उत्तराणि:-  विद्याफलम्।

(ख) कस्य यश: नश्यति?

उत्तराणि:- लुब्धस्य।

(ग) मधुमक्षिका किं जनयति?

उत्तराणि:- माधुर्यम्।

(घ) मधुरसूक्तरसं के सृजन्ति?

उत्तराणि:- सन्तः।

(ङ) अर्थिन: केभ्य: विमुखा न यान्ति?

उत्तराणि:- महीरुहेभ्यः।

प्रश्न 4 – अधोलिखित-तद्भव-शब्दानां कृते पाठात्‌ चित्वा संस्कृतपदानि लिखत-

यथा-   कंजूस  :-     कृपण:

कड़वा      ———————

पूँछ        ———————

लोभी       ———————

मधुमक्खी   ———————

तिनका     ———————

उत्तराणि:- कड़वा   :       कटुकम्

            पूँछ        :       पुच्छ:

     लोभी        :       लुब्ध:

    मधुमक्खी    :      मधुमक्षिका

     तिनका      :      तृणम्

प्रश्न 5 – अधोलिखितेषु वाक्येषु कर्तृपदं क्रियापदं च चित्वा लिखत-

      वाक्यानि                कर्ता          क्रिया

यथा:-  सन्तः: मधुरसूक्तरसं सृजन्ति।   सन्तः:        सृजन्ति

निर्गुणं प्राप्य भवन्ति दोषाः:।    ——    ———-

गुणज्ञेषु गुणा: भवन्ति।  ——–    ———–

मधुमक्षिका माधुर्यं जनयेत्‌। ——–    ———-

पिशुनस्य मैत्री यश: नाशयति।  ——-   ———-

नद्य: समुद्रमासाद्य अपेया: भवन्ति। —–    ——–

उत्तराणि:-  वाक्यानि         कर्ता            क्रिया

निर्गुणं प्राप्य भवन्ति दोषाः।    दोषाः          भवन्ति

गुणज्ञेषु गुणा: भवन्ति।          गुणा:          भवन्ति

मधुमक्षिका माधुर्यं जनयेत्‌। मधुमक्षिका      जनयेत्‌

पिशुनस्य मैत्री यश: नाशयति।  मैत्री         नाशयति

नद्य: समुद्रमासाद्य अपेया: भवन्ति।   नद्य:     भवन्ति

प्रश्न 6 – रेखाङ्कितानि पदानि आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत–

(क) गुणा: गुणज्ञेषु गुणा: भवन्ति।

(ख) नद्य: सुस्वादुतोया: भवन्ति।

(ग) लुब्धस्य यश: नश्यति।

(घ) मधुमक्षिका माधुर्यमेव जनयति।

(ङ) तस्य मूर्ध्नि तिष्ठन्ति वायसा:।

उत्तराणि:-

(क) के गुणज्ञेषु गुणाः भवन्ति ?

(ख) का: सुस्वादुतोयाः भवन्ति ?

(ग) कस्य यशः नश्यति ?

(घ) का माधुर्यमेव जनयति ?

(ङ) तस्य कुत्र तिष्ठन्ति वायसाः ?

प्रश्न 7 – उदाहरणानुसारं पदानि पृथक् कुरुत–

यथा- समुद्रमासाद्य   :-  समुद्रम्‌ + आसाद्य

माधुर्यमेव  :-  ————  +  —————-

अल्पमेव   :-  ———— +  —————-

सर्वमेव    :-  ————-  +  ————–

दैवमेव    :-   ————  +  —————-

महात्मनामुक्ति: :-  ———- +  ————–

विपदामादावेव   :- ———-+  ————-

उत्तराणि:- माधुर्यमेव :-  माधुर्यम् + एव

अल्पमेव :-  अल्पम् + एव

सर्वमेव  :-  सर्वम् + एव

दैवमेव. :-  दैवम् + एव

महात्मनामुक्ति  :- महात्मनाम् + उक्ति:

विपदामादावेव  :- विपदाम् + आदौ + एव

कक्षा 8 संस्कृत के सभी अध्यायों के एनसीईआरटी समाधान नीचे टेबल से देखें
पाठ की संख्यापाठ के नाम
पाठ 1सुभाषितानि
पाठ 2बिलस्य वाणी न कदापि मे श्रुता
पाठ 3डिजीभारतम्
पाठ 4सदैव पुरतो निधेहि चरणम्
पाठ 5कण्टकेनैव कण्टकम्
पाठ 6गृहं शून्यं सुतां विना
पाठ 7भारतजनताऽहम्
पाठ 8संसारसागरस्य नायकाः
पाठ 9सप्तभगिन्यः
पाठ 10नीतिनवनीतम्
पाठ 11सावित्री बाई फुले
पाठ 12कः रक्षति कः रक्षितः
पाठ 13क्षितौ राजते भारतस्वर्णभूमिः
पाठ 14आर्यभटः
पाठ 15प्रहेलिकाः

छात्रों को संस्कृत कक्षा 8 के लिए एनसीईआरटी समाधान प्राप्त करके काफी खुशी हुई होगी। कक्षा 8 संस्कृत किताब पाठ 1 सुभाषितानि के प्रश्न उत्तर देने का उद्देश्य केवल बेहतर ज्ञान देना है। इसके अलावा आप परीक्षा पॉइंट के एनसीईआरटी के पेज से सभी विषयों के एनसीईआरटी समाधान और हिंदी में एनसीईआरटी की पुस्तकें भी प्राप्त कर सकते हैं। 

कक्षा 8 के सभी विषयों के एनसीईआरटी समाधानयहां से देखें

Leave a Reply