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एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी दूर्वा पाठ 12 शहीद झलकारीबाई

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PP Team
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छात्र इस आर्टिकल के माध्यम से एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी दूर्वा पाठ 12 शहीद झलकारीबाई प्राप्त कर सकते हैं। छात्र कक्षा 7 हिंदी पाठ 12 के प्रश्न उत्तर मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं। छात्रों के लिए दूर्वा भाग 2 कक्षा 7 के प्रश्न उत्तर साधारण भाषा में बनाए गए हैं। दूर्वा भाग 2 कक्षा 7 chapter 12 के माध्यम से छात्र परीक्षा की तैयारी बेहतर तरीके से कर सकते हैं। कक्षा 7 वीं हिंदी अध्याय 12 शहीद झलकारीबाई के प्रश्न उत्तर सीबीएसई सिलेबस को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं।

देखा गया है कि durva hindi book class 7 solutions के लिए छात्र बाजार में मिलने वाली गाइड पर काफी पैसा खर्च कर देते हैं। लेकिन यहां से ncert class 7 hindi durva solutions chapter 12 पूरी तरह से मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं। durva bhag 2 किताब बहुत ही रोचक है। आइये फिर नीचे ncert solutions for class 7 hindi durva chapter 12 शहीद झलकारीबाई देखते हैं।

NCERT Solutions Class 7 Hindi Durva Chapter 12 शहीद झलकारीबाई

कक्षा 7 हिंदी एनसीईआरटी समाधान का उदेश्य केवल अच्छी शिक्षा देना है। कक्षा 7 वीं हिंदी अध्याय 12 शहीद झलकारीबाई के प्रश्न उत्तर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के सहायता से बनाए गए है। छात्र नीचे cbse hindi textbook for class 7 with answers प्राप्त कर सकते हैं।

कक्षा : 7
विषय : हिंदी (दूर्वा भाग -2)
अध्याय : 12 (शहीद झलकारीबाई
)

प्रश्न अभ्यास:-

1 . पढ़ो, समझो और करो:-

नमूना :- चिंता      चिंतित

जीवन-           सुरक्षा-

  पीड़ा-            पराजय-

उपेक्षा-

उत्तर:- जीवन – जीवित       सुरक्षा – सुरक्षित

         पीड़ा – पीड़ित        पराजय – पराजित

        उपेक्षा – उपेक्षित

2. मुहावरें:-

अपने प्राणों के बलिदान का अवसर आ गया है। इस वाक्य में “प्राणों का बलिदान देना” मुहावरे का प्रयोग हुआ है। नीचे कुछ और मुहावरे दिए गए हैं। इनका अपने वाक्यों में प्रयोग करो।

टूट पड़ना, निढाल होना, वीरगति पाना, शहीद हो जाना, प्राणों की बाज़ी लगाना, मौत के मुँह में जाना, मैदान में उतरना।

उत्तर :- टूट पड़ना :- हमला करना (राम चोर को देखते ही उस पर टूट पड़ा)।

निढाल होना :-  बहुत अधिक थका हुआ (उसने आज बहुत काम किया इसलिए निढाल हो गया है)।

वीरगति पाना :-  युद्ध करते हुए मृत्यु (उसकी किस्मत अच्छी है जो वह वीरगति को प्राप्त हुआ)।

शहीद हो जाना :-  किसी अच्छे उद्देश्य के लिए प्राण दे देना (सोहन एक सच्चा देशभगत था वह अपने देश के लिए शहीद हुआ है)।

प्राणों की बाज़ी लगाना :- बहुत साहस करना (रमेश ने चोर को पकड़ने में प्राण की बाज़ी लगादी)।

मौत के मुँह में जाना :- अपनी जान खतरे में ढालना (सुधा को अपने परिवार को बचाने के लिए मौत के मुँह में जाना पड़ा)।

मैदान में उतरना :- लड़ने के लिए तैयार हो जाना (कुछ भी हो सोहन हमेशा मैदान में उतरा रहता है)।

3. पाठ से :-

(क) झलकारीबाई ने लक्ष्मीबाई से किस चीज़ की माँग की और क्यों ?

उत्तर :- झलकारीबाई ने लक्ष्मीबाई से वस्त्र, पगड़ी और कलगी की माँग की थी। यह मांग उन्होंने अपने निर्णायक युद्ध के लिए की थी। उनकी योजना थी कि उनका हमशक्ल होना आज उनकी रानी माँ के लिए सार्थक हो सकता है। अपनी रानी को अंग्रेजों से बचाने के लिए और कोई विकल्प नहीं था।

(ख) ‘जनरल! झाँसी की रानी को ज़िंदा पकड़ना तुम्हारे बूते की बात नहीं है।‘ यह किसने, किससे और क्यों कहा ?

उत्तर :- जनरल! झाँसी की रानी को ज़िंदा पकड़ना तुम्हारे बूते की बात नहीं है।‘ यह झलकारीबाई ने अंग्रेज़ों के जनरल रोज़ को कहा था ताकि जनरल रोज़ को बता सके कि उनकी रानी माँ कोई बच्चीं नहीं है जिन्हें तुम आसानी से पकड़ लो।

(ग) झलकारीबाई का क्या हुआ ?

उत्तर :- झलकरीबाई रानी लक्ष्मीबाई की हमशक्ल थी। इसलिए वे उनकी जगह युद्ध लड़ रही थी। वे उन्हें चकमा देने में कामयाब भी हुई क्योंकि इतने रानी लक्ष्मीबाई सुरक्षित किले से बाहर चली गई लेकिन उनकी जान बचाते हुए झलकारीबाई वीरगति को प्राप्त हो गई।

4. खोजबीन :-

(क) आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाली कुछ महिलाओं के नाम बताओ।

उत्तर :- आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाली महिलाएँ :- कस्‍तूरबा गाँधी, विजयलक्ष्‍मी पंडित, सरोजिनी नायडू, सिस्‍टर निवेदिता, मीरा बेन, कमला नेहरू, मैडम भीकाजी कामा, इंदिरा गाँधी।

(ख) रानी लक्ष्मीबाई के बारे में सुभद्रा कुमारी चौहान की एक प्रसिद्ध कविता तुमने पढ़ी या सुनी होगी। उसकी कुछ पंक्तियाँ कॉपी में लिखो।

उत्तर :- कानपूर के नाना की, मुँहबोली बहन छबीली थी,

लक्ष्मीबाई नाम, पिता की वह संतान अकेली थी,

नाना के सँग पढ़ती थी वह, नाना के सँग खेली थी,

बरछी, ढाल, कृपाण, कटारी उसकी यही सहेली थी।

वीर शिवाजी की गाथायें उसको याद ज़बानी थी,

बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,

खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी॥

5. तुम्हारी समझ:-

तुमने इस एकाँकी को अच्छी तरह से अवश्य समझ लिया होगा। अब इस पाठ के आधार पर स्वयं कुछ प्रश्न बनाकर लिखो। उनके उत्तर भी लिखो। यदि तुम चाहो तो उत्तर देने के लिए अपने साथी से प्रश्नों की अदला-बदली भी कर सकते हो।

उत्तर:- 1.  क्या झलकीबराई का रानी लक्ष्मीबाई की जगह लड़ना सही था ? 

उत्तर:- हां, क्योंकि ये सब उन्होंने अपनी रानी माँ के प्यार और कदर में किया था।

2.  झलकिबराई की बात रानी लक्ष्मीबाई ने क्यों मानी ?

उत्तर:- हो सकता है कि अपने देश को हर मुश्किलों और सुरक्षा के लिए उन्होंने ऐसा किया।

6. हमशक्ल:-

झलकारीबाई, लक्ष्मीबाई की हमशक्ल थी। तुम्हारे विचार से हमशक्ल होने के क्या-क्या लाभ या हानि हो सकते हैं ?

उत्तर :-  हमशक्ल होने के लाभ :-काम बार बार उसी से करवा सकते है।

हमारी गलती की सज़ा उसे मिल सकती है।

उसकी जगह बाहर घूमने जा सकते है।

स्कूल भेज सकते है।

हमशक्ल होने की हानि :-

उसका काम हमें करना पड़ सकता है।

क्या पता हर बार वही हमारी चीज़ खा जाए।

कुछ भी फ़ायदा उठाया जा सकता है।

7. अभिनय

इस एकाँकी का कक्षा में अभिनय करो। तुम बिना किसी अतिरिक्त सामग्री के भी नाटक का मंचन कर सकते हो।

उत्तर : छात्र इसका उत्तर खुद लिखें।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी दूर्वा भाग 2 के सभी अध्याय नीचे देखें

कक्षा 7 हिंदी दूर्वा भाग 2

अध्यायअध्याय के नाम
1चिड़िया और चुरुंगुन
2सबसे सुंदर लड़की
3मैं हूँ रोबोट
4गुब्बारे पर चीता
5थोड़ी धरती पाऊँ
6गारो
7पुस्तकें जो अमर हैं
8काबुलीवाला
9विश्वेश्वरैया
10हम धरती के लाल
11पोंगल
12शहीद झलकारीबाई
13नृत्यांगना सुधा चंद्रन
14पानी और धूप
15गीत

छात्रों को durva hindi book class 7 के लिए एनसीईआरटी समाधान प्राप्त करके काफी ख़ुशी हुई होगी। हमारा प्रयास है कि छात्रों को बेहतर ज्ञान दिया जाए। छात्र एनसीईआरटी पुस्तक या सैंपल पेपर आदि की अधिक जानकारी के लिए parikshapoint.com की वेबसाइट पर जा सकते हैं।

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