एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी दूर्वा पाठ 5 थोड़ी धरती पाऊँ

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NCERT Solutions Class 7 Hindi Durva Chapter 5 थोड़ी धरती पाऊँ

कक्षा 7 हिंदी एनसीईआरटी समाधान का उदेश्य केवल अच्छी शिक्षा देना है। कक्षा 7 वीं हिंदी अध्याय 5 थोड़ी धरती पाऊँ के प्रश्न उत्तर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के सहायता से बनाए गए है। छात्र नीचे cbse hindi textbook for class 7 with answers प्राप्त कर सकते हैं।

कक्षा : 7
विषय : हिंदी (दूर्वा भाग -2)
अध्याय : 5 (थोड़ी धरती पाऊँ
)

प्रश्न अभ्यास

1 . कविता सम्बंधी प्रश्न:-

(क) कवि बाग-बगीचा क्यों लगाना चाहता है ?

उत्तर :- कवि अपने आस-पास एक प्यारा सा खिला–खिला वातावरण बनाना चाहता है। जैसे:- कवि चाहता है कि उसके पास एक बगीचा हो जिसमें चारों तरफ खिले फूल हो, चिड़ियां चहकती हो, हवा में फूलों की खुशबू फैली हुई हो।

(ख) कविता में कवि की क्या विनती है ?

उत्तर :- कवि यह विनती करना चाहता है कि कोई भी अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए पेड़ों को ना काटे, अगर किसी को पेड़ काटते हुए भी देखें तो भी हमें रोकना है। ज़्यादा से ज़्यादा हमें यह प्रयास करना चाहिए की हमारे आस पास हरियाली हो।

(ग) कवि क्यों कह रहा है कि

      ‘आज सभ्यता वहशी बन,
पेड़ों को काट रही है?’

इस पर अपने विचार लिखो।

उत्तर :- कवि ऐसा इसलिए कह रहा है क्योंकि आज कल लोग अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए पेड़ों की कटाई करते दिखाई देता है। जिसकी वजह से चारों तरफ प्रदूषण फैला हुआ है और हरियाली खत्म हो गई है। लोग पर्यावरण की चिंता न करते हुए एक दरिंदे वहशी की तरह पेड़ों को काट देते है और अपने आने वाले कल के बारे में भी नहीं सोचते।

(घ) कविता की इस पंक्ति पर ध्यान दो-

 “बच्चे और पेड़ दुनिया को हरा-भरा रखते

अब तुम यह बताओ कि पेड़ों और बच्चों में क्या कुछ समानता है? उसे अपने ढंग से लिखो।

उत्तर :- कवि ने बच्चों और पेड़ों को एक जैसा इसलिए बताया है क्योंकि जैसे पेड़ों के हमारे आस-पास होने से हरियाली हो जाती है वैसे ही बच्चें हमारे जीवन में रंग भर देते है। उनकी एक मुस्कुराहट हमारा पूरा दिन सवार देती है।

2. कैसी लगी कविता:-

कविता पढ़ो और जवाब दो:-

(क) कविता की कौन-सी पंक्तियाँ सबसे अच्छी लगीं?

उत्तर :- आज सभ्यता वहशी बन, पेड़ों को काट रही है।

जहर फेफड़ों में भरकर हम सब को बाँट रही है।

तो विनती है यही, कभी मत उस दुनिया को खोना।

पेड़ों को मत कटने देना, मत चिड़ियों को रोना।

(ख) वे पंक्तियाँ क्यों अच्छी लगीं ?

उत्तर :- क्योंकि इन पंक्तियों में कवि ने जीवन का कड़वा सच बताया हैं। आजकल सब यही कर रहे है। अपनी जरूरतों के लिए दूसरों को नुकसान पहुंचाहते है। कवि सबको कहता है कि हमें अपनी हर जगह हरियाली रखनी चाहिए और पेड़ों को नहींं कटने देना चाहिए।

3. बातचीत:-

नीचे एक लकड़हारे और एक बच्ची की बातचीत दी गई है। इसे अपनी समझ से पूरा करो।

बच्ची   – ओ भैया!  आप इस पेड़ को क्यों काट रहे हो?
लकड़हारा –  यह तो मेरा काम है।
बच्ची   – पर यह तो गलत है।
लकड़हारा – यह कैसे गलत है?  इसी से तो मेरे परिवार का भरण-पोषण होता है।

उत्तर :- बच्ची :- भैया इससे आपका तो काम चल जाता है लेकिन इससे पर्यावरण को नुकसान होता है।

लकड़हारा :- लेकिन वो कैसे?

बच्ची :- पेडों को इस प्रकार से काटने और उन्हें पुनः न लगाने के परिणाम स्वरुप आवास को क्षति पहुंची है, जैव विविधता  को नुकसान पहुंचा है और वातावरण में शुष्कता बढ़ गयी है। साथ ही अक्सर जिन क्षेत्रों से पेडों को हटा दिया जाता है वे बंजर भूमि में बदल जाते हैं।

लकड़हारा :- अच्छा मुझें तो ये सब पता ही नहीं था, ठीक है। मैं अबसे ऐसा कभी नहीं करूंगा। लेकिन मुझे इसके अलावा और कोई काम नही आता।

बच्ची:- मेरे पापा की फैक्ट्री है मैं पापा से आपके काम के लिए बात करूंगी।

लकड़हारा :- धन्यवाद बेटा!

4. बाग़ –  बगीचा

(क) तुम पेड़ों को बचाने के लिए क्या कुछ कर सकते हो ? बताओ।

उत्तर :- मैं इसके लिए सबको जागरूक करुँगा।

अगर कोई पेड़ काटने की कोशिश करे तो उसे भी रोकने का प्रयास करुँगा।

मैं उसकी शिकायत भी करूंगा।

(ख) कविता में कवि ने बगीचें के बारे में बहुत कुछ बताया है, बताओ नीचे लिखी चीजों में कौन- सी चीजें बगीचें में होगी।

कार        फूल

कयारियां     चिड़िया

सडक        फल

खेत        तालाब

कारखाने     पेड़

कुर्सी       कागज़

पत्ता        टेहनी

उत्तर :-  फल, कयारियां, चिड़िया, फूल, पत्ता, पेड़, टहनी।

5. यह भी करो

(क) तुम्हारे घर के पास कौन-कौन से पेड़-पौधे, पशु-पक्षी आमतौर पर नज़र आते हैं ? उनकी सूची बनाओ।

उत्तर :- हमारे आस पास जामुन, अमरुद, आम और बेर के पेड़ है। ज्यादातर एलोवेरा और फूलों के पौधे हीं उगाते है। यहां चिड़िया, तोता, कबूतर, मैना, गिलहरी, बंदर ज्यादा है।

(ख) अपने आस-पास पता करके ऐसे किसी व्यक्ति से बात करो जिसने कोई पेड़ या पौधा लगाया है। उससे पूछकर निम्नलिखित जानकारी प्राप्त करो-

(i) पेड़/पौधे का नाम

(ii) कब लगाया था?

(iii) देखभाल की या नहीं?

(iv) क्या वह पेड़/पौधा अब भी मौजूद है?

उत्तर :- (i) हमने जामुन का पेड़ लगाया था।

(ii) यह दो महीने पहले ही हमारे जन्मदिन पर लगाया था।

(iii) हमने पूरी तरह से दिन- रात जागकर देखभाल की थी।

(iv) हां, वह पेड़ अभी भी है।

6. खोजबीन

हमारे देश में पुराने समय से ही पेड़-पौधों को लगाने और उन्हें कटने से बचाने की परंपरा रही है। कई बार लोगों ने मिलकर पेड़ों को बचाने के लिए आंदोलन भी किया। ऐसे ही किसी आंदोलन के बारे में जानकारी इकट्ठी करके कॉपी में लिखो। इसके लिए तुम्हें पुस्तकालय, समाचार-पत्रों, शिक्षिका या माता-पिता और इंटरनेट से भी सहायता मिल सकती है।

उत्तर :- यह आंदोलन 1973 में उत्तराखंड (तब उत्तर प्रदेश) के चमोली जिले में शुरू हुआ और देखते-देखते पूरे उत्तराखंड में फैल गया। इसकी शुरूआत सुंदरलाल बहूगुणा ने की थी। उन्होंने लोगों को पेड़ों के महत्व के बारे में जागरूक किया जिसके बाद लोगों ने ठेकेदारों द्वारा कटवाए जा रहे पेड़ों को बचाने का प्रण लिया। यह चिपको आंदोलन के नाम से जाना जाता था।

7. इन शब्दों के सामान अर्थ वाले कुछ शब्दों को लिखे:-

धरती ………………………………………………………….

चिड़िया ………………………………………………………..

हवा …………………………………………………………….

पेड़ ……………………………………………………………..

दुनिया …………………………………………………………

उत्तर :- 

धरती – पृथ्वी, ज़मीन

चिड़िया – पक्षी, पंछी

हवा – वायु,पवन

पेड़ – वृक्ष, तरु

दुनिया – संसार, विश्व

8. जंगल, पेड़-पौधों और प्रकृति से संबंधित कुछ कविताओं के बारे में जनवरी प्राप्त करो। “जंगल” शीर्षक कविता को पढ़ो और अपने दोस्तों को सुनाओ।

उत्तर :- छात्र इसका उत्तर खुद लिखें।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 हिंदी दूर्वा भाग 2 के सभी अध्याय नीचे देखें

कक्षा 7 हिंदी दूर्वा भाग 2

अध्यायअध्याय के नाम
1चिड़िया और चुरुंगुन
2सबसे सुंदर लड़की
3मैं हूँ रोबोट
4गुब्बारे पर चीता
5थोड़ी धरती पाऊँ
6गारो
7पुस्तकें जो अमर हैं
8काबुलीवाला
9विश्वेश्वरैया
10हम धरती के लाल
11पोंगल
12शहीद झलकारीबाई
13नृत्यांगना सुधा चंद्रन
14पानी और धूप
15गीत

छात्रों को durva hindi book class 7 के लिए एनसीईआरटी समाधान प्राप्त करके काफी ख़ुशी हुई होगी। हमारा प्रयास है कि छात्रों को बेहतर ज्ञान दिया जाए। छात्र एनसीईआरटी पुस्तक या सैंपल पेपर आदि की अधिक जानकारी के लिए parikshapoint.com की वेबसाइट पर जा सकते हैं।

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