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एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 हिंदी दूर्वा अध्याय 10 बस की सैर

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PP Team
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छात्र इस आर्टिकल के माध्यम से एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 हिंदी दूर्वा अध्याय 10 बस की सैर प्राप्त कर सकते हैं। इस आर्टिकल पर कक्षा 8 हिंदी दूर्वा अध्याय 10 बस की सैर के लिए पूरा एनसीईआरटी समाधान दिया हुआ है। छात्र ncert solutions for class 8 hindi durva chapter 10 बस की सैर पूरी तरह से मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं। ncert solutions for class 8 hindi durva को छात्रों की सहायता के लिए बनाया गया है। छात्र कक्षा 8 हिंदी दूर्वा अध्याय 10 बस की सैर के प्रश्न उत्तर से परीक्षा की तैयारी बेहतर तरीके से कर सकते हैं। कक्षा 8 हिंदी दूर्वा पाठ 10 बस की सैर के प्रश्न उत्तर नीचे देखें।

Ncert Solutions For Class 8 Durva Chapter 10

देखा गया है कि छात्र Class 8 Hindi Durva Solutions के लिए बाजार मिलनी वाली गाइड पर काफी पैसा खर्च कर देते हैं। लेकिन यहां से समाधान मुफ्त और ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। ncert solutions for class 8 hindi durva chapter 10 बस की सैर को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की सहायता से बनाया है। साथ ही कक्षा 8 हिंदी दूर्वा भाग 3 अध्याय 10 बस की सैर के प्रश्न उत्तर को सीबीएसई सिलेबस को ध्यान में रख कर भी बनाया गया है।

कक्षा : 8
विषय : हिंदी (दूर्वा भाग -3)
पाठ : 10
बस की सैर

1. कहानी से

(क) शहर की ओर जाते हुए वल्ली ने बस की खिड़की से बाहर क्या-क्या देखा ?

“अब तो उसकी खिड़की से बाहर देखने की इच्छा भी खत्म हो गई थी।“

उत्तर :-  शहर की ओर जाते हुए बस एक नहर के किनारे-किनारे जा रही थी। रास्ता बहुत ही तंग था। उसने देखा था कि एक ओर नहर और उसके पार ताड़ के वृक्ष, घास के मैदान, सुदूर पहाड़ियां और नीला आकाश। दूसरी ओर एक गहरी खाई थी, जिसके परे दूर-दूर तक फैले हुए हरे-भरे खेत। जहां तक नज़र जाती, हरियाली ही हरियाली।

(ख) वापसी में वल्ली ने खिड़की के बाहर देखना बंद क्यों कर दिया ?

उत्तर :- वापसी में वल्ली ने देखा कि कुछ दर पहले एक प्यारा सा सुंदर जीव अब कितना डरावना लग रहा था:- फैली हुई टांगे, पथराई हुई आँखें, खून से लथपथ। वह उसी बछिया की बात कर रही थी जो बस के आगे-आगे भाग रही थी। यह दुःखद दृश्य देखने के बाद उसका उत्साह ढीला जा गया। अब उसकी खिड़की से बाहर झाँककर और दृश्य देखने की इच्छा नहीं रही थी। उसने बाहर देखना बंद किया और अपनी सीट पर जमकर बैठी रही।

(ग) वल्ली ने बस के टिकट के लिए पैसो का प्रबंध कैसे किया ?

उत्तर :- वल्ली ने बस के टिकट के पैसे इकट्ठे करने के लिए बहुत ही सावधानी और कठिनाई से योजना बनाई थी। इसके लिए उसे छोटी-छोटी रेज़गारी इकट्ठी करनी पड़ी। उसने अपनी कितनी ही इच्छाओं को दबाया जैसे:- मीठी गोलियां नहीं खरीदेंगी, खिलौने, गुब्बारे कुछ भी नहीं लेगी। कितना बड़ा संयम था यह, विशेष रूप से उस दिन जब जेब में पैसे होते हुए भी गाँव के मेले में गोल-गोल घूमने वाले झूले पर बैठने को जी होते हुए भी नहीं झूला।

2. क्या होता अगर

(क) वल्ली की मां जाग जाती और वल्ली को घर पर ना पाती ?

उत्तर :- वल्ली की मां अगर जाग जाती तो पहले तो वे खुद ही परेशान हो जाती और पता नहीं उसको कहा – कहा ढूंढ़ती। जब वल्ली वापस घर आती तो पहले उसे बिना बताए बाहर जाने पर बहुत डांट पड़ती क्योंकि एक छोटी बच्ची के लिए ऐसे अकेले जाना उसके लिए नुकसानदायक हो सकता था।

(ख) वल्ली शहर देखने के लिए बस से उतर जाती और बस वापिस चली जाती ?

उत्तर :- जब वल्ली शहर देखने गई अगर बस से उतर जाती और बस वापिस चली जाती तो उसे बहुत परेशानी होती। फिर पता नहीं दूसरी बस किस समय आती। इतने में कोई बहला-फुसलाकर उसे कोई ले जाता तो वह कुछ कर भी नहीं पाती आखिर थी तो वह छोटी बच्ची।

3. छिप छिपकर

“ऐसी छोटी बच्ची का अकेले सफर करना ठीक नहीं।“

(क) क्या तुम इस बात से सहमत हो? अपने उत्तर का कारण भी बताओ।

उत्तर :- जी, हां मैं इस बात से सहमत हूँ क्योंकि वल्ली अभी बहुत छोटी थी। उसके साथ कोई भी अनहोनी घटना हो सकती थी।

(ख) वल्ली ने यह यात्रा घर से छिपकर की थी। तुम्हारे हिसाब से उसने ठीक किया या गलत और क्यों ?

उत्तर :- वल्ली ने यह यात्रा छिपकर की बहुत गलत किया इसके लिए उसे अपनी मां से बात करनी चाहिए थी। क्या पता उसकी मां उसके साथ ही चली जाती जिससे उसे बस की यात्रा में अधिक आनंद आता। और अगर मां नहीं मानती तो क्या पता बस में किसी से बात करती और उसकी देखभाल के लिए किसी को ज़िम्मेवारी दे देती।

(ग) क्या तुमने भी कभी कोई काम इस तरह छिपकर किया है ? उसके बारे में लिखो।

उत्तर :- हां मैं भी एक बार मेले में बिना किसी को बताए चला गया था। वैसे तो मैंने अपने परिवार में इस बारे में बात की थी लेकिन सबने मना कर दिया था। लेकिन फिर जब दोस्तों ने मेरे ऊपर दबाव ढाला तो मैं चला गया। वहां मैंने खूब मस्ती की। हर एक झूला मैंने झूला। डांस भी किया। हमने रेड़ी पर कुछ न कुछ खाया। लेकिन बाद में मुझे अपनी गलती का एहसास हुआ और घर जाकर मां से माफ़ी मांगली।

4. मना करना

“मैंने कह दिया न नहीं…” उसने दृढ़ता से कहा।

वल्ली ने कंडक्टर से खाने-पीने का सामान लेने से साफ मना कर दिया।

(क) ऐसी और कौन सी बातें हो सकती है जिनके लिए तुम्हें भी बड़ों को दृढ़ता से मना कर देना चाहिए ?

उत्तर:- कई ऐसे बुरी आदतें होती है जिसे बड़े पूर्ण दृढ़ता से मना कर देते हैं। जैसे:- शराब पीना, जुआं खेलना, सिगरेट पीना, बुरी संगत अपनाना।

(ख) क्या तुमने भी कभी किसी को किसी चीज के लिए मना किया है ? उसके बारे में बताओ।

उत्तर :- मैंने स्वयं अपने माता-पिता को मना किया कि कोई भी मेरा साथी मुझे रात को बाहर ले जाने के लिए आपसे पूंछें तो आप मुझे मत भेजना। क्योंकि एक बार मैं ऐसे गया था और उन्होंने वहाँ नशीले पदार्थों का सेवन किया और मुझ पर भी दबाव ढाला। लेकिन मैं वहाँ से भाग आया। उसके बाद से मैंने उन दोस्तों के साथ रहना छोड़ दिया।

5. घमंडी

वल्ली को या उसके साथी को किसी को घमंडी शब्द का अर्थ ही मालूम नहीं था।

(क) तुम्हारे विचार में घमंडी का क्या अर्थ होता है ?

उत्तर :- ऐसा व्यक्ति जो अहंकार रखता हो, कभी किसी से ढंग से बात न करें। हमेशा खुद की बढ़ाई करें और सामने वाले को नीचा दिखाए। छोटे-बड़े किसी का मान-सम्मान न करें। कोई भी काम हो और कहे कि ये बस मैं ही कर सकता हूँ, तुम्हारें बस का नहीं।

(ख) तुम किसी घमंडी को जानते हो ? तुम्हें वह क्यों घमंडी लगता/ लगती है ?

उत्तर :- हां, हमारी कॉलोनी में एक अंकल है जो अपने आप में बहुत अहम रखते हैं। हर किसी के साथ बिना बात के लड़ते रहते हैं। कुछ भी नया सामान लाए तो उसका बहुत ज़्यादा दिखावा करते हैं और बोलते है कि तुम ये ला ही नहीं सकते। किसी को नीचा दिखाने का मौका नहीं छोड़ते।

(ग) वल्ली घमंडी शब्द का अर्थ जाने के लिए क्या क्या कर सकती थी ? उसके लिए कुछ उपाय सुझाओं।

उत्तर:- वह इसके बारे में माता-पिता, पड़ोस, बस में बैठे यात्री, अपनी अध्यापिका किसी से भी सहयोग ले सकती थी। वल्ली किसी किताब में भी इसके बारे में पता कर सकती थी।

6. बचत

वल्ली ने एक खास काम के लिए पैसों की बचत की। बहुत से लोग अलग-अलग कारणों से रुपए-पैसे की बचत करते हैं। बचत करने के तरीके भी अलग-अलग है।

(क) किसी डाकघर या बैंक जाकर पता करो कि किन-किन तरीकों से बचत की जा सकती है ?

उत्तर :- डाकघर या बैंक वाले अपने अलग – अलग तरीके बताएंगे कि कैसे पैसों की बचत हो सकती है। हम बैंक या डाकघर के खाते में पैसे जमा करके पैसों की बचत की जा सकती है।

(ख) घर पर ही बचत करने के कौन-कौन से तरीके हो सकते हैं ?

उत्तर :- घर पर हम थोड़े-थोड़े पैसे निकालकर कर रख सकते हैं। जहाँ ज्यादा खर्चा हो वहाँ भी सोच समझकर पैसे लगाने चाहिए।

(ग) तुम्हारे घर के बड़े लोग बचत किन तरीकों से करते हैं ? पता करो।

उत्तर:- हमारे घर के बड़े लोग बैंक में, लॉटरी ढालकर, घर में अलग-अलग खर्चों से पैसे बचाते हैं।

कक्षा 8 हिंदी दूर्वा के सभी अध्यायों के एनसीईआरटी समाधान नीचे देखें

अध्यायअध्याय के नाम
1गुड़िया (कविता)
2दो गौरैया (कहानी)
3चिट्ठियों में यूरोप (पत्र)
4ओस (कविता)
5नाटक में नाटक (कहानी)
6सागर यात्रा (यात्रा वृत्तांत)
7उठ किसान ओ (कविता)
8सस्ते का चक्कर (एकांकी)
9एक खिलाड़ी की कुछ यादें (संस्मरण)
10बस की सैर (कहानी)
11हिंदी ने जिनकी जिंदगी बदल दी – मारिया नेज्यैशी (भेंटवार्ता)
12आषाढ़ का पहला दिन (कविता)
13अन्याय के खिलाफ (कहानी) (आदिवासी स्वतंत्रता संघर्ष कथा)
14बच्चों के प्रिय श्री केशव शंकर पिल्लै (व्यक्तित्व)
15फर्श पर (कविता)
16बूढ़ी अम्मा की बात (लोककथा)
17वह सुबह कभी तो आएगी (निबंध)

हम आशा करते हैं कि छात्रों को ncert solutions for class 8 hindi durva chapter 10 बस की सैर प्राप्त करके काफी खुशी हुई होगी। हमारा उद्देश्य केवल बेहतर ज्ञान देना है। इसके अलावा आप हमारे एनसीईआरटी के पेज से सभी विषयों के एनसीईआरटी समाधान और हिंदी में एनसीईआरटी की पुस्तकें भी प्राप्त कर सकते हैं।

कक्षा 8 हिंदी वसंत भाग 3 के लिए एनसीआरटी समाधानयहां से देखें

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